राजस्थान में मुस्लिम इलाकों में बिजली कटौती न करने के आदेश पर ले-दे

जोधपुर डिस्कॉम ने रमजान के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने संबंधी निर्देश वापस लिया

जोधपुर, पांच अप्रैल (भाषा) बिजली वितरण कंपनी ने यहां 10 जिलों में अपने इंजीनियरों को रमजान के दौरान सभी ‘‘मुस्लिम बहुल क्षेत्रों’’ में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किये। हालांकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना के बाद उसे इन निर्देशों को वापस लेना पड़ा। जोधपुर डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंताओं को एक अप्रैल को जारी आदेश में कहा गया है, ‘‘रमजान का महीना चार अप्रैल से शुरू हो रहा है। मुस्लिम बहुल इलाकों में बिजली बंद न करें और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें ताकि रोजा रखने वालों को कोई असुविधा न हो।’’ इस पर प्रतिक्रिया देते
जोधपुर, पांच अप्रैल (भाषा) बिजली वितरण कंपनी ने यहां 10 जिलों में अपने इंजीनियरों को रमजान के दौरान सभी ‘‘मुस्लिम बहुल क्षेत्रों’’ में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किये। हालांकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना के बाद उसे इन निर्देशों को वापस लेना पड़ा।
जोधपुर डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंताओं को एक अप्रैल को जारी आदेश में कहा गया है, ‘‘रमजान का महीना चार अप्रैल से शुरू हो रहा है। मुस्लिम बहुल इलाकों में बिजली बंद न करें और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें ताकि रोजा रखने वालों को कोई असुविधा न हो।’’

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इसका  संज्ञान   लेते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजस्थान इकाई ने ट्वीट कर पूछा कि जोधपुर डिस्कॉम द्वारा नवरात्रों के उत्सव के लिए इस तरह का आदेश क्यों नहीं जारी किया गया।

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक बयान में आदेश को ‘‘तुगलकी फरमान’’ करार दिया और राज्य की कांग्रेस सरकार से जोधपुर को ‘‘सांप्रदायिक साजिश’’ से बाहर रखने का अनुरोध किया।

इस संबंध में बढ़ते विरोध के बीच, डिस्कॉम अधिकारियों ने मंगलवार को एक नया आदेश दिया, जिसमें ‘‘रमजान’’ और ‘‘मुस्लिम बहुल क्षेत्रों’’ जैसे शब्दों को हटा दिया गया।

नये निर्देश में कहा गया है, ‘‘इस साल अधिक तापमान और आने वाले महीनों में पड़ने वाले त्योहारों को ध्यान में रखते हुए, सार्वजनिक सुविधा और उचित जल आपूर्ति के लिए पर्याप्त बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें।’’

इस बीच डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक (एमडी) प्रमोद टाक ने कहा कि यह आदेश मानवीय आधार पर जारी किया गया था क्योंकि भीषण गर्मी से मुस्लिम श्रद्धालुओं को परेशानी होती है, जो पूरे दिन पानी के बिना रहते हैं।

उन्होंने कहा कि होली हो या दिवाली हर त्योहार पर इस तरह के आदेश जारी किए जाते हैैं।

ELECTRICITY TO BE NOT CUT IN MUSLIM DOMINATED AREAS IN MONTH OF RAMZAN IN RAJASTHAN ASHOK GEHLOT GOVERNMENT ISSUED ORDERS RJSR
राजस्थान में रमजान के महीने में मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में नहीं कटेगी बिजली, सियासी पारा चढ़ा
रमजान माह में बिजली कटौती ना करने के ये आदेश सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहे हैं.

बिजली पर आमने-सामने आई बीजेपी-कांग्रेस: राजस्थान में रमजान के महीने (Ramzan month) में मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बिजली कटौती नहीं की जाएगी. इसको लेकर हाल ही में जारी हुए आदेशों के बाद राजस्थान में राजनीति गरमा गई है. बीजेपी ने बिजली कंपनियों की ओर से जारी किये गये इन आदेशों को लेकर कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं. बीजेपी नेताओं ने इसे राजस्थान की कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति से जुड़ा आदेश करार दिया है. ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बीजेपी के आरोपों को सिरे से खारिज किया है.

जयपुर. राजस्थान में रमजान के महीने (Ramzan month) में मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बिजली कटौती नहीं की जाएगी. इसको लेकर विद्युत वितरण कंपनियों ने आदेश जारी कर दिये हैं. आदेश में कहा गया है कि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में रमजान के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति की जाए. इसको लेकर हाल ही में मंत्री जाहिदा खान ने अशोक गहलोत सरकार के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी को लिखा पत्र था. उसके बाद ऊर्जा मंत्री भाटी के निर्देश पर तीनों बिजली वितरण कंपनियों ने इसके आदेश जारी कर दिये हैं. इस मामले को लेकर प्रदेश में राजनीति गरमाने लगी है. रमजान के महीने में बिजली कटौती ना करने से जुड़े ये आदेश सोशल मीडिया पर जमकर वायरल भी हो रहे हैं.

दरअसल राजस्थान की बिजली कंपनियों में शामिल जोधपुर और जयपुर डिस्कॉम की ओर से 1 आदेश जारी किया गया है कि रमजान के महीने में बिजली की निर्बाध सप्लाई दी जाए. रमजान के महीने में किसी प्रकार की बिजली कटौती नहीं की जाएये. ये आदेश जारी होते ही राजस्थान में सियासी पारा गरमा गया. बीजेपी ने इन आदेशों का विरोध करना शुरू कर दिया है. वहीं सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई.

जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की ओर से जारी किया गया आदेश.

बीजेपी बोली तुष्टिकरण की राजनीति से जुड़ा है ये आदेश
बीजेपी नेताओं ने इसे राजस्थान की कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति से जुड़ा आदेश करार दिया है. वहीं जोधपुर विद्युत वितरण निगम के एमडी की मानें तो यह सामान्य आदेश है. इसमें संशोधन कर दिया गया है. राजस्थान के ऊर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने बीजेपी के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा है कि सभी त्योहारों पर निर्बाध बिजली की आपूर्ति करना बिजली विभाग का कार्य होता है.

मंत्री भाटी बोले- बीजेपी बेवजह की राजनीति कर रही है

भाटी ने कहा कि यह आदेश उसी से जुड़ा है न कि किसी धर्म या तुष्टिकरण की राजनीति से. उन्होंने कहा कि बीजेपी बेवजह की राजनीति कर रही है. वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर तीखे हमले बोले हैं. उन्होंने कहा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत धर्म के आधार पर बिजली का वितरण करेंगे जनता को उनसे ऐसी उम्मीद नहीं थी.

गुलाबचंद कटारिया ने लगाया ये बड़ा आरोप

बीजेपी नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि मुस्लिम समुदाय को अपने प्रभाव में लेने के लिए सरकार ने इस तरह के आदेश जारी किया है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस सरकार को अन्य धर्मों के त्योहार नजर नहीं आते हैं? बहरहाल बिजली कंपनियों का यह आदेश सरकार के लिए नई मुसीबत बनता हुआ नजर आ रहा है.

 

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