उद्यमी, बिल्डर सुधीर बिंडलास के गैर जमानती वारंट जारी

सुधीर बिंडलास के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

तीन मुकदमों में वांछित उद्योगपति सुधीर बिंडलास की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है।

सुधीर बिंडलास के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

देहरादून 06 मार्च: तीन मुकदमों में वांछित उद्योगपति सुधीर बिंडलास की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। आरोपित के खिलाफ जोहड़ी गांव में भूमि कब्जाने के मामले में तीन मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस फरार चल रहे सुधीर की तलाश कर रही है।

वसंत विहार निवासी शिकायतकर्ता संजय चौधरी ने सुधीर बिंडलास पर जोहड़ी गांव स्थित उनकी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए राजपुर थाने में तहरीर दी थी। संजय ने बताया कि आरोपित ने उनकी जमीन की दो बार फर्जी रजिस्ट्री की। आरोप है कि सुधीर ने रजिस्ट्रार कार्यालय में संजय के स्वजन की जगह अपने स्टाफ के कर्मचारियों को जमीन का मालिक बताया और फर्जी रजिस्ट्री करवा दी। इस पर उनके खिलाफ राजपुर थाना पुलिस ने नौ और 25 जनवरी को मुकदमे दर्ज किए थे। इसके अलावा कर्नल (सेवानिवृत्त) सोबन सिंह दानू ने भी जोहड़ी गांव स्थित उनकी जमीन पर कब्जा करने के आरोप में सुधीर बिंडलास पर 13 जनवरी को मुकदमा दर्ज करवाया। उक्त तीनों मुकदमे राजपुर थाने में दर्ज कि गए थे। आरोपित की गिरफ्तारी न होने के चलते शिकायतकर्ता संजय चौधरी ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को प्रार्थनापत्र देकर पुलिस पर मामले में मुकदमे के बाद कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस महानिदेशक ने केस की जांच राजपुर थाने से वसंत विहार थाने को ट्रांसफर करवा दी थी।

सुधीर बिंडलास की तलाश में पुलिस लगातार उनके ठिकानों पर दबिश दे रही है, लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। ऐसे में पुलिस की ओर से कोर्ट में आरोपित के खिलाफ गैर जमानती वारंट के लिए प्रार्थनापत्र दायर किया गया था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूड़ी ने बताया कि कोर्ट ने सुधीर बिंडलास के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया है। आरोपित की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उसके मोबाइल नंबर लगातार बंद आ रहे हैं।

राजस्व स्टाफ की भूमिका की भी हो रही जांच

शिकायतकर्ता संजय चौधरी ने उनकी जमीन पर कब्जा करवाने में राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है। ऐसे में पुलिस, राजस्व विभाग के कार्मिकों की भूमिका की भी जांच कर रही है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि राजस्व विभाग के कार्मिकों ने रिकार्ड से भी छेड़छाड़ की है। उनकी रजिस्टी रिकार्ड में उपलब्ध ही नहीं हैं। दाखिल-खारिज में आधे कागज हटाकर फर्जी लगा दिए गए हैं। ऐसे में उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दस्तावेजों की फारेंसिक जांच के लिए भी पत्र भेजा है।

देहरादून में बेशकीमती जमीन हड़पने का मामला, बिल्डर सहित कई पर मुकदमा

शिकायतकर्ता डॉक्टर संजय चौधरी का आरोप है कि रजिस्ट्रार कार्यालय के कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से उनकी 1985 में खरीदी गई 20 बीघा जमीन जालसाजी रजिस्ट्री के माध्यम से कब्जाने का प्रयास दो बार हो चुका है.संजय चौधरी ने बताया कि 2010 में उत्तराखंड के नामी बिल्डर सुधीर विंडलास ने संजय चौधरी और उनके परिवार के लोगों को फर्जी तरीके से विक्रेता दिखाकर जमीन की रजिस्ट्री करवाई थी. मामले का खुलासा 5 वर्ष बाद 2015 में होने के बाद शिकायतकर्ता ने पुलिस को लिखित शिकायत दी. जिसके बाद जांच में इस फर्जीवाड़े में आरोपित सुधीर और बिल्डर कंपनी कर्मचारियों ने पुलिस के समक्ष अपना गुनाह कबूल कर लिया.

बेशकीमती जमीन हड़पने के मामले में उस समय रजिस्ट्री कैंसिल करवाई गई थी. शिकायतकर्ता संजय चौधरी ने इस पूरे फर्जीवाड़े में रजिस्ट्रार कार्यालय अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ भी जांच की मांग की है. शिकायतकर्ता के मुताबिक वर्ष 2015 में यह मामला पुलिस जांच में सही पाए जाने पर आरोपितों की रजिस्ट्री कैंसिल करा, मामले का निस्तारण कराया गया, लेकिन हद तो तब हो गई जब जून 2021 में एक बार फिर षड्यंत्र से बिल्डर सुधीर विंडलास ने उसी 20 बीघा जमीन के पुराने मालिक गंग बहादुर के वारिसों से मिलीभगत कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपने नाम रजिस्ट्री करवा ली.

संजय के मुताबिक इस पूरे जालसाजी में रजिस्ट्रार कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारियों ने असल रजिस्ट्री-दाखिल खारिज दस्तावेजों में हेराफेरी कर आरोपित बिल्डर के फर्जीवाड़े को अंजाम दिया. जबकि थाना राजपुर के अंतर्गत आने वाले जोहड़ी गांव स्थित इस प्रॉपर्टी के वास्तविक मालिक गंग बहादुर ने 1983 में उषा गुप्ता मालती देवी को जमीन बेच दी थी. जिसका रजिस्टर्ड एग्रीमेंट और दाखिल खारिज पहले से मौजूद है. संजय चौधरी का कहना है कि 20 बीघा जमीन को उन्होंने 1985 में उषा गुप्ता मालती देवी से बकायदा रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी कर खरीदी थी. मामले में जनपद पुलिस को शिकायत दी गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.जिसके बाद पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के संज्ञान में मामला आते ही एक पुलिस टीम से जांच कराई गई तो, पता चला कि आरोपित सुधीर विंडलास ने एक ही जमीन पर दो बार फर्जीवाड़ा कर कब्जाने का प्रयास किया है. पुलिस जांच में आरोपित बिल्डर सुधीर विंडलास सहित कई लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है. वर्तमान में सभी आरोपित फरार चल रहे हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.

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