चैस सुपरस्टार प्रज्ञानानंद चीनी विश्व चैम्पियन को हरा बने भारत के नंबर वन

R Praggnanandhaa: चेस सुपरस्टार प्रज्ञानानंद ने वर्ल्ड चैम्पियन ड‍िंंग लीरेन को धूल चटाई, विश्वनाथन आनंद को पीछे छोड़ बने नंबर-1
युवा शतरंज सुपरस्टार आर प्रज्ञानानंद ने टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट के चौथे दौर में चीन के मौजूदा विश्व चैम्पियन डिंग लीरेन को हराया, जिससे वह दिग्गज विश्वनाथन आनंद को पीछे छोड़कर भारत के सर्वाधिक रेटिंग वाले खिलाड़ी बन गए.

विज्क आन जी (नीदरलैंड्स),17 जनवरी 2024,
Praggnanandhaa stuns world champion Liren: भारत के युवा शतरंज सुपरस्टार आर प्रज्ञानानंद का शानदार प्रदर्शन जारी है. उन्होंने टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट के चौथे दौर में चीन के मौजूदा विश्व चैम्पियन डिंग लीरेन को हराया. इस जीत के साथ ही वह दिग्गज विश्वनाथन आनंद को पीछे छोड़कर भारत के सर्वाधिक रेटिंग वाले खिलाड़ी बन गए.
मंगलवार की रात को दर्ज की गई इस जीत से 18 साल प्रज्ञानानंद के 2748.3 रेटिंग अंक हो गए हैं, जो फिडे लाइव रेटिंग में पांच बार के विश्व चैम्पियन आनंद के 2748 अंकों से अधिक है. विश्व शतरंज की सर्वोच्च संस्था प्रत्येक महीने के शुरू में रेटिंग जारी करती है.

प्रज्ञानानंद ने काले मोहरों से खेलते हुए 62 चाल में जीत दर्ज की. वह आनंद के बाद दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने क्लासिकल शतरंज में मौजूदा विश्व चैम्पियन को हराया.

सचिन तेंदुलकर ने युवा शतरंज प्रतिभा की प्रशंसा करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया. तेंदुलकर ने अपने पोस्ट में कहा, ‘विश्व चैम्पियन, डिंग लिरेन के खिलाफ इस उल्लेखनीय जीत के लिए @rpraggnachess को बहुत-बहुत बधाई. 18 साल की छोटी उम्र में, आपने न केवल खेल पर अपना दबदबा बनाया, बल्कि भारत के शीर्ष रेटेड खिलाड़ी भी बन गए.’

प्रज्ञानानंद ने इससे पहले 2023 में टाटा स्टील टूर्नामेंट में भी लीरेन हराया था.

इस भारतीय खिलाड़ी ने मैच के बाद कहा, ‘यह बहुत अच्छा अहसास है. मैं शुरू से ही उस पर दबाव बना रहा था. मैंने शुरू में ही एक प्यादा हासिल किया और बिना किसी जोखिम के आगे बढ़ता रहा जो काले मोहरों से खेलने का फायदा होता है.’

… यह बेहद कड़ा टूर्नामेंट

प्रज्ञानानंद ने कहा कि अभी उनका ध्यान अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर है. उन्होंने कहा,‘इस टूर्नामेंट में मेरा निजी लक्ष्य अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है. यह बेहद कड़ा टूर्नामेंट है. अमूमन कोई भी टूर्नामेंट 9 दौर का होता है, लेकिन यह टूर्नामेंट 13 दौर का है. इसलिए यह एक और टूर्नामेंट में खेलने जैसा है. मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं और देखते हैं कि आगे क्या होता है.’

प्रज्ञानानंद के मास्टर्स ग्रुप में अब 2.5 अंक हो गए हैं और वह तालिका में तीसरे स्थान पर हैं. यह किशोर ग्रैंड मास्टर अभी अच्छी फॉर्म में है. उन्होंने पिछले साल विश्व कप में मैग्नस कार्लसन के बाद दूसरे नंबर पर रहते हुए अप्रैल में होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई किया था.

10 साल की उम्र में बने थे इंटरनेशनल मास्टर

प्रज्ञानानंद भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर हैं. वह भारत के शतरंज के प्रतिभाशाली खिलाड़ी माने जाते हैं. वो महज 10 साल की उम्र में इंटरनेशनल मास्टर बन गए. ऐसा करने वाले वह उस समय सबसे कम उम्र के थे. वहीं 12 साल की उम्र में प्रज्ञानानंद ग्रैंडमास्टर बने. ऐसा करने वाले वह उस समय के दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे.

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