‘ढाबे के बाबा’ हुए स्याने,यूट्यूबर गौरव वासन पर पैसे हड़पने का मुकदमा

‘बाबा का ढाबा’ के बुज़ुर्ग क्यों लगा रहे हैं धोखाधड़ी का आरोप
बाबा का ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद

दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर में ‘बाबा का ढाबा’ चलाने वाले कांता प्रसाद ने यूट्यूबर गौरव वासन के ख़िलाफ़ डोनेशन के पैसों में हेराफेरी का आरोप लगाया है.

कांता प्रसाद का आरोप है कि गौरव वासन ने अपने परिवार के खातों में डोनेशन के पैसे मंगवाए, जो उन्हें नहीं दिए गए हैं.

ये वही ‘बाबा का ढाबा’ है जो कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर काफ़ी चर्चित हुआ था. कांता प्रसाद इसमें रोते हुए अपनी ख़राब माली हालत का ज़िक्र कर रहे थे. ये वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने इस बुज़ुर्ग दंपती की मदद भी की थी.

इस वीडियो को स्ट्रीट फ़ूड पर वीडियो बनाने वाले यूट्यूबर गौरव वासन ने बनाया था.

गौरव वासन डोनेशन में हेराफेरी के आरोपों से इनकार करते हैं. उनका कहना है कि उन्होंने डोनेशन में मिले सारे पैसे कांता प्रसाद को दे दिए हैं. उन्हें कुछ दूसरे यूट्यूबर्स बदनाम कर रहे हैं.

मालवीय नगर पुलिस थाने ने इस बात की पुष्टि की है कि शनिवार (31 अक्टूबर) शाम को ‘बाबा का ढाबा’ के मालिक कांता प्रसाद ने डोनेशन में धोखाधड़ी को लेकर शिकायत दर्ज कराई है. मामले की जाँच चल रही है.

गौरव वासन ने भी बातया कि उन्हें जानकारी मिली है कि उनके ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज हुई है.

क्या है पूरा मामला

सात और आठ अक्टूबर को सोशल मीडिया पर एक बुज़ुर्ग दंपती का वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में ‘बाब का ढाबा’ नाम से फ़ूड स्टॉल चलाने वाले बुज़ुर्ग कांता प्रसाद लॉकडाउन में कमाई ना होने का दर्द बयां कर रहे थे.

80 साल के कांता प्रसाद ने बताया था कि वो और उनकी पत्नी काफ़ी मेहनत करते हैं लेकिन चार घंटे में वो सिर्फ़ 50 रुपये ही कमा पाए हैं. उनकी हालत बहुत ख़राब है.

वीडियो के वायरल होते ही लोग इस बुज़ुर्ग दंपती की मदद करने की अपील करने लगे. देखते ही देखते उनके ढाबे पर भीड़ लग गई और लोग ‘बाबा का ढाबा’ पर जाने की तस्वीरें व वीडियो शेयर करने लगे.

इसके बाद बुज़ुर्ग दंपती की माली हालत में सुधार हुआ. कांता प्रसाद बताते हैं कि जहां पहले दिन भर में 250-300 रुपये कमाई होती थी, अब पाँच से छह हज़ार रूपये तक कमा लेते हैं.

ये वीडियो बनाने वाले गौरव वासन ने ‘बाबा का ढाबा’ को डोनेशन देने की अपील भी की थी.

कहां बिगड़ी बात

लेकिन, इसके बाद कांता प्रसाद ने गौरव वासन पर डोनेशन के पैसों में हेराफेरी करने का आरोप लगाया.

शिकायत से कुछ दिनों पहले गौरव वासन ने डोनेशन के क़रीब दो लाख रुपये कांता प्रसाद को दिए थे. पर कांता प्रसाद का कहना है कि अभी और पैसे बाक़ी हैं जो उन्हें नहीं मिले हैं.

कांता प्रसाद कहते हैं, “दो-तीन दिन पहले हमें ये जानकारी मिली कि गौरव ने डोनेशन का सारा पैसा हमें नहीं दिया है. उसने डोनेशन के लिए अपना, अपनी पत्नी और भाई का खाता नंबर दे दिया. इस खाते में जो डोनेशन आया वो हमें मिला ही नहीं. उसने विश्वासघात किया था. हमें बोला कि डोनेशन के लिए अपना खाता नंबर मत दो.”

हालांकि, कांता प्रसाद को गौरव वासन के पास और पैसे होने की जानकारी कहां से मिली, उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं बताया. कुछ वीडियो में वो कहते दिख रहे हैं कि उन्हें कुछ लोगों ने इस बारे में बताया है.

कांता प्रसाद का एक आरोप ये भी है कि गौरव वासन को ये जानकारी कैसे मिली कि उनके खाते में दान से 20 लाख रुपये आए हैं. जबकि उन्हें ख़ुद इसका पता नहीं है.

वो कहते हैं, “बाहर से डोनेशन मिलने के कारण मेरा खाता बैंक ने ज़ब्त कर लिया है. मुझे नहीं पता कि मेरे खाते में दान से कितना पैसा आया है. लेकिन, गौरव को ये जानकारी कैसे है कि मेरे खाते में 20 लाख रुपये आए हैं.”

कांता प्रसाद ने बताया कि उन्हें गौरव वासन ने अब तक सिर्फ़ 2,33,677 रुपये का चेक दिया है जो उन्होंने जमा करा दिया है,लेकिन पैसे आए या नहीं इसकी जानकारी नहीं है.

चेक देने का वीडियो

गौरव वासन ने ‘स्वाद ऑफ़िशियल’ नाम से अपने इंस्टाग्राम और फ़ेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वो कांता प्रसाद और उनकी पत्नी को 2,33,677 रुपये का चेक सौंपते दिखाई दे रहे हैं.

28 अक्टूबर को डाले गए इस वीडियो में गौरव वासन कह रहे हैं, ‘‘बाबा (कांता प्रसाद) को मैंने विश्वास दिलाया था कि इनका पैसा इनका ही है और इन्हें हम ज़रूर देकर जाएंगे. बहुत सारे लोग ये बोल रहे हैं कि गौरव ने बाबा के पैसे नहीं दिए. पर ऐसा कुछ भी नहीं है, जो पैसा इनके लिए आया था वो इन्हीं के लिए था.’’

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Funds on Baba’s name came to my account from 7th to 8th. Post our announcement there were some people who still donated to my account and that too has been given to Baba.

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उन्होंने बाबा से पूछा कि अब आपसे मेरा कोई लेन-देन तो नहीं है, जिसमें बाबा मना कर रहे हैं.

हालांकि, अब कांता प्रसाद का कहना है कि उन्हें कुछ दिन पहले ही नई जानकारी मिली है.

गौरव वासन ने ख़ारिज किए आरोप

गौरव वासन इन सभी आरोपों से इनकार करते हैं. उनका कहना है कि उनके पास दान से जितने भी पैसे आए थे वो सभी कांता प्रसाद को दे दिए हैं.

गौरव वासन कहते हैं, “मैंने बाबा को 2,33,677 रुपये चेक के ज़रिए दिए हैं. एक लाख रूपये ट्रांसफ़र किए हैं और 45 हज़ार रुपये पेटीएम किए हैं. बाबा कह रहे हैं कि गौरव ने डोनेशन के लिए मेरा अकाउंट नंबर नहीं दिया लेकिन बाबा ने कभी अपना अकाउंट नंबर मुझे दिया ही नहीं. मैंने भी कभी उन्हें उनका अकाउंट नंबर दूसरों को देने से नहीं रोका.”

“मैं आठ साल से ये काम कर रहा हूं और कभी किसी के लिए फ़ंड इकट्ठा नहीं किया. मुझे लगा कि बाबा को बहुत ज़रूरत है इसलिए उनके लिए डोनेशन माँगा. मुझे नहीं पता था कि इतने ज़्यादा लोग आगे आएंगे इसलिए शुरुआत में अपना ही अकाउंट नंबर दे दिया. बाद में बाबा ने ख़ुद अपना अकाउंट नंबर दूसरों को दिया जिससे पैसे आने पर उनका अकाउंट ज़ब्त हो गया.”

लेकिन, कांता प्रसाद का आरोप है कि गौरव वासन को उनके खाते में 20 लाख रुपये होने की जानकारी कैसे मिली.

इस पर गौरव वासन कहते हैं कि वो आठ अक्टूबर को कांता प्रसाद के खाते में 75 हज़ार रुपये जमा कराने उनके साथ बैंक गए थे. कांता प्रसाद को लोगों ने उनकी दुकान पर ये डोनेशन दिया था. बाबा के लिए अकेले जाना मुश्किल होता इसलिए वो साथ गए थे.

उन्होंने बताया कि बैंक में पैसे जमा कराने के बाद जब पासबुक में एंट्री करने के लिए कहा गया तो पता चला कि खाते में क़रीब 20-25 लाख रुपये आ गए हैं और उसे ज़ब्त कर लिया गया है.

गौरव वासन के व्यस्त होने के चलते उनके दोस्त और सहयोगी अभिनव सूद ने जानकारी दी कि गौरव वासन ने डोनेशन के लिए अपना अकाउंट नंबर और अपनी पत्नी का पेटीएम नंबर दिया था.

उन्होंने बताया, “उनके पास कई लोग मैसेज करके पेटीएम नंबर माँग रहे थे लेकिन कांता प्रसाद और गौरव वासन का पेटीएम अकाउंट नहीं है. इसलिए उनकी पत्नी का नंबर दिया गया. लेकिन, उससे मिले 45 हज़ार रुपये भी दे दिए गए हैं.”

लेकिन, कांता प्रसाद ने 45 हज़ार रुपये दिए जाने की बात नहीं कही है. उन्होंने सिर्फ़ दो लाख रुपये मिलने की पुष्टि की है.

बदनाम करने की कोशिश का आरोप

गौरव वासन और अभिनव इस पूरे मामले के लिए कुछ यूट्यूबर्स को ज़िम्मेदार ठहराते हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें बदनाम करने के लिए झूठ फैलाया गया है क्योंकि कुछ लोग उनका वीडियो वायरल होने से ख़ुश नहीं हैं.

अभिनव बताते हैं, “शेफ़ रणबीर बरार के साथ किए गए एक वीडियो में उन्होंने कांता प्रसाद के खाते में 20 लाख रूपये होने की बात कही थी जिसे कुछ यूट्यूबर्स ने ग़लत तरीक़े से पेश किया. ये बताया कि उनके ही पास 20 लाख रुपये हैं. उन्हीं यूट्यूबर्स ने बाबा को भी जाकर ग़लत जानकारी दी और भड़काया.

गौरव वासन और कांता प्रसाद से हुई बातचीत के आधार पर ये पता चलता है कि सात अक्टूबर को वीडियो अपलोड होने के बाद दान देने की अपील की गई थी.

गौरव वासन ने आठ अक्टूबर को एक और वीडियो बनाकर कहा था कि अब काफ़ी फ़ंड इकट्ठा हो गया है इसलिए लोग और डोनेशन ना दें.

इसके बाद 28 अक्टूबर को उन्होंने चेक के ज़रिए डोनेशन के पैसे लौटाए थे. अब डोनेशन देने में देरी को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं.

देरी को लेकर अभिनव सूद बताते हैं, “वीडियो बनाने के बाद गौरव अमृतसर, चंडीगढ़, फ़रीदाबाद, आगरा और उत्तराखंड चले गए थे और लगातार यात्रा कर रहे थे. उन्हें पैसे देने में कुछ दिन ज़रूर लग गए लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि उन्होंने घोटाला किया है. आख़िर में उन्होंने सारा पैसा लौटा दिया है. हम चाहते हैं कि बाबा का अकाउंट खुल जाए ताकि ये साफ़ हो सके कि उनके पास कितना डोनेशन है.”

वहीं, कांता प्रसाद भी अपने आरोपों पर क़ायम हैं. उनका कहना है कि पुलिस जाँच करेगी तो पता चल जाएगा कि किसके पास, कितने पैसे हैं।

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