हनी ट्रैप में फंसा टीवी न्यूज एंकर से लूट, मारपीट

न्यूज एंकर को हनी ट्रैप में फंसाकर लूटपाट, दो युवतियों सहित 5 गिरफ्तार

न्यूज एंकर के मुताबिक, करीब 7 महीने पहले उनकी मुलाकात नोएडा के सेक्टर-18 में स्थित जीआईपी मॉल में काजल नाम की एक लड़की से हुई थी. काजल का नाम सना भी है. मुलाकात के दौरान दोनों ने एक दूसरे का फोन नंबर ले लिया था.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपित
पत्रकार के साथ मारपीट की गई,पुलिस ने आरोपियों को किया अरेस्ट
नोएडा में एक न्यूज चैनल के एंकर को हनी ट्रैप का शिकार बनाया गया है. पुलिस ने इस मामले में पीड़ित न्यूज एंकर की शिकायत के आधार पर केस दर्ज करके दो युवतियों समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों में सोनू, पूरन पाल, लक्की, सना, दीपा चौहान और कुलदीप कुमार शामिल हैं.

न्यूज एंकर के मुताबिक, करीब 7 महीने पहले उनकी मुलाकात नोएडा के सेक्टर-18 में स्थित जीआईपी मॉल में काजल नाम की एक लड़की से हुई थी. काजल का नाम सना भी है. मुलाकात के दौरान दोनों ने एक दूसरे का फोन नंबर ले लिया था.

अपर पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) रणविजय सिंह ने बताया कि शुक्रवार रात को एक न्यूज चैनल के एंकर ने नोएडा के थाना सेक्टर-39 में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि सात माह पूर्व जीआईपी मॉल में एक युवती उन्हें मिली थी और उसके बाद उनके बीच फोन पर बातचीत शुरू हो गई।

एडीसीपी ने बताया कि पीड़ित के अनुसार, तीन जून को सना उर्फ काजल ने उन्हें फोन करके मिलने के लिए बुलाया तथा वह उन्हें सेक्टर-44 की एक सोसाइटी में स्थित अपने फ्लैट पर लेकर गई। पीड़ित के अनुसार वहां पर दीपा चौहान नामक एक और युवती पहले से मौजूद थी और फिर तीनों ने एक साथ बैठकर बीयर पी। इसी बीच वहां पर तीन लोग और आ गए।

पुलिस अधिकारी के अनुसार, इन तीनों व्यक्तियों ने युवतियों और एंकर की आपत्तिजनक फोटो खीचीं तथा वीडियो बनाया। फिर इन लोगों ने पत्रकार के साथ मारपीट करके बंधक बना लिया और उससे दो लाख रुपये की मांग शुरू कर दी।

एडीसीपी ने बताया कि आरोपियों द्वारा मारपीट कर किए जाने से पीड़ित की तबीयत खराब हो गई, तब इन लोगों ने उसे एक अस्पताल में ले जाकर उसका इलाज कराया। जब ये लोग इलाज करवा कर वापस लौट रहे थे, तभी पीड़ित कार से कूद कर भाग गया। उसने बरौला गांव के पास ड्यूटी पर तैनात एक सिक्योरिटी गार्ड से फोन लेकर सेक्टर-100 में रहने वाले अपने दोस्तों को फोन किया। इसके बाद पीड़ित ने शुक्रवार रात को मामले की शिकायत थाना सेक्टर-39 पुलिस से की।

अब तक 16 लूटे

न्यूज एंकर को हनीट्रैप में फंसाकर दो लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में शनिवार को दो महिलाओं समेत पांच लोगों को सेक्टर-39 पुलिस ने सदरपुर गांव के पास से गिरफ्तार किया है। दो लाख रुपये न देने पर आरोपियों ने 3 जून को युवक से होंडा सिटी कार, दो मोबाइल और 25 हजार रुपये छीन लिए थे। आरोपित दंपती ने सेक्टर-18 में मसाज पार्लर भी चला रखा था। अब उसे भी बंद कराया जाएगा। महिलाएं हाई प्रोफाइल लोगों से सोशल मीडिया पर दोस्ती करती थीं और पार्टी देने के नाम पर घर बुलाती थीं। यहां पर नशीला पदार्थ पिलाकर अश्लील वीडियो बनानेे के बाद लाखों रुपये वसूले जाते थे। आरोपित वकील, इंजीनियर, शिक्षक, डॉक्टर सहित 16 लोगों से पैसे ऐंठ चुके हैं।

एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि न्यूज एंकर का आरोपित सना खान से परिचय हुआ था। कुछ ही दिन में मुलाकात दोस्ती में बदल गई और फिर पार्टी के नाम पर सना ने न्यूज एंकर को 3 जून को सेक्टर-44 स्थित मकान पर बुलाया था। पार्टी के दौरान उसे बीयर पिलाई और कुछ नशीला पदार्थ डाल दिया। कुछ ही देर में युवक बेसुध हो गया। सना की दोस्त दीपा ने सोंटी और कुलदीप से मिलकर उसके अश्लील फोटो और वीडियो बना लिए। जब युवक को होश आया तो वीडियो और फोटो दिखाकर ब्लैकमेल करने लगी। युवक के पास उस समय होंडा कार, 25 हजार रुपये और दो मोबाइल थे। आरोपितों ने धमकी दी कि उन्हें दो लाख रुपये नकद चाहिए। यदि वह नहीं दे सकता है तो कार व अन्य सामान को छोड़कर चला जाए और पैसे देकर वापस ले जाए। युवक ने पैसा न देने की बात कही तो पिटाई की गई जिससे उसे चोट लग गई तो अस्पताल में भर्ती कराया गया। मौका पाकर युवक अस्पताल से भागने में कामयाब हो गया और घटना की सूचना पुलिस को दी। सेक्टर-39 कोतवाल आजाद सिंह तोमर ने इस मामले की जांच की और आरोपितों की तलाश शुरू कर दी।

शनिवार को पुलिस को मोबाइल की लोकेशन के आधार पर आरोपियों के सेक्टर-45 सदरपुर में होने की सूचना मिली। पुलिस ने सदरपुर से सभी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों की पहचान दिल्ली के जसौला में हंसा मोहल्ला निवासी सोंटी उर्फ पूरनलाल व सना खान और दिल्ली शाहीन बाग निवासी लक्की उर्फ अर्ष मोहम्मद, नोएडा सेक्टर-44 निवासी दीपा चौहान व उसके पति कुलदीप के रूप में हुई। दंपती पहले गाजियाबाद के वंदना एंक्लेव के रहते थे। आरोपित दंपती महंगे शौक और अधिक खर्चों के कारण हनीट्रैप गिरोह चलाने लगे थे। पीड़ितों के पास अगर नकदी नहीं होती थी तो आरोपित उनका कार्ड भी मशीन से स्वैप कर लेते थे।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *