सिल्क्यारा सुरंग अपडेट: वर्टिकल ड्रिलिंग हुई 19 मीटर,8 मी. टूटी ऑगर मशीन निकालना बाकी

उत्तरकाशी 26 नवंबर। सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन के संबंध में रविवार को देर शाम अस्थाई मीडिया सेंटर, सिलक्यारा में प्रेस ब्रीफिंग हुई जिसमें सचिव उत्तराखंड शासन डॉक्टर नीरज खैरवाल ने बताया कि पाइप में फंसे ऑगर मशीन की ब्लेड एवं साफ्ट काटने का कार्य जारी है। पाइप से अब 8.15 मीटर के ऑगर मशीन के ब्लेड एवं साफ्ट का हिस्सा निकाला जाना बाकी है।

अपर सचिव (सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार) एवं एम.डी (एनएचआईडीसीएल) महमूद अहमद ने बताया कि वर्टिकल ड्रिलिंग का कार्य तेजी से चल रहा है। अब तक 19.2 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग कर ली गई है। आगे का कार्य भी पूरी तेज़ी एवं सावधानी से हो रहा है।

वार्ता में जिला अधिकारी अभिषेक रुहेला, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार मौजूद रहे।

इससे पूर्व की प्रेस ब्रीफिंग में सचिव उत्तराखंड शासन डॉक्टर नीरज खैरवाल ने बताया था कि पाइप में फंसे ऑगर मशीन की ब्लेड एवं साफ्ट काटने का कार्य जारी है। इसके लिए लेजर कटर एवं प्लाज्मा कटर भी मंगाये गये जो सिलक्यारा पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया था कि अब 13 मीटर का हिस्सा निकाला जाना बाकी है।

सचिव उत्तराखंड शासन डॉक्टर नीरज खैरवाल ने बताया कि पाइप में फंसे ऑगर बिट निकाले जाने पर आगे की माइनिंग मैन्युअल होगी। इसकी सभी तैयारियां पूरी है। उन्होंने बताया कि अंदर फंसे सभी श्रमिक सकुशल हैं। सभी श्रमिक हिम्मत बनाए हैं। श्रमिकों से संवाद हेतु बीएसएनएल की मदद से अतिरिक्त कम्युनिकेशन सेटअप तैयार है। श्रमिकों को पर्याप्त मात्रा में भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री मौजूद है। फंसे श्रमिकों का निरंतर डॉक्टरों से संवाद हो रहा है। साथ ही मनोचिकित्सकों से भी निरंतर परामर्श करवाया जा रहा है।

अपर सचिव (सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय,भारत सरकार) एवं एम.डी (एनएचआईडीसीएल) महमूद अहमद ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में कई प्लानिंग पर एक साथ कार्य चल रहा है जिसमें वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू हो गई है। अब तक 15 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग हुई है। RVNL भी परपेंडिकुलर होरिजेंटल ड्रिलिंग कर रहा है। इसके लिए सभी मशीनें पहुंच चुकी हैं। परपेंडिकुलर होरिजेंटल ड्रिलिंग हेतु कंक्रीट बेड बनाया जा रहा है।

अपर सचिव (सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार) एवं एम.डी (एनएचआईडीसीएल) महमूद अहमद ने बताया कि ड्रिफ्ट टनल बनाने के विकल्प पर भी कार्य शुरू किया गया है। ड्रिफ्ट टनल का डिजाइन तय कर फ्रेम फेब्रिकेशन शुरू हो गया है। THDC ने भी बड़कोट साइड से टनल का निर्माण शुरू कर दिया है,जिसमें अब तक 4 ब्लास्ट कर 10 मीटर का कार्य पूरा हो गया है। ब्लास्टिंग में विशेष सावधानी बरती जा रही हैं।

इस दौरान महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी भी मौजूद रहे।

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