नीच ही नहीं चोर भी है हमास, दिल्ली से चुराये 4 करोड़ के बिटकॉइन

Israel-Hamas: हमास ने दिल्ली से 4 करोड़ के बिटकॉइन चोरी किए, तीन आतंकी संगठनों को फंडिंग

Hamas stole bitcoins from Delhi : ब्लॉकचेन एनालिटिक्स रिपोर्ट अनुसार, इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में 3 आतंकी संगठनों को क्रिप्टो करेंसी में फंडिंग मिल रही है.

नई दिल्ली 11 अक्टूबर : दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल क्रिप्टोकरेंसी चोरी के एक मामले की जांच कर रही है, जहां पश्चिमी दिल्ली के एक व्यापारी के वॉलेट से लगभग 4 करोड़ रुपये चोरी हो गए थे।
जांच में मालूम हुआ है कि, जब इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने आतंकवादी समूहों द्वारा संचालित संदिग्ध वॉलेट के बारे में जानकारी साझा की है, चोरी की गई संपत्ति हमास की साइबर आतंकवाद शाखा द्वारा संचालित वॉलेट से पाई गई. हमास द्वारा नए सिरे से हैकिंग के प्रयासों को लेकर खुफिया एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं.
टीओआई रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिमी दिल्ली के एक बिजनेसमैन के वॉलेट से करीब 4 करोड़ रुपये चोरी हो गए. पुलिस कुछ प्राप्तकर्ता वॉलेट आईडी का पता लगाने में सक्षम थी लेकिन एंड यूजर्स को ट्रैक करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. हालाँकि, एक सफलता तब मिली जब इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने संचालित संदिग्ध वॉलेट के बारे में जानकारी साझा की.
इजरायली सरकार के जब्ती आदेशों और ब्लॉकचेन एनालिटिक्स रिपोर्ट की समीक्षा के अनुसार, हमलों से पहले के वर्ष के दौरान, तीन आतंकवादी समूहों – हमास, फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद और उनके लेबनानी सहयोगी हिजबुल्लाह को क्रिप्टो के माध्यम से बड़ी मात्रा में धन प्राप्त हुआ था.
क्रिप्टो रिसर्चर एलिप्टिक के विश्लेषण से पता चला है कि इस साल अगस्त 2021 और जून के बीच पीआईजे से जुड़े इजरायली अधिकारियों ने डिजिटल-मुद्रा वॉलेट को क्रिप्टो में $93 मिलियन तक प्राप्त किया है.

एक अन्य क्रिप्टो एनालिटिक्स और सॉफ्टवेयर फर्म, तेल अवीव स्थित BitOK के शोध के अनुसार, हमास से जुड़े वॉलेट को समान समय अवधि में लगभग 41 मिलियन डॉलर अधिक प्राप्त हुए थे.

Cryptocurrency Theft Linked To Attack On Israel
हमास में बर्बर आतंकी ही नहीं, शातिर हैकर भी… दिल्‍ली में क्रिप्‍टोकरेंसी की चोरी से कनेक्‍शन
Hamas Funding Sources: इजरायल पर सबसे बड़ा आतंकवादी करने वाला संगठन हमास अलग तरीके से फंड्स जुटाता है। दिल्‍ली में क्रिप्‍टोकरंसी की चोरी से कनेक्शन सामने आया है।

दिल्‍ली पुलिस की स्‍पेशल सेल ने हमास के क्रिप्‍टो चोरी कांड को सुलझाया
2021 की सर्दियों में दिल्‍ली पुलिस की स्‍पेशल सेल एक गुत्थी सुलझाने में लगी थी। वेस्‍ट दिल्‍ली के एक कारोबारी के वॉलेट से करीब 4 करोड़ रुपये की क्रिप्‍टोकरंसी चोरी हुई थी। पुलिस कुछ वॉलेट IDs पता करने में कामयाब रही जिन्हें मनी ट्रांसफर हुआ था, लेकिन असली कर्ता-धर्ताओं का पता नहीं चला। ठीक उसी वक्‍त, इजरायल की खुफिया एजेंसी- मोसाद ने भारतीय खुफिया एजेंसियों को एक मेसेज भेजा। दोनों देशों के बीच ऐसे इंटेलिजेंस एक्‍सचेंज आम हैं। इस मेसेज में कुछ संदिग्ध वॉलेट्स के बारे में जानकारी थी जिनका इस्तेमाल आतंकवादी संगठन कर रहे थे। मोसाद की लिस्ट में शामिल कई वॉलेट एड्रेस को हमास की अल-कसम ब्रिगेड चला रही थी। इजरायल के नैशनल ब्‍यूरो फॉर काउंटर टेरर फायनेंसिंग इन्‍हें ‘सीज’ कर चुकी थी। नया मोड़ तब आया जब स्‍पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्‍ट्रैटीजिक ऑप्‍स (IFSO) यूनिट ने वॉलेट्स IDs को मैच कराया। दिल्‍ली से जिन वॉलेट्स में बिटकॉइन और एथेरियम ट्रांसफर किए गए थे, उन्‍हें हमास की साइबर टेररिज्म विंग चला रही थी।

दिल्‍ली की क्रिप्‍टोकरंसी चोरी का हमास कनेक्‍शन

दिल्‍ली वाला केस भारत में हमास की किसी गतिविधि का पहला वाकया था। स्‍पेशल सेल के अधिकारियों ने कहा कि जांच से जुड़ी जानकारियां संबंधित अधिकारियों को भेजी गई थीं। पूर्व डीसीपी (स्पेशल सेल) केपीएस मल्‍होत्रा की टीम ने उस मामले की जांच की थी। मंगलवार को मल्‍होत्रा ने कहा, ‘हां, हमारी जांच हमें अल-कसम ब्रिगेड्स से जुड़े कई वॉलेट्स तक लेकर गई थी।’

पुलिस के अनुसार, मामले की पहली सूचना 2019 में पश्चिम विहार थाने में दर्ज हुई। अदालत के आदेश पर जांच स्‍पेशल सेल को सौंप दी गई। हमास का लिंक पता चलने के बाद, टेक्निकल एनालिसिस में सामने आया कि सीज किए गए वॉलेट्स में से एक गाजा के नसीर इब्राहिम अब्दुल्ला का था, दूसरा गीजा के अहमद मारजूक जैसे हमास ऑपरेटिव का… फिलिस्तीन के अहमद क्‍यूएच सैफी का भी वॉलेट सीज था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘क्रिप्‍टोकरंसी को कई प्राइवेट वॉलेट्स से घुमाया जाता था और फिर इन संदिग्ध वॉलेट्स में पहुंचती थीं।’

प्रो-इजरायल देशों के खातों पर हमास की काली नजर

हमास ने शनिवार को इजरायल पर हमला किया। इजरायल ने मजबूती से जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, हमास के प्रो-इजरायल देशों में हैंकिंग के जरिए फंड्स जुटाने की नई कोशिशों से खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं।
मंगलवार को इजरायल पुलिस की साइबर यूनिट ने फंड जुटाने के लिए यूज होने वाले हमास के कई क्रिप्टो अकाउंट्स को फ्रीज किया।
इजरायली पुलिस ने X (पहले ट्विटर) पर कहा कि हमास ने हालिया आतंकी हमलों के बाद से क्रिप्टो से फंड जुटाने का अभियान शुरू किया है।
इजरायली अधिकारियों ने Binance जैसे क्रिप्टो एक्सचेंज से अपील की है कि सीज किए गए फंड्स को संबंधित देश के सरकारी खजाने में जमा करा दिया जाए।​

Hamas Stole Bitcoins Worth 4 Crores From Delhi Funding Terrorist Groups

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