आपरेशन गंगा अंतिम चरण: अब तक लौटे 15900,आज लौटेंगें1500

ऑपरेशन गंगा :अभियान का आखिरी चरण जारी, आज 11 फ्लाइट्स से 2135 भारतीय लौटे; सोमवार को 8 उड़ानों से 1500 नागरिक लौटेंगे

नई दिल्ली07 मार्च। यूक्रेन-रूस युद्ध का आज 11वां दिन है। हंगरी स्थित भारतीय दूतावास ने आज एक अहम ऐलान करते हुए कहा है कि आज से ऑपरेशन गंगा का आखिरी चरण शुरू हो रहा है। ऐसे में वहां फंसे लोग आज स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे से 12 बजे के बीच बुडापेस्ट के हंगारिया सिटी सेंटर पहुंचें।

ऑपरेशन गंगा में रविवार को 11 फ्लाइट्स से 2135 भारतीय वतन लौटे। सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के मुताबिक, अब तक 15 हजार 900 भारतीय नागरिक देश लौट चुके हैं। ऑपरेशन गंगा 22 फरवरी को शुरू हुआ था। मिनिस्ट्री के मुताबिक, कल यानी सोमवार को कुल 8 स्पेशल फ्लाइट्स ऑपरेट की जाएंगी। इनमें से 5 बुडापेस्ट से ऑपरेट होंगी। कुल मिलाकर 1500 भारतीयों को स्वदेश लाया जाएगा।

इससे पहले रविवार तड़के 182 भारतीय नागरिकों को लेकर एक विशेष उड़ान रोमानिया के बुखारेस्ट से मुंबई पहुंची। वहीं, एक अन्य फ्लाइट 183 स्टूडेंट्स को लेकर बुडापेस्ट से दिल्ली पहुंची। इसके अलावा इंडियन एयरफोर्स का C-17 विमान 210 यात्रियों को लेकर दिल्ली के पास हिंडन एयरबेस पर उतरा। अभी तक तीन विमान से 575 यात्री दिल्ली और मुंबई पहुंच चुके हैं।

नागर विमानन मंत्रालय के अनुसार ऑपरेशन गंगा के तहत आज यूक्रेन के पड़ोसी देशों से 11 विशेष फ्लाइट्स से 2135 भारतीयों को वापस लाया गया। इसके साथ ही 22 फरवरी 2022 से अब तक विशेष उड़ानों से 15,900 से अधिक भारतीयों को वापस लाया जा चुका है।

यूक्रेन से छात्रों को लेकर एयरफोर्स का विमान C-17 ग्लोबमास्टर रविवार को दिल्ली के पास हिंडन एयरबेस पर उतरा।

पालतू बिल्ली को साथ लेकर लौटा स्टूडेंट

छात्र बोला- मेरी बिल्लियां मेरी जिंदगी हैं।

यूक्रेन से रेस्क्यू किए गए छात्रों में से एक अपने साथ पालतू बिल्ली को भी लाया है। उसने बताया- भारतीय दूतावास ने मेरे पालतू जानवरों को अपने साथ वापस लाने में मदद की। मेरी बिल्लियां मेरी जिंदगी हैं, मैं उन्हें यूक्रेन में नहीं छोड़ सकता था। मैं सभी से अपने पालतू जानवरों को वापस लाने का अनुरोध करता हूं।

नवीन के परिवार को कर्नाटक सरकार ने दी मदद

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई चेक देने के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए।

यूक्रेन में गोलाबारी के दौरान मारे गए MBBS के छात्र नवीन शेखरप्पा के परिवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने 25 लाख रुपए का चेक सौंपा है। CM ने कहा- हम परिवार के किसी सदस्य को नौकरी भी देंगे। नवीन का पार्थिव शरीर भी जल्द से जल्द यहां लाया जाएगा।

स्लोवाकिया और यूक्रेन के लोगों ने मदद की

स्लोवाकिया के कोसिसे से दिल्ली आए छात्र मोहन कुमार बताया- मैं इवानो-फ्रैंकिव्स्क से आया था। 3 मार्च को सीमा पार कर गया था। स्लोवाकिया और यूक्रेन के लोगों ने हमारी बहुत मदद की, भोजन और आश्रय की व्यवस्था की। हम स्लोवाकिया की मदद से भारतीय दूतावास के साथ आए।

प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन गंगा को लेकर की मीटिंग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट पर शनिवार को एक बार फिर हाई लेवल मीटिंग की। पिछले 4 दिनों में प्रधानमंत्री की यह 9वीं बैठक है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने अब तक भारतीयों छात्रों को निकालने को लेकर चलाए जा रहे ऑपरेशन गंगा के बारे में पूरी जानकारी ली। साथ ही बाकी फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी के अभियान में और तेजी लाने के निर्देश दिए। बता दें कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए प्रधानमंत्री लगातार इस तरह की बैठकें कर रहे हैं और हालात पर खुद निगरानी रख रहे हैं।

 

प्रधानमंत्री ने अब तक भारतीयों छात्रों को निकालने को लेकर चलाए जा रहे ऑपरेशन गंगा के बारे में पूरी जानकारी ली।

सूमी में फंसे हैं कई स्टूडेंट्स, मदद नहीं पहुंची
शनिवार को एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने ऑपरेशन की सफलता पर सवाल उठा दिए हैं। सूमी में फंसे स्टूडेंट्स ने वीडियो जारी करके कहा है कि ये उनका आखिरी वीडियो और आखिरी अपील है। इसके बाद वे अपनी जान जोखिम में डाल कर रशिया बॉर्डर की तरफ निकल जाएंगे। इसके कुछ ही देर बाद विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने सभी भारतीय छात्रों को सतर्क और सुरक्षित रहने के लिए कहा है। छात्र किसी सुरक्षित जगह पर रहें और अनावश्यक जोखिम न उठाएं। विदेश मंत्रालय और हमारे दूतावास छात्रों से लगातार संपर्क में हैं।

कीव स्थित भारतीय दूतावास ने बताया कि पिसोचिन से भी सभी भारतीयों को निकाल लिया गया है।

विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा बनवाने की कोशिश कर रहे हैं। हमने तत्काल युद्धविराम के लिए कई चैनलों के माध्यम से रूस और यूक्रेन की सरकारों पर जोरदार दबाव डाला है। आज सुबह रूस ने यूक्रेन के दो शहरों में सीजफायर का ऐलान किया है, ये दोनों ही शहर सूमी से 600 किमी दूर हैं। बाकी जगहों पर गोलाबारी जारी है। वहां तक मदद भी नहीं पहुंची है। जिसके कारण इन स्टूडेंट्स ने पैदल ही निकलने का फैसला किया।

यूक्रेन का संकट खत्म करने को गांधी की याद

यूक्रेन में चल रहे संकट के बीच आज यूक्रेन समेत अनेक यूरोपीय देशों के राजदूतों ने शांति की अपील करते हुए महात्मा गांधी को याद किया। दिल्ली के राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय, राजघाट में राजदूत और उनके परिजन सर्वधर्म प्रार्थना सभा में शामिल हुए। सभा के बाद यूक्रेन के राजदूत डॉक्टर आइगर पोलिखा ने भारत से अपील की कि वह यूक्रेन को बचाने में सहयोग करे।

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