प्राण-प्रतिष्ठा के पहले मोदी दक्षिण के मंदिर-मंदिर क्यों घूम रहे?

India Lok Sabha Election 2024 Pm Narendra Modi End South Vs North Dispute Before Ayodhya Ram Mandir Inauguration
मंदिर-मंदिर पूजा, रामेश्वरम के समुद्र में डुबकी… PM मोदी ने साउथ बनाम नॉर्थ विवाद किया खत्म
अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा है। पूरे देश में इस भव्य आयोजन को लेकर उत्साह है। राम मंदिर उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री मोदी भी दक्षिण राज्यों की यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान कई मंदिरों में पूजा पाठ कर रहे है। प्रधानमंत्री मोदी की दक्षिण यात्रा के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।

नई दिल्ली 20 जनवरी: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर उद्घाटन को लेकर देश में गजब का उत्साह है, पूरा देश राम भक्ति में डूबा है। प्रधानमंत्री मोदी खुद राम के आगमन की तैयारियों में जुटे हैं। ‘राम व्रती’ मोदी दक्षिण भारत के मंदिर-मंदिर घूम रहे हैं। दक्षिण भारत से प्रधानमंत्री मोदी की ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं, जो शायद पहले कभी ना आई हों। प्रधानमंत्री मोदी कहीं हाथी से आशीर्वाद लेते नजर आ रहे हैं तो कहीं मंदिर में रामायण सुनते दिख रहे हैं। वहीं रामेश्वर के समुद्र में डुबकी लगाते मोदी की तस्वीर और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है। प्रधानमंत्री मोदी नासिक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल के मंदिरों में पूजा अर्चना कर रहे हैं। इन सभी मंदिरों का राम और अयोध्या से खास कनेक्शन है।
उधर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री मोदी के दक्षिण दौरे के राजनीतिक अर्थ भी निकाले जा रहे हैं। दरअसल इस साल लोकसभा चुनाव है और भारतीय जनता पार्टी की स्थिति दक्षिण के राज्यों में मजबूत नहीं है। बीते साल भाजपा ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव में तो शानदार जीत हासिल की, लेकिन तेलंगाना में भाजपा की बुरी हार हुई। इस हार के बाद देश में दक्षिण बनाम उत्तर भारत के मुद्दा फिर से उबाल में आया और चर्चा होने लगी कि भाजपा की हालत दक्षिण में काफी खराब है। दक्षिण के कुछ नेताओं ने तो सीधे तौर पर कहा कि भाजपा सिर्फ हिंदी भाषी राज्यों में ही जीत सकती है।

भाजपा का मिशन दक्षिण

भाजपा अपनी चुनावी रणनीति काफी सोच समझकर तैयार करती है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भाजपा जहां खुद को कमजोर महसूस करती है, वहां पार्टी की मजबूती का जिम्मा प्रधानमंत्री मोदी के कंधों पर डाल दिया जाता है। लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत दक्षिण भारत में भाजपा की नाव को पार लगाने की जिम्मेदारी भी प्रधानमंत्री मोदी पर है। प्रधानमंत्री मोदी लगातार दक्षिण भारत के दौरे पर हैं। भाजपा ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में तेलंगाना की 17 सीटों में से 4 पर जीत हासिल की थी। भाजपा कर्नाटक और तेलंगाना के अलावा केरल और तमिलनाडु जैसे दक्षिणी राज्यों में अपना आधार मजबूत करना चाहती है। ऐसे में राम मंदिर उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री मोदी दक्षिण के मंदिरों का भ्रमण कर रहे हैं।

400 सीटों के लिए जरूरी दक्षिण का साथ

भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 400 सीटों का टारगेट रखा है। भाजपा को इस लक्ष्य को पाने के लिए उत्तर भारत के साथ-साथ दक्षिण का किला भी भेदने की जरूरत है। दरअसल ये वही राज्य हैं, जहां भाजपा का प्रदर्शन अब तक अच्छा नहीं रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने जानते हैं कि दक्षिण भारत को साथ लिए बिना 400 का लक्ष्य मुश्किल है। ऐसे में साल की शुरुआत से ही दक्षिण के राज्यों के सफर पर प्रधानमंत्री मोदी निकल गए थे। यहां न सिर्फ उन्होंने तमाम योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, बल्कि प्रमुख मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना भी की।

गोमूत्र स्टेट वाले बयान से बौखला गई थी भाजपा

I.N.D.I. गठबंधन के महत्वपूर्ण साझेदार डीएमके के सांसद डीएनवी सेंथिलकुमार ने संसद के शीतकालीन सत्र में भाजपा को गोमूत्र स्टेट वाली पार्टी बताया था । सांसद डीएनवी सेंथिलकुमार ने लोकसभा में कहा था कि भाजपा सिर्फ हिन्दी हार्टलैंड में ही जीत सकती है जिसे हम आमतौर पर गौमूत्र स्टेट कहते हैं। दक्षिण के राज्य, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना में भाजपा का कोई अस्तित्व नहीं है। उनका इशारा राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में मिली भाजपा की जीत की ओर था। सेंथिलकुमार ने तेलंगाना की हार का जिक्र करते हुए संसद में कहा था कि भाजपा दक्षिण भारत में नहीं आ सकती। सेंथिलकुमार के इस बयान का भाजपा ने पुरजोर विरोध किया था। विरोध बढ़ते देख सेंथिलकुमार ने अपने बयान पर खेद प्रकट कर लिया था।

अग्नितीर्थम में प्रधानमंत्री मोदी का पवित्र स्नान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामेश्वरम में रामनाथस्वामी मंदिर का दौरा किया और पूजा-अर्चना की। रामनाथस्वामी मंदिर के मुख्य देवता भगवान शिव हैं और व्यापक मान्यता है कि भगवान राम और सीता ने यहां पूजा की थी। मोदी तिरुचिरापल्ली से हेलीकॉप्टर से अमृतानंद स्कूल परिसर, रामेश्वरम पहुंचे और अग्नितीर्थम में पवित्र स्नान किया। मोदी ने मंदिर में भजन संध्या में हिस्सा लिया। वह तमिल परंपराओं के अनुसार वेष्टि लपेटे हुए थे। रामेश्‍वरम चार धामों में से एक है। तीन अन्य धाम बद्रीनाथ, जगन्‍नाथ पुरी और द्वारका पुरी हैं। तमिलनाडु पुलिस ने रामेश्वरम में तीन स्तरीय भारी सुरक्षा तैनात की थी। तीन हजार से अधिक पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए थे, जबकि धनुषकोडी में तट रक्षक बल भी समुद्र में गश्त कर रहा था।

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