गज़ब:प्रस्तावक मुकरने से सूरत के कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन निरस्त

गुजरात: एक प्रस्तावक तक नहीं जुटा पाए सूरत के कांग्रेस उम्मीदवार, चुनाव अधिकारी ने निरस्त किया नामांकन
गुजरात में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी निलेश कुम्भानी चुनाव अधिकारी के समक्ष अपने तीन में से एक भी प्रस्तावक नहीं ला पाए. समीक्षा में चुनाव अधिकारी ने निलेश कुम्भानी का नामांकन फॉर्म निरस्त कर दिया.


अहमदाबाद,21 अप्रैल 2024,सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी निलेश कुम्भानी चुनाव अधिकारी के समक्ष अपने तीन में से एक भी प्रस्तावक नहीं ला पाए जिसके बाद चुनाव अधिकारी ने निलेश कुम्भानी का नामांकन फॉर्म निरस्त कर दिया. भाजपा प्रत्याशी दिनेश जोधानी ने कांग्रेस प्रत्याशी निलेश कुम्भानी के फॉर्म में उनके तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर पर सवाल उठाए थे. अपने साथ प्रस्तावक न ला पाने पर कांग्रेस प्रत्याशी  निलेश कुम्भानी ने कहा कि मेरी सुबह प्रस्तावकों से बात हुई थी,उन्होंने कहा था कि 9 बजे तक कलेक्टर ऑफिस आ जाएंगे, हमें उम्मीद थी वो आएंगे लेकिन अब सभी के फोन बंद है.
उन्होंने कहा कि सरकार की धमकी से सब डरे हुए हैं. कांग्रेस के नेता और एडवोकेट बाबू मांगुकीया ने कहा कि हमारे तीनों प्रस्तावकों का अपहरण हुआ है,चुनाव अधिकारी को अब फॉर्म पर हस्ताक्षर हुए हैं या नहीं,इसकी नहीं बल्कि अपहरण की जांच करनी चाहिए.उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर टेली किए बिना फॉर्म निरस्त करना गलत है,प्रस्तावकों के हस्ताक्षर सही हैं या गलत, इसकी जांच बिना फॉर्म निरस्त करना गलत है.
कांग्रेस बोली- कोर्ट जाएंगे

एडवोकेट बाबू मांगुकीया ने कहा कि प्रस्तावकों के अपहरण की हमने शिकायत लिखाई है लेकिन अभी तक पुलिस की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की गई.हम हाई कमांड से बात कर हाईकोर्ट का रूख करेंगें .वहीं कांग्रेस नेता असलम सायकलवाला ने कहा कि ‘निलेश कुम्भानी को प्रत्याशी बनाना कांग्रेस की गलती थी, निलेश कुम्भानी ने टिकट का सौदा किया है । वो बिक चुके हैं.’

अन्य कांग्रेस के कार्यकर्ताओं – नेताओं ने कहा प्रस्तावक में बहनोई,भांजा और भागीदार था और अब वही मौजूद नहीं हो रहे हैं तो मतलब ये है कि निलेश कुम्भानी खुद शंका की परिधि में हैं। उन्होंने भाजपा से सौदेबाजी कर ली है.

भाजपा ने उठाए थे हस्ताक्षर पर सवाल

वहीं भाजपा ने कांग्रेस के आरोप निरस्त करते हुए कहा कि खुद की गलती छिपाने को कांग्रेस भाजपा पर आरोप लगा रही है. कांग्रेस को इसका जवाब जनता गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीट पर भाजपा को 5 लाख से ज्यादा अंतर से विजयी बनाकर देगी.
आपको बता दें कि, भाजपा के दिनेश जोधानी ने कांग्रेस के प्रत्याशी निलेश कुम्भानी के नामांकन पत्र को लेकर कल सवाल उठाए थे. कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी के तीनों प्रस्तावकों के हस्ताक्षर को लेकर चुनाव अधिकारी से भाजपा प्रत्याशी दिनेश जोधानी ने शिकायत की थी.

प्रस्तावकों ने दिया शपथपत्र- हमारे हस्ताक्षर नहीं

वहीं निलेश कुम्भानी के प्रस्तावक में उनके बहनोई, भांजे और भागीदार के हस्ताक्षर होने का दावा किया गया था लेकिन तीनों प्रस्तावकों ने चुनाव अधिकारी के सामने कल एफिडेविट कर कहा था कि निलेश कुम्भानी के फॉर्म में उनके हस्ताक्षर नहीं है, जिसके बाद से तीनों प्रस्तावक गायब है.

चुनाव अधिकारी ने कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी के प्रस्तावक उनके बहनोई जगदीश सावलिया, उनके भांजे ध्रुविन धामेलिया और भागीदार रमेश पोलरा के निवेदन का वीडियो रिकॉर्डिंग भी किया था. प्रस्तावकों के दावे के बाद चुनाव अधिकारी ने जवाब देने को कांग्रेस कैंडिडेट निलेश कुम्भानी को एक दिन का समय दिया था. कांग्रेस प्रत्याशी निलेश कुम्भानी अपने एडवोकेट के साथ चुनाव अधिकारी को जवाब देने पहुंचे थे, लेकिन तीन में से एक भी प्रस्तावक मौजूद नहीं रहे. बता दें कि, देश के पूर्व प्रधानमंत्री  मोरारजी देसाई 5 बार गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से सांसद रहे थे, लेकिन साल 1989 से सूरत लोकसभा सीट पर भाजपा का कब्जा रहा है.

TOPICS: गुजरात लोकसभा चुनाव 2024 सूरत
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

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