ईडी-नेशनल हैराल्ड केस:सोनिया और राहुल ने बला टाली स्व. मोतीलाल वोरा पर

नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया-राहुल हर बार क्यों ले लेते हैं मोतीलाल वोरा का नाम?

(ददन विश्वकर्मा)

National Herald Case: नेशनल हेराल्ड केस में ईडी ने एक हफ्ते के अंदर से कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से तीन बार पूछताछ की है. उनसे करीब 10 से ज्यादा घंटे में सवाल-जवाब किया गया, करीब 100 सवाल भी पूछे गए.

नई दिल्ली 28 जुलाई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में सोनिया गांधी से तीसरे दिन भी पूछताछ की. अब तक सोनिया से 100 से ज्यादा सवाल पूछे जा चुके हैं. इन सवालों के जवाब में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नपे-तुले अंदाज में जवाब दिया. उनका तरीका राहुल गांधी जैसा था. राहुल गांधी की तरह सोनिया गांधी ने भी इस मामले में दिवंगत कांग्रेसी नेता मोती लाल वोरा (Moti Lal Vora National Herald Case) नाम सामने किया है.

जांच एजेंसी ने उनसे एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (AJL) और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े वित्तीय लेनदेन के बारे खुलकर पूछा. ED से जुड़े सूत्रों की माने तो सोनिया ने बताया है कि वित्त संबंधी सभी मामले मोतीलाल वोरा संभाला करते थे. हालांकि कि मोतीलाल वोरा का साल 2020 में निधन हो चुका है. मोती लाल वोरा लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष थे.

इन तीन दिनों में ईडी ने सोनिया गांधी से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की है और करीब 100 सवाल पूछे हैं. ईडी ने राहुल गांधी से भी 100 सवाल पूछे थे. उन पर भी इस मामले में मामला दर्ज है. उस वक्त राहुल गांधी ने भी मोतीलाल वोरा का नाम लिया था. कहा था कि उस वक्त कंपनी की वित्तीय लेनदेन की जानकारी उन्हीं के पास थी.

कहां-कहां है संपत्ति?

सोनिया गांधी से पूछताछ में ईडी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कि यंग इंडियन (वाईआई) ने एजेएल और उसकी संपत्तियों का अधिग्रहण करने के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई थई. ईडी एजेएल की अचल संपत्ति के बारे में जानना चाहती है जो दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, भोपाल और चंडीगढ़ जैसे शहरों में कांग्रेस सरकारों द्वारा रियायती दरों पर प्रदान की गई थी.

वो तीन अहम सवाल, जो ED ने पूछे?

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को 3 घंटे तक पूछताछ की. हालांकि उन्हें अब तक कोई नया नोटिस नहीं दिया है. यानि फिलहाल उनसे पूछताछ अभी नहीं होगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ED ने सोनिया से पूछा कि यंग इंडिया के लेन-देन से जुड़ी कितनी बैठकें आपके घर 10 जनपथ पर हुईं हैं. यंग इंडिया लिमिटेड संस्था किस क्षेत्र में काम करती है? लेनदेन के बारे में आपको क्या जानकारी है? इसके शेयर किस तरह बिके? इस पर सोनिया गांधी ने ज्यादा प्रतिक्रिया न देते हुए सिर्फ इतना कहा कि उस वक्त मोतीलाल वोरा कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष थे.

क्या है असल मामला?

टीओआई में छपी खबर के मुताबिक एजेंसी ने बताया कि यंग इंडियन ने कांग्रेस को 1 करोड़ रुपये में से केवल 50 लाख रुपये दिए थे, जो कि डोटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड से था. इस पर ईडी को शक है कि कोलकाता स्थित एक मुखौटा कंपनी है. हालांकि कांग्रेस ने दावा किया कि उसने एजेएल कंपनी को अपने कर्मचारियों के भविष्य निधि बकाया और वीआरएस बकाया के भुगतान के लिए 90.2 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. जबकि ईडी का मानना है कि पार्टी के पदाधिकारी कथित भुगतान का कोई सबूत नहीं दे पाए. यह भी नहीं बता पाए कि पैसे कैसे में या चेक के जरिए दिए गए. इस पर ईडी का कहना है कि यंग इंडियन का दावा है कि उसने एजेएल के कांग्रेस के कर्ज को अपने कब्जे में ले लिया और बदले में पार्टी ने एजेएल की 100% हिस्सेदारी को ट्रांसफर कर दिया.

राहुल गांधी से भी हुई थी 5 दिन तक पूछताछ

इस लेनदेन के कथित घोटाले में सोनिया और राहुल गांधी फिलहाल जमानत पर बाहर हैं. इस मामले में दिल्ली की एक अदालत ने उनके खिलाफ आरोपों का संज्ञान लेकर आयकर आंकलन रिपोर्ट के निष्कर्षों के आधार पर आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश) और 420 (धोखाधड़ी) में केस दर्ज कर मुकदमा चलाने का आदेश दिया था. ईडी इसी मामले का पता लगाने को सोनिया और राहुल से पूछताछ कर रही है.

सोनिया को ED की तीन घंटे की पूछताछ बाद नया नोटिस नहीं; पूछा- यंग इंडिया के लेनदेन से जुड़ी कितनी बैठकें 10 जनपथ पर हुईं

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कल 3 घंटे पूछताछ की। ED ने उन्हें कोई नया नोटिस नहीं दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ED ने सोनिया से पूछा कि यंग इंडिया के लेन-देन से जुड़ी कितनी बैठकें आपके घर 10 जनपथ पर हुईं।

मंगलवार को भी जब ED ने उनसे कंपनियों के लेन-देन के बारे में सवाल किया तो सोनिया ने जवाब दिया- कांग्रेस, एसोसिएट जर्नल और यंग इंडियन से जुड़े सभी लेनदेन कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा देखते थे।

कांग्रेस अध्यक्ष से हुए ये महत्वपूर्ण सवाल

1-यंग इंडिया लिमिटेड संस्था किस क्षेत्र में काम करती है?
2-लेनदेन से जुड़ी कितनी बैठकें आपके आवास 10 जनपथ पर हुईं?
3-लेनदेन के बारे में आपको क्या जानकारी है? इसके शेयर किस तरह बिके?

देशभर में कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन, कई हिरासत में लिए गए

नई दिल्ली में बुधवार को प्रदर्शन कर रही महिला कार्यकर्ताओं को सुरक्षाबलों ने हिरासत में ले लिया। इस दौरान झड़प भी हुई।

सोनिया से पूछताछ के दौरान कल भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देशभर में प्रदर्शन किया। संसद भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के कई सांसदों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। कांग्रेस मुख्यालय के बाहर महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं को सुरक्षाबलों ने उठा-उठाकर बसों में भरा। इस दौरान उनकी सुरक्षा बलों से झड़प भी हुई। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि देश को पुलिसिया स्टेट में बदल दिया गया है। सोनिया से ईडी की पूछताछ खत्म होने के बाद दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिए गए सभी सांसदों को रिहा कर दिया।

3 दिन में 12 घंटे सवाल,5 दिन का ब्रेक भी मिला

पहली बार सोनिया 21 जुलाई को ED दफ्तर पहुंची थीं, यहां उनसे 3 घंटे पूछताछ हुई। इसके बाद 5 दिन का ब्रेक मिला। इसके बाद ईडी ने उन्हें 26 जुलाई को बुलाया गया और 6 घंटे तक सवाल किए। फिर बुधवार को ईडी ने सोनिया को पूछताछ के लिए बुलाया, यहां एजेंसी ने उनसे 3 घंटे पूछताछ की। कुल 12 घंटे हुई पूछताछ के दौरान उनसे 100 से ज्यादा सवाल किए गए है।

नया समन नहीं,तो पूरी हो गई पूछताछ?

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े कथित धन शोधन के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बुधवार को लगातार तीसरे दिन तीन घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की।
हालांकि, उन्हें कोई नया समन जारी नहीं किया गया है, जो इस बात का संकेत है कि उनसे एजेंसी की पूछताछ पूरी हो गई है।

अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को पूछताछ के साथ सोनिया गांधी से गत तीन दिन में 11 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई है और उन्होंने करीब 100 सवालों का सामना किया है।

उन्होंने बताया कि गांधी से पहले दौर की पूछताछ 21 जुलाई को हुई थी।

सोनिया गांधी अपनी बेटी प्रियंका गांधी वाद्रा और बेटे राहुल गांधी के साथ पूर्वाह्न 11 बजे मध्य दिल्ली में संघीय जांच एजेंसी के कार्यालय पहुंचीं।

जांचकर्ताओं के एक दल ने सोनिया गांधी (75 वर्ष) से पूर्वाह्न करीब सवा 11 बजे पूछताछ शुरू की। जांचकर्ताओं में मुख्य जांच अधिकारी और गांधी के दिए गए बयानों को कम्प्यूटर पर दर्ज करने वाला एक व्यक्ति शामिल है।

कांग्रेस अध्यक्ष दोपहर करीब दो बजे बेटी प्रियंका के साथ ईडी दफ्तर से रवाना हुईं। प्रियंका पूछताछ में अपनी मां को कोई सहायता या चिकित्सा देखभाल के लिए ‘प्रवर्तन भवन’ (ईडी मुख्यालय) में ही रहीं।

सोनिया गांधी से कांग्रेस समर्थित यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में अनियमितता आरोपों को लेकर सवाल पूछे गए। इसी कंपनी के पास नेशनल हेराल्ड अखबार का स्वामित्व है।

माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष पार्टी के रुख पर कायम रहीं कि एसोसिएट जर्नल लिमिटेड (एजेएल)- यंग इंडियन करार में कोई निजी संपत्ति नहीं बनाई गई और इसके दिन-प्रतिदिन का काम दिवंगत मोतीलाल वोहरा सहित पार्टी पदाधिकारी देखते थे।

कांग्रेस नेता पवन बंसल और मल्लिकार्जुन खड़के से इस मामले में ईडी पहले ही पूछताछ कर चुकी है।

अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ के दौरान कोविड-19 अनुकूल प्रोटोकॉल का अनुपालन किया गया और ऑडियो-वीडियो मोड पर बयान दर्ज किया गया।

कांग्रेस ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की निंदा की है और इसे ‘‘ राजनीतिक बदले की कार्रवाई’’ और ‘‘उत्पीड़न’’ करार दिया है।

पिछले दो बार की तरह दिल्ली पुलिस ने इस बार भी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और त्वरित कार्रवाई बल (आरएफ) सहित भारी संख्या में जवानों की तैनाती की थी। गांधी के आवास और ईडी के कार्यालय के एक किलोमीटर के दायरे में अवरोधक लगाए गए थे। इलाके में यातायात प्रतिबंध भी लगाए गए थे।

इसी मामले में राहुल गांधी से पिछले महीने पूछताछ की गई थी। उनसे पांच दिनों में करीब 50 घंटे तक ईडी ने पूछताछ की थी।

ईडी ने पिछले साल धनशोधनरोधी अधिनियम (पीएम एलए) में नए सिरे से आपराधिक मामला दर्ज होने के बाद सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ का कदम उठाया।

ईडी ने यह मामला निचली अदालत के आयकर विभाग की ओर से यंग इंडियन के खिलाफ जांच पर संज्ञान लेने के बाद दर्ज किया। आयकर विभाग ने वर्ष 2013 में भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की निजी आपराधिक शिकायत पर जांच की थी।

सोनिया गांधी और राहुल गांधी यंग इंडियन के प्रवर्तकों में शामिल हैं और बहुमत हिस्सेदारी उनके पास है। सोनिया गांधी के पास भी राहुल गांधी के बराबर यंग इंडियन में 38 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।

National Herald Case Ed’s Questioning Of Sonia Gandhi For Three Hours Is Not A New Summon

3 बड़े बयान…

1. गुलाम नबी आजाद- ED ने पूछताछ बंद कर दी थी। अब पहले राहुल गांधी से और फिर सोनिया गांधी से पूछताछ कर रही हैं। औरत और बीमार लोगों पर जंग में भी हाथ नहीं उठाया जाता है। मोदी सरकार कार्रवाई के मामले में निचले स्तर पर उतर आ गई है।

2. जेपी नड्डा- नेशनल हेराल्ड में करोड़ों का घोटाला हुआ है। कानून के हिसाब से जांच एजेंसी काम कर रही है। एक परिवार को बचाने के लिए सत्याग्रह का ड्रामा किया जा रहा है। यह असत्य के लिए आग्रह है।

3. मल्लिकार्जुन खड़गे- ED बार-बार धमकी दे रही है। कांग्रेस को बदनाम और परेशान करने की कोशिश कर रही है। सोनिया गांधी की तबीयत ठीक नहीं है, लेकिन फिर भी परेशान किया जा रहा है। उन्हें लगता है ऐसा करने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटेगा, लेकिन हम पीछे नहीं हटने वाले हैं।

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जानिए नेशनल हेराल्ड केस क्या है?

नेशनल हेराल्ड केस का मामला सबसे पहले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में उठाया था। अगस्त 2014 में ED ने इस मामले में स्वत: संज्ञान ले मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। केस में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे को आरोपित बने।

नीचे ग्राफिक्स से समझिए इस पूरे केस को…

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