सेना ने खदेड़े 600 चीनी, दर्जनों की तोडी हड्डियां,आधा दर्जन भारतीय भी घायल

सेना ने 600 चीनियों को खदेड़ा, चीन बोला- भारत जिम्मेदार:अरुणाचल का नाम भी नहीं लिया; झड़प में अब तक क्या हुआ… 8 पॉइंट

तवांग 13 दिसंबर।अरुणाचल के तवांग में 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों में हाथापाई हुई। 600 चीनी सैनिकों ने 17 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित भारतीय पोस्ट को हटाने के लिए घुसपैठ की कोशिश की थी। यह पोस्ट यांगत्से में है। भारतीय सैनिकों ने चीनियों को खदेड़ दिया।

राजनाथ सिंह ने घटना के 5 दिन बाद मंगलवार दोपहर 12 बजे लोकसभा में इस घटना पर 3 मिनट जवाब दिया। कहा- हमारे सैनिकों को कोई गंभीर चोट नहीं है और न ही कोई मारा गया है। इसके करीब एक घंटे बाद चीन ने भी बयान दिया पर उसने तवांग का नाम तक नहीं लिया। इतना कहा कि इंडियन बॉर्डर पर हालात स्थिर हैं।

इसके बाद चीन का दूसरा बयान आया, जिसमें ताजा विवाद के लिए भारतीय सेना के जवानों को जिम्मेदार बताया। चीनी सेना PLA के वरिष्ठ अधिकारी और वेस्टर्न थिएटर कमांड के प्रवक्ता लॉन्ग शाओहुआ ने कहा- भारतीय सैनिकों ने अवैध तरीके से बॉर्डर क्रॉस किया और चीनी सैनिकों के रास्ते में आए, जिससे दोनों ओर से विवाद बढ़ गया।

9 दिसंबर को हुई इस घटना और अब तक क्या हुआ… जानिए 8 पॉइंट में

1. लाठी-डंडे से लैस चीनी घुसपैठ करने आए

9 दिसंबर को 600 चीनी सैनिक घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। वे कंटीले लाठी डंडे और इलेक्ट्रिक बैटन से लैस थे। भारतीय सेना भी इस बार पूरी तरह तैयार बैठी थी। हमारी सेना ने भी कंटीले लाठी-डंडों से उनको जवाब दिया। इसमें दर्जनों चीनी सैनिकों की हड्डियां टूटी हैं।

2. तवांग में झड़प के बाद फ्लैग मीटिंग हुई, चीन से कहा- ऐसी हरकत न करें

भारत के जवाबी हमले के बाद 11 दिसंबर को फ्लैग मीटिंग हुई और मसला शांत हुआ। विवाद वाली जगह से फिलहाल दोनों देशों की सेनाएं हट गई हैं। चीन को ऐसे एक्शन के लिए मना किया गया और शांति बनाए रखने को कहा। कूटनीतिक स्तर पर भी मुद्दा उठाया गया।

3. अरुणाचल के CM और भाजपा सांसद बोले- मार नहीं खाएंगे, मुंहतोड़ जवाब देंगे

तवांग में भारत-चीन के आमने-सामने होने पर अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा- यांगत्से मेरे विधानसभा क्षेत्र में है और हर साल मैं क्षेत्र के जवानों और ग्रामीणों से मिलता हूं। यह अब 1962 नहीं है। अगर कोई अतिक्रमण करने की कोशिश करता है, तो हमारे बहादुर सैनिक उन्हें जवाब देंगे। ईंट का जवाब पत्थर से नहीं, ईंट का जवाब लोहे से दे रही है हमारी वीर भारतीय सेना।

वहीं, अरुणाचल ईस्ट से भाजपा सांसद तपीर गाओ ने कहा कि बॉर्डर से हमारे सैनिक एक इंच भी नहीं हटेंगे। अगर चीनी सैनिक बॉर्डर के अंदर घुसने की कोशिश करते हैं तो हम उनको सबक सिखाएंगे। हम बॉर्डर पर मार नहीं खाएंगे, बल्कि मुंहतोड़ जवाब देंगे।

4. संसद में राजनाथ और बाहर शाह ने दिया जवाब

राजनाथ ने लोकसभा में कहा- हमारी सेनाएं भौमिक अखंडता को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। किसी भी प्रयास को रोकने के लिए तत्पर हैं। विश्वास है सदन सेनाओं की वीरता और साहस को समर्थन देगा। यह संसद बिना किसी संशय के भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम और क्षमता का अभिनंदन करेगी।

तवांग झड़प को लेकर संसद में भारी हंगामा हुआ। गृहमंत्री अमित शाह ने संसद के बाहर कहा कि भारत की एक इंच जमीन पर चीन ने कब्जा नहीं किया। कांग्रेस ने प्रश्न काल चलने नहीं दिया। शाह ने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन का प्रश्न काल में जिक्र था। इस फाउंडेशन को चीन से 1.38 करोड़ रुपए मिले थे। कांग्रेस शासन में 1962 में चीन ने हजारों एकड़ जमीन हड़प ली थी।

5. रक्षा मंत्री के बयान के बाद चीन का बयान भी आया

रक्षा मंत्री के बयान के बाद चीन ने भी अपना बयान जारी किया। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, चीन ने कहा- भारतीय सीमा पर हालात स्थिर हैं। हमने भारत से कहा है कि वह सीमा पर शांति स्थापित करने में हमारी मदद करे। वहीं शाम तक चीनी सेना के एक प्रवक्ता का भी बयान सामने आया।

चीनी सेना PLA के वरिष्ठ अधिकारी और वेस्टर्न थिएटर कमांड के प्रवक्ता लॉन्ग शाओहुआ ने कहा- भारतीय सैनिकों ने अवैध तरीके से बॉर्डर क्रॉस किया और चीनी सैनिकों के रास्ते में आए, जिससे दोनों ओर से विवाद बढ़ गया। हमने पेशेवर तरीके से मानकों में मजबूत जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद सीमा पर हालात स्थिर हुए।

6. झड़प के बाद मोर्चे पर लड़ाकू विमान, अरुणाचल में 3 बार चीनी ड्रोन घुसपैठ रोकी

तवांग में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प के बाद इंडियन एयरफोर्स (IAF) ने अरुणाचल सीमा पर कॉम्बैट एयर पेट्रोलिंग, यानी जंगी उड़ानें शुरू कर दी हैं। तवांग में हुई झड़प से पहले भी चीन ने अरुणाचल सीमा में अपने ड्रोन भेजने की कोशिश की थी। इसके बाद IAF ने तुरंत अपने लड़ाकू विमान अरुणाचल सीमा पर तैनात किए थे।

7. झड़प के वीडियो वायरल हुए, यूजर बोले- Tawang says hi…

अरुणाचल के तवांग में 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प का जिक्र वर्ल्ड मीडिया में भी हो रहा है। हॉन्गकॉन्ग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने कहा कि झड़प के तुरंत बाद दोनों सेनाएं अपने इलाकों में लौट गईं।

BBC ने लिखा- झड़प में भारत से ज्यादा नुकसान चीन के सैनिकों को होने की खबर है। सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। यूजर्स कह रहे हैं कि ये तवांग झड़प के वीडियो हैं। भास्कर इन वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। ज्यादातर यूजर्स एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा को ट्रोल कर रहे हैं। लिख रहे हैं- Tawang says hi…

8. पिछले साल भी 200 चीनी सैनिकों ने की थी घुसपैठ की कोशिश

पिछले साल इसी क्षेत्र में 200 चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की थी। तब भी भारतीय सैनिकों ने इसे नाकाम कर दिया था। तब पेट्रोलिंग के दौरान सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हो गए थे और कुछ घंटों तक यह सिलसिला चला था। हालांकि इसमें भारतीय जवानों को कोई नुकसान नहीं हुआ और प्रोटोकॉल के मुताबिक बातचीत से विवाद सुलझा लिया गया।

2 साल पहले गलवान में हुई थी झड़प, हमारे 20 सैनिक शहीद हुए, चीन के 38 मारे गए

15 जून 2020 को लद्दाख के गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के बीच झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे, जबकि चीन के 38 सैनिक मारे गए थे। हालांकि, चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने 4 सैनिक मारे जाने की बात ही कबूली थी।

लद्दाख के गलवान घाटी में 15 जून 2020 को दोनों सेनाओं के बीच खूनी झड़प हुई थी।

चीन ने अरुणाचल से लगे इलाके में बदले थे 15 जगहों के नाम

पिछले साल, चीन ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे क्षेत्र में 15 स्थानों के नाम चीनी और तिब्बती रख दिए थे। चीन की सिविल अफेयर्स मिनिस्ट्री ने कहा था- यह हमारी प्रभुसत्ता और इतिहास के आधार पर उठाया गया कदम है। यह चीन का अधिकार है। दरअसल, चीन दक्षिणी तिब्बत को अपना क्षेत्र बताता है। उसका आरोप है कि भारत ने उसके तिब्बती इलाके पर कब्जा करके उसे अरुणाचल प्रदेश बना दिया। इसके पहले 2017 में चीन ने 6 जगहों के नाम बदले थे।

ताजा घटना पर विपक्ष के नेता क्या बोले…

इमेज बचाने के लिए मुद्दे को दबा रही सरकार: जयराम
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हमें भारतीय सेना के शौर्य पर गर्व है। सीमा पर चीन की हरकतें पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं। हमने पिछले दो सालों में बार-बार सरकार को जगाने की कोशिश की, लेकिन मोदी सरकार सिर्फ अपनी राजनीतिक छवि को बचाने के लिए इस मसले को दबाने में जुटी है। इससे चीन का दुस्साहस बढ़ रहा है।

केजरीवाल बोले- जवानों के शौर्य को सलाम

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सैनिकों के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘हमारे जवान देश की शान हैं। उनके शौर्य को मैं सलाम करता हूं और ईश्वर से उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’

सरकार अपने चुनावी एजेंडे में व्यस्त:प्रियंका चतुर्वेदी

शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा कि चीन के जमीन हड़पने का एक और दिन, लेकिन भारत सरकार अपने चुनावी एजेंडे में व्यस्त है। A- लाल आंख। B- इस चिंता को उठाने वाले सभी लोगों को एंटी नेशनल टैग। C- मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।

ओवैसी बोले- आज संसद में यह मुद्दा उठाऊंगा

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा कि भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच एक बड़ी झड़प हुई है, लेकिन सरकार ने देश को कई दिनों तक अंधेरे में रखा। संसद सत्र चल रहा है फिर भी इस बारे में जानकारी क्यों नहीं दी गई। अभी घटना का ब्योरा अधूरा है। झड़प की वजह क्या थी? गोलियां चली थीं या गलवान जैसा था? कितने सैनिक घायल हुए हैं? उनकी हालत क्या है? संसद सैनिकों को अपना सार्वजनिक समर्थन क्यों नहीं दे सकती है? संसद में इस पर तत्काल चर्चा की जरूरत है। कल मैं इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश करूंगा।

 

रक्षा मंत्री के घर हाई लेवल मीटिंग हुई, CDS ने LAC पर हालात की जानकारी

तवांग इलाके में भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प को लेकर संसद में हंगामा होने के आसार हैं। विपक्ष का आरोप है कि सरकार कुछ छुपा रही है। जब संसद चल रही है तो सरकार ने जानकारी क्यों नहीं दी। राजनाथ ने सत्र से पहले अपने घर पर हाईलेवल मीटिंग बुलाई। इसमें फॉरेन मिनिस्टर एस. जयशंकर, CDS लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख समेत तमाम अधिकारियों ने जानकारी दी।

चीन LAC पर बढ़ा रहा सड़क, रेल और एयर कनेक्टिविटी, भारतीय सेना भी तैयार

चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी अरुणाचल प्रदेश से लगी अतंरराष्ट्रीय सीमा के निकट अपनी ताकत बढ़ा रही है। भारतीय सेना की इस्टर्न कमांड के ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कालिटा ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सीमा पर आ सकने वाली स्थिति से निपटने के लिए भारतीय सेना भी अपना इन्फ्रास्ट्रक्चर और क्षमता बढ़ा रही है।

2 साल में भारतीय सीमा में 6 किलोमीटर अंदर 60 इमारतें बनाईं, सैटेलाइट इमेज से खुलासा

विस्तारवादी चीन ने फिर भारतीय सीमा से सटे इलाकों में कब्जा करना शुरू कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नई सैटेलाइट इमेज से अरुणाचल प्रदेश में चीन के एक और एन्क्लेव बनाने का खुलासा हुआ है। इसमें करीब 60 इमारतें होने का दावा किया जा रहा है।

भूटान में ड्रैगन की घुसपैठ, चीन ने 25 हजार एकड़ में अवैध तरीके से 4 गांव बसाए, यह भारतीय बॉर्डर के नजदीक

चीन अपनी चालबाजियों से बाज आता नहीं दिख रहा है। भारत के साथ सीमा विवाद के बीच ड्रैगन पड़ोसी देश भूटान की सीमा में भी घुसपैठ कर चुका है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने अपने बॉर्डर से लगे भूटान में करीब 25 हजार एकड़ क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर लिया है। इतना ही नहीं चीन ने यहां 4 गांव भी बसा दिए है।

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