UKSSSC पेपर लीक में 23वीं गिरफ्तारी पंतनगर विवि के पूर्व एईओ जोशी की

UKSSSC Paper Leak case में पंतनगर विवि से सेवानिवृत्त एईओ गिरफ्तार, 80 लाख रुपये में बेचा था पेपर
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए कुछ आरोपितों से पूछताछ करने पर हल्द्वानी के कुसुमखेड़ा में रहने वाले दिनेश चंद्र जोशी का नाम सामने आया था। बुधवार को आरोपित को हल्द्वानी स्थित उसके घर से हिरासत में लेकर देहरादून लाया गया।

UKSSSC Paper Leak case में पंतनगर विवि से सेवानिवृत्त एईओ गिरफ्तार, 80 लाख रुपये में बेचा था पेपरएसटीएफ ने पंतनगर विश्वविद्यालय से सेवानिवृत अधिकारी को गिरफ्तार किया है।

देहरादून 26 अगस्त: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) के पेपर लीक प्रकरण में एसटीएफ ने पंतनगर विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त असिस्टेंट एस्टेब्लिसमेंट आफिसर (एईओ) को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने अभ्यर्थियों को पेपर देकर उनसे 80 लाख रुपये लिए थे।

कुल 23 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी एसटीएफ

जल्द ही एसटीएफ आरोपित के संपर्क में आए अभ्यर्थियों को भी गिरफ्तार कर सकती है। इस प्रकरण में अब तक एसटीएफ उत्तरकाशी, बिजनौर, लखनऊ, देहरादून, नैनीताल, सितारगंज, ऊधमसिंह नगर से कुल 23 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।

आरोपित को हल्द्वानी से लाया गया देहरादून

एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए कुछ आरोपितों से पूछताछ करने पर हल्द्वानी के कुसुमखेड़ा में रहने वाले दिनेश चंद्र जोशी का नाम सामने आया था। बुधवार को आरोपित को हल्द्वानी स्थित उसके घर से हिरासत में लेकर देहरादून लाया गया। यहां पूछताछ में उसकी इस प्रकरण में संलिप्तता सामने आने पर गुरुवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

2006 से 2016 तक परीक्षा सेल में रहा कार्यरत

आरोपित दिनेश चंद्र पंतनगर स्थित गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (पंतनगर विश्वविद्यालय) में असिस्टेंट एस्टेब्लिशमेंट आफिसर (एईओ) पद से सेवानिवृत्त है। आरोपित वर्ष 2006 से 2016 तक विश्वविद्यालय की परीक्षा सेल में कार्यरत रहा।

आरएमएस टेक्नो साल्यूशन के स्टाफ के संपर्क में आया

इसी दौरान वह यूकेएसएसएससी के प्रश्नपत्र छापने वाले लखनऊ के प्रिंटिंग प्रेस आरएमएस टेक्नो साल्यूशन के स्टाफ के संपर्क में आया। यूकेएसएसएससी के प्रश्नपत्र छापने वाला लखनऊ का प्रिंटिंग प्रेस आरएमएस टेक्नो साल्यूशन ही विश्वविद्यालय के प्रश्नपत्र भी छापता है। आरोपित ने प्रिंटिंग प्रेस स्टाफ से पेपर लेकर हल्द्वानी के कुछ अभ्यर्थियों को 80 लाख रुपये में बेचा था।

आरोपित की संपत्ति हो रही जांच

आरोपित दिनेश चंद्र की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ अब उसकी संपत्ति की जांच कर रही है। आयोग के कुछ अन्य पेपर में भी उसकी संलिप्तता सामने आने की संभावना है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इस मामले में कुछ और लोग एसटीएफ के रडार पर हैं। साक्ष्य जुटाने के बाद इनकी गिरफ्तारी की जा सकती है।

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अब सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने का हुआ खुलासा, 10-10 लाख में बिका था प्रश्नपत्र

स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हाकम सिंह पर एसटीएफ ने पूरी तरह शिकंजा कस लिया है। सूत्रों के अनुसार, इस मामले में भी हाकम सिंह का ही कनेक्शन सामने आया है।

स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के बाद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा में भी पेपर लीक की पुष्टि हुई है। प्राथमिक जांच के बाद एसटीएफ ने रायपुर थाने में छह आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

जांच में सामने आया है कि परीक्षा से पहले ही प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी ने पेपर को एक पेन ड्राइव में दूसरे आरोपित को दे दिया था। पेपर अभ्यर्थियों को 10-10 लाख रुपये में बेचा गया। सभी छह आरोपित स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में भी नामांकित हैं। एसटीएफ (विशेष कार्य बल) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा की जांच में सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा में धांधली की बात भी सामने आई थी।

पुलिस महानिदेशक के आदेश पर प्राथमिक जांच में पता चला कि इसका पेपर भी लखनऊ स्थित आयोग की आउटसोर्स प्रिंटिंग प्रेस में काम करने वाले कंप्यूटर ऑपरेटर प्रदीप पाल ने लीक किया था। उसने यह पेपर परीक्षा से एक दिन पहले पेन ड्राइव में लिया और दूसरे कर्मचारी जयजीत को दे दिया था। जयजीत ने यह पेपर पीआरडी के कर्मचारी मनोज जोशी निवासी सेरा, पाटी, जिला चंपावत को दे दिया। वहां से यह पेपर सितारगंज न्यायालय के कनिष्ठ सहायक मनोज जोशी को दिया गया।

इसके बाद कुलवीर सिंह निवासी सादीपुर, बास्टा, चांदपुर, बिजनौर और दीपक चौहान निवासी मखडै़त पटवारी, टिहरी गढ़वाल को दिया गया। सभी आरोपितों ने पेपर अभ्यर्थियों को 10-10 लाख रुपये में बेचा था। इस मामले में प्रदीप पाल, जयजीत, कुलवीर सिंह, दीपक चौहान, मनोज जोशी, मनोज जोशी (न्यायालय सहायक) के खिलाफ धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

हाकम सिंह से भी बताया जा रहा कनेक्शन

हाकम सिंह पर एसटीएफ ने पूरी तरह शिकंजा कस लिया है। सूत्रों के अनुसार, इस मामले में भी हाकम सिंह का ही कनेक्शन सामने आया है। हालांकि, प्राथमिक जांच के आधार पर अभी इस मामले में उसे आरोपित नहीं बनाया गया है। बताया जा रहा है कि अभ्यर्थियों के सामने आने के बाद ही हाकम सिंह के नाम का खुलासा हो सकता है। इसके बाद उसे भी आरोपित बनाया जा सकता है।

 

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