नोटों के पहाड़ पर बैठे सांसद धीरज साहू से कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला, गिनती पांचवें दिन भी

नोटों का पहाड़ मिलने के बाद बढ़ी धीरज साहू की मुश्किलें, अब कांग्रेस ने भी अपने नेता पर उठाए सवाल, कहा-
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू इन दिनों घिरते जा रहे हैं. उनके घर और ठिकानों से अकूत दौलत का खजाना मिला है. आलम ये है कि 4 दिन बाद भी नोटों की गिनती जारी है. इतना ही नहीं, 136 बैग में भरे कैश की काउंटिंग होनी है. वहीं कांग्रेस ने भी अपने नेता पर ही सवाल उठाए हैं.
कांग्रेस सांसद धीरज साहू के घर और ठिकानों से भारी मात्रा में कैश मिला है
नई दिल्ली,09 दिसंबर 2023,कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू इन दिनों घिरते जा रहे हैं.उनके घर और ठिकानों से अकूत दौलत का खजाना मिला है.आलम ये है कि 4 दिन बाद भी नोटों की गिनती जारी है.इतना ही नहीं, 136 बैग में भरे कैश की काउंटिंग होनी है. वहीं कांग्रेस ने भी अपने नेता पर ही सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि सांसद धीरज साहू के बिजनेस से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है. जयराम रमेश ने कहा कि आयकर अधिकारियों के उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया जा रहा है. इस कैश के बारे में सिर्फ़ वही बता सकते हैं और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए.

सांसद धीरज साहू के ठिकानों से अकूत कैश मिलने के बाद राजनीति शुरू हो गई है.झारखंड भाजपा के नेता कह रहे हैं कि जब्त पैसा कांग्रेस नेताओं का है. दूसरी ओर कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि यह भाजपा नेताओं का है. भाजपा सांसद संजय सेठ ने कहा कि अब तक 300 करोड़ जब्त किए गए हैं. पैसे अभी भी गिने जा रहे हैं, मशीनें खराब हो रही हैं लेकिन पैसा खत्म नहीं हो रहा है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि मैं राहुल गांधी और सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि ये पैसा कहां से आया. इसकी उचित जांच होनी चाहिए. ये अच्छा पैसा नहीं है ये काला धन है.

बता दें कि सांसद धीरज साहू के ठिकानों से पकड़ी गई रकम 300 करोड़ पहुंच गई है. यह किसी भी एजेंसी के एक ही ऑपरेशन में पकड़ा गया “अब तक का सबसे अधिक” काला धन हैं. इसके अलावा 3 सूटकेस ज्वेलरी मिली है.

भारतीय एसबीआई बालांगिर के क्षेत्रीय प्रबंधक भगत बेहरा ने बताया कि अभी हम दो दिनों के भीतर सभी पैसे गिनने के लक्ष्य को लेकर मिलकर काम कर रहे हैं. 50 कर्मचारी पैसे गिन रहे हैं और अन्य को जल्द ही हमारे साथ शामिल होने को बुलाया गया है. पैकेटों की गिनती जारी है. कुछ पैसे टिटलागढ़ में भी गिने गए. आयकर और पुलिस विभाग ने बैंक क्षेत्रों में पूरी सुरक्षा व्यवस्था की है.

तीन बार के कांग्रेस सांसद के घर पड़ा छापा, अगणित कैश और ज्वेलरी से भरे बैग बरामद

सूत्रों ने कहा कि यह किसी एक समूह और उससे जुड़ी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई में देश में किसी एजेंसी की अब तक की सबसे अधिक पकड़ी नकदी है. बालांगिर जिले में कंपनी परिसर में रखी लगभग 8-10 अलमारियों से लगभग करीब 300 करोड़ रुपये नकद पकडे गए, जबकि बाकी टिटलागढ़, संबलपुर और रांची के स्थानों से पकड़े गए.

विभाग ने बुधवार को ओडिशा के बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और उससे जुड़ी कंपनियों पर छापेमारी शुरू की थी. इनमें बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी भी शामिल है. नोटों की गिनती को तीन दर्जन काउंटिंग मशीनों को काम पर लगाया गया है.

मशीनों की संख्या कम होने से नोटों की गिनती का काम धीमी गति से हो रहा है.

असमारी में रुपये की गड्डी
कहां-कहां हुई छापेमारी
आयकर विभाग के अधिकारियों ने ओडिशा के बोलांगीर ज़िले के सुदापाड़ा इलाक़े में एक ठिकाने से 156 बैग बरामद किए गए.

उन्होंने बताया कि अब तक केवल 6-7 बैग ही गिने गए थे कि इतने पैसे बरामद हो गए.

क़रीब 200 करोड़ की नकदी केवल बोलांगीर से ही बरामद हुई है. बाकी पैसा ओडिशा के संबलपुर और सुंदरगढ़, झारखंड के बोकारो और रांची और कोलकाता से मिला है.

इस केस में आईटी विभाग ने ओडिशा के संबलपुर, बोलांगीर, टिटिलागढ़, बौध, सुंदरगढ़, राउरकेला और भुवनेश्वर औक झारखंड के रांची और बोकारो में छापेमारी की है.

कंपनी की ओर से इस केस में अभी तक कोई बयान नहीं आया है.

बीजेपी की ओडिशा यूनिट ने इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो से कराए जाने की है. बीजेपी ने ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजेडी से भी इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है.


,DHIRAJ PRASAD SAHU @FB
कौन हैं धीरज प्रसाद साहू?

राज्य सभा की वेबसाइट के अनुसार 23 नवंबर 1955 को रांची में जन्मे धीरज प्रसाद साहू के पिता का नाम राय साहब बलदेव साहू है और मां का नाम सुशीला देवी है.

वो तीन बार राज्यसभा सांसद रहे हैं.

वो 2009 में राज्य सभा सांसद बने थे. जुलाई 2010 में वो एक बार फिर झारखंड से राज्य सभा के लिए चुने गए. तीसरी बार वो मई 2018 में राज्य सभा के लिए चुने गए.

धीरज प्रसाद की अपनी वेबसाइट के अनुसार वो एक व्यापारी परिवार से ताल्लुक रखते हैं.

उनके पिता राय साहब बलदेव साहू अविभाजित बिहार के छोटानागपुर से थे और उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में हिस्सा लिया था.

देश के आज़ाद होने के वक्त से ही उनका परिवार कांग्रेस के साथ जुड़ा रहा है.

उन्होंने खुद 1977 में राजनीति में कदम रखा. वो लोहरदगा जिला यूथ कांग्रेस में शामिल रहे.

उनके भाई शिव प्रसाद साहू रांची से दो बार कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा सांसद रहे.

उन्होंने रांची के मारवाड़ी कॉलेज से बीए तक की पढ़ाई की है और झारखंड के लोहरदगा में रहते हैं.

2018 में राज्य सभा के लिए चुने जाने की प्रक्रिया में धीरज साहू ने जो शपथपत्र दायर किया था.इसमें उन्होंने अपनी संपत्ति 34.83 करोड़ बताई थी. उन्होंने 2.04 करोड़ चल संपत्ति होने का दावा भी किया था.

शपथपत्र के अनुसार उनके ख़िलाफ़ कोई आपराधिक मामला नहीं था. शपथपत्र के अनुसार उनके पास एक रेंज रोवर, एक फॉर्च्यूनर, एक बीएमडब्ल्यू और एक पाजेरो कार है.

भाजपा ने ली चुटकी
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के अन्य नेताओं ने इस मामले पर चुटकी ली और सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा करते हुए टिप्पणी की.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडया एक्स पर कहा कि जनता से लूटा गया पैसा लौटाना होगा.

उन्होंने लिखा, “देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के ‘भाषणों’ को सुनें… जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है.”

रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी ओडिशा और झारखंड के उन राजनेताओं के लिए संकेत थी जिनके तार इस शराब कंपनी से जुड़े हैं.

भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेस कर विपक्षी इंडिया गठबंधन को तो निशाना बनाया ही, साथ ही गांधी परिवार और कांग्रेस को भी निशाने पर लिया.

उन्होंने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है, उन्हें तुरंत इस्तीफ़ा देना चाहिए.

उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री की गारंटी है कि भ्रष्टाचार को फलने-फूलने नहीं दिया जाएगा और जो लोग भ्रष्टाचार करेंगे उन्हें जेल की सज़ा दी जाएगी.”

उन्होंने कहा, “नौ अलमारियां हैं जिनमें क़रीब 100 करोड़ से ज़्यादा की नकदी मिली है. कांग्रेस के एक सांसद के यहां से 100 करोड़ की नकदी पकड़ी गई है. पार्टी में कितने सांसद है? पूरे विश्व का सबसे भ्रष्ट परिवार गांधी परिवार है.”

भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने व्यंग्य किया है, “ये इस बात का सबूत है के मोहब्बत की दुकान में भ्रष्टाचार का व्यापार चल रहा था.”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *