सख्ती: भाजपा के 38 नेताओं की बयानबाजी पर अंकुश, उप्र में भी निर्देश जारी

पैगंबर पर विवादित टिप्पणी के बाद एक्शन:भाजपा ने उग्र 38 नेताओं की लिस्ट बनाई, 27 को निर्देश
नई दिल्ली 07 जून: सुजीत ठाकुर
भाजपा ने उग्र सांप्रदायिक बयान देने वाले 38 नेताओं की पहचान की है। इनमें से 27 चुने हुए नेताओं को ऐसे बयान देने से बचने के निर्देश दिए हैैं। इनसे कहा गया है कि सांप्रदायिक विषयों पर बयान देने से पहले पार्टी की परमिशन ले लें।

पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी करने वाले नूपुर शर्मा और नवीन कुमार पर कार्रवाई के बाद भाजपा एक्शन में दिख रही है। नेताओं के पिछले 8 साल (सितंबर 2014 से 3 मई 2022 तक) के बयानों को IT विशेषज्ञों की मदद से खंगाला गया है। करीब 5,200 बयान गैर-जरूरी पाए गए। 2,700 बयानों के शब्दों को संवेदनशील पाया गया। 38 नेताओं के बयानों को सांप्रदायिक मान्यताओं को आहत करने वाली कैटेगरी में रखा गया।

भाजपा के ये नेता देते हैं हेट स्पीच

अनंत कुमार हेगड़े, शोभा करंदलाजे, गिरिराज सिंह, तथागत राय, प्रताप सिम्हा, विनय कटियार, महेश शर्मा, टी. राजा सिंह, विक्रम सिंह सैनी, साक्षी महाराज, संगीत सोम।

ज्ञानवापी पर भी पार्टी लाइन जरूरी

पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने वाले नूपुर शर्मा और नवीन कुमार पर कार्रवाई के बाद भाजपा एक्शन में दिख रही है। उत्तर प्रदेश भाजपा ने अपने सभी पार्टी प्रवक्ताओं को कानपुर हिंसा मामले में बयान देने पर रोक लगा दी है।

साथ ही धार्मिक मुद्दों पर बयान देने से पहले पार्टी से परमिशन लेने के लिए कहा है। कोई भी प्रवक्ता पार्टी लाइन से बाहर जाकर बयान नही देगा। टीवी डिबेट या फिर मीडिया बाइट्स के लिए पार्टी अपनी आधिकारिक लाइन तय करेगी।

कानपुर हिंसा पर बोलने से बचेंगे पार्टी प्रवक्ता

पार्टी ने तय किया है कि अब कोई भी प्रवक्ता कानपुर हिंसा मामले पर बयान नहीं देगा। इस मुद्दे पर टीवी डिबेट में हिस्सा नहीं लेगा। इसके साथ ही हिंदू-मुस्लिम, ज्ञानवापी जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भी पार्टी लाइन में रहकर बोलना होगा।

तीन जून को कानपुर में जुमे की नमाज के तुरंत बाद हिंसा हुई थी।

पार्टी तय करेगी स्पीच की लाइन

पार्टी प्रवक्ता टीवी डिबेट और मीडिया में क्या बयान देंगे। यह पार्टी तय करेगी। हर दिन के मुद्दे पर चर्चा होगी। पार्टी इस पर आधिकारिक पक्ष रखने के लिए एक लाइन तय करेंगी। फिर सभी प्रवक्ताओं को उनके वॉट्सऐप ग्रुप पर शेयर कर दिया जाएगा। सभी प्रवक्ताओं को वही बयान मीडिया डिबेट या बाकी प्लेटफॉर्म पर देना होगा।

सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं वाले पोस्ट से नेता बचें

पार्टी ने तय किया है कि पार्टी को कोई भी नेता धार्मिक मान्यतायें आहत करने वाली पोस्ट शेयर नही करेगा। अपने सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफॉर्म पर इस तरह की बातें नहीं लिखेगा, जिससे किसी भी समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हों। इतना ही नही, पार्टी ने उत्तर प्रदेश के ऐसे नेताओं की पहचान भी की है जो अक्सर अपने हेट स्पीच के लिए चर्चाओं में रहते है। ऐसे नेताओं के बयान पर भी पाबंदी रहेगी।

भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता रही नूपुर शर्मा ने टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद पर बयान दिया था।

नूपुर शर्मा के बयान पर घिरी है भाजपा

पैगंबर मोहम्मद पर भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित बयान पर भाजपा घिरी हुई है। तमाम मुस्लिम देशों ने अपनी नाराजगी जताई है। पार्टी ने नूपुर शर्मा को भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है।

ये हैं जारी हुए निर्देश

कुवैत: भारत में बने सामानों की बिक्री रोकी

पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी के बाद अरब देशों में बायकॉट इंडिया सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रहा है। इस बीच कुवैत के कुछ सुपर स्टोर्स ने भारत में बने सामानों की बिक्री रोक दी है। कुवैत सरकार ने कहा है कि भारत में सत्ता में मौजूद पार्टी के नेताओं ने मुस्लिमों की भावनाओं को आहत किया है। इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। UAE, जॉर्डन और इंडोनेशिया ने भी नुपुर शर्मा और नवीन कुमार के बयानों पर आपत्ति जताई है।

OIC का बयान गैर-जरूरी: भारत

इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भारत की आलोचना करते हुए UN से मुसलमानों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। इधर, भारत ने OIC के बयान को ‘संकीर्ण’ बताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, कुछ लोगों की अमर्यादित टिप्पणी भारत सरकार के विचारों को प्रदर्शित नहीं करती है।

 

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