तुलसी के पौधों के साथ ‘तुलसी के गुण’ पुस्तक वितरण का निर्णय

लक्सर 14 जनवरी/ ब्रह्म वेलफेयर ट्रस्ट अध्यक्ष पवन भारतीय ने औषधीय पौधों के प्रचार प्रसार कार्यक्रम की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद को अधिक प्रभावी एवं समाज के स्वीकार्य बनाने के लिए औषधीय पौधों का प्रचार- प्रसार करना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने औषधीय पौधों के प्रचार -प्रसार के लिए और अधिक प्रभावकारी कार्यक्रम बनाकर समाज को जागृत करने का अभियान चलाने का आह्वान किया।
बताते चलें कि विगत वर्षो से ब्रह्म वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा औषधीय पौधों मे तुलसी का चयन करके उसके प्रचार -प्रसार का कार्यक्रम चलाया जा रहा था । आमजन को तुलसी के गुणों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी मुहैया कराने की दृष्टि से शांतिकुंज के संस्थापक युग ऋषि आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा लिखित तुलसी के गुण नामक पुस्तक को शांतिकुंज से खरीद कर वितरित करने तथा तुलसी की पौध शाला स्थापित करने का निर्णय लिया गया था किंतु धनाभाव तथा भूमि की उपलब्धता के अभाव में कार्यक्रम अपेक्षित गति नहीं ले पाया था।
कार्यक्रम को गति देने एवं अधिक प्रभाव कारी बनाने के लिए पौधशाला स्थापित करने हेतु श्री पवन भारतीय ने भूमि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया जिसमें अति शीघ्र ही तुलसी की पौधशाला स्थापित की जाएगी । साहित्य वितरण के लिए श्री भारतीय ने आर्थिक रूप से संपन्न समाज सेवियों का आह्वान करते हुए कहा कि अपनी भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद को बढ़ाने के लिए समाज के सक्षम लोगों को आगे आना चाहिए।
उपसचिव अरुणा भारतीय के संचालन में ट्रस्ट कार्यालय पर संपन्न हुए कार्यक्रम में विजय शर्मा, श्याम नारायण यादव, रेनू शर्मा, बबीता सैनी, राम कुमार शर्मा,नीलम देवी संजय कुमार के अतिरिक्त कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

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