बच्चा पिटवाने वाली तृप्ता त्यागी पर केस, गांव हिंदू-मुस्लिम के खिलाफ

‘भेदभाव नहीं करतीं तृप्ता त्यागी, बच्चों की फीस भी करती हैं माफ़’: वीडियो वायरल होने के बाद गाँव के ही मुस्लिम ने बताया – मैं भी उनसे पढ़ा हूँ, अब मेरी बेटी पढ़ती है

मुजफ्फरनगर के मोहम्मद आरिब ने ‘नेहा पब्लिक स्कूल’ की शिक्षिका तृप्ता त्यागी को धर्मनिरपेक्ष बताया

मुजफ्फरनगर 27 अगस्त । उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो के आधार पर एक स्कूल की शिक्षिका पर छात्र को अन्य बच्चों से पिटवाने का आरोप लगा था। मोहम्मद जुबैर, संजय सिंह, सदफ अमीन जैसे कइयों ने अपने सोशल मीडिया हैंडलों के जरिए इस मामले को सांप्रदायिक एंगल देने का प्रयास किया। इस्लामी मुल्क क़तर के मीडिया संस्थान ‘अल जजीरा’ ने भी विदेश से बैठ कर इस मामले में हिन्दू-मुस्लिम की हवा देनी शुरू की।

हालाँकि, पहले पुलिस और बाद में खुद छात्र के अब्बा ने मामले में किसी भी सांप्रदायिक एंगल से इनकार कर दिया। अब उसी स्कूल में अपने बच्चे को पढ़ाने वाले एक अन्य मुस्लिम व्यक्ति ने हमसे बात करते हुए स्कूल की शिक्षिका को सांप्रदायिक बताने वालों की आलोचना की है।

यह घटना मुजफ्फरनगर जिले के थाना क्षेत्र मंसूरपुर की है। यहाँ के गाँव खुब्बापुर में ‘नेहा पब्लिक स्कूल’ है। तृप्ता त्यागी नाम की महिला टीचर का वीडियो वायरल होने के बाद हमने खुब्बापुर गाँव के ही मुस्लिम ग्रामीण आरिब से बात की। आरिब ने इस घटना को सांप्रदायिक एंगल दे रहे लोगों से नाराजगी जताई। उन्होंने बताया कि न सिर्फ उनकी बेटी बल्कि 2 भांजे भी ‘नेहा पब्लिक स्कूल’ में पढ़ते हैं और आज तक कभी भी उनके बच्चों के साथ मजहब के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया गया।
32 वर्षीय आरिब ने कहा कि पहले उन्होंने खुद बचपन में तृप्ता त्यागी से अंग्रेजी की ट्यूशन पढी है । आरिब का दावा है कि तृप्ता ने उनके साथ कभी भी हिन्दू-मुस्लिम का भेदभाव नहीं किया। अरिब ने आगे बताया कि अब उनकी एक 2 साल की बेटी है जिसे वो ‘नेहा पब्लिक स्कूल’ में पढ़ा रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी बच्ची बहुत अच्छे से स्कूल में पढ़ रही है और कभी भी उनके साथ कोई मजहबी भेदभाव नहीं हुआ।

बकौल आरिब, स्कूल में अच्छी और बिना भेदभाव की पढ़ाई के चलते ही उन्होंने अपने 2 भाँजों का भी एडमिशन नेहा पब्लिक स्कूल में करवाया है। दोनों भाँजे उसी स्कूल में आराम से बिना किसी समस्या के पढ़ रहे हैं। आरिब ने हमसे बातचीत में साल 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि उतने तनावपूर्ण हालात में भी खुब्बापुर में कोई सांप्रदायिक घटना नहीं हुई। आरिब ने यह भी बताया कि जिस परिवार ने महिला टीचर पर आरोप लगाए हैं वो मूल रूप से उनके गाँव के नहीं हैं और कहीं बाहर से आ कर रिश्तेदारी में बसे हैं।

हमसे बातचीत में मोहम्मद आरिब ने यह भी कहा कि जिन मैडन तृप्ता त्यागी को इतना बदनाम किया जा रहा है कई बार वो बच्चों को बिना पैसे पढ़ाती हैं। उन्होंने कहा कि वो खुद टीचर त्यागी की उदारता के गवाह हैं। साथ ही आरिब ने दावा किया कि जिस वीडियो को वायरल किया जा रहा उसमें तमाम काट-छाँट है जबकि असल वीडियो में टीचर में एक भी बात गलत नहीं बोली है।
हमने तृप्ता त्यागी के परिजनों से भी बात की। उन्होंने बताया कि स्कूल क्लास 1 से 5 तक है। कुल छात्रों की सँख्या लगभग 55 है। इन 55 छात्रों-छात्राओं में उन्होंने मुस्लिम 25 छात्र बताए। साथ ही उन्होंने कहा कि आज तक कभी भी ऐसा मामला सामने नहीं आया था और न ही उनकी सोच किसी मजहब आदि के खिलाफ है।

 

 

TOPICS:Education communal angel Muzaffarnagar Viral Video मुज़फ़्फ़रनगर वायरल वीडियो

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *