अभिषेक दुबे बन युनुस जा घुसा महाकाल भस्मारती में, साथ में थी गर्ल फ्रेंड खुशबू यादव, गिरफ्तार

कैसे पकड़ा गया महाकाल में घुसा मुस्लिम युवक:कर्मचारी ने देखा- भस्मारती में सबसे आगे बैठा था, मंत्र नहीं पढ़ पा रहा था

उज्जैन 16 दिसंबर।महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की भस्म आरती में हिंदू बनकर शामिल हुए मुस्लिम युवक को कोर्ट ने जेल भेज दिया है। कर्नाटक का मोहम्मद यूनुस मुल्ला मुंबई की रहने वाली उसकी गर्लफ्रेंड खुशबू यादव के साथ उज्जैन आया था। उसके पास आधार कार्ड अभिषेक दुबे के नाम का था। इसी के जरिए उसने मंदिर में एंट्री की। आरती में रीति-रिवाजों का पालन ठीक ढंग से नहीं कर पाने पर मंदिर कर्मचारियों ने उसे पकड़कर पूछताछ की। आधार कार्ड की फोटो से चेहरा नहीं मिला। पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि उसके पास मिला अभिषेक दुबे नाम का आधार कार्ड किसी दोस्त का है।

खुशबू ने खुद को मुंबई में फैशन डिजाइनर बताया है। उसका कहना है कि यूनुस उसका वर्कर है। बुधवार सुबह की भस्म आरती में यूनुस ने अभिषेक दुबे नाम से बुकिंग कराई थी। खुशबु ने यूनुस को अपना भाई बताकर एंट्री दिलाई थी। कर्मचारियों के पूछने पर भी युवती उसे अपना भाई ही बताती रही। जब यूनुस का असली आधार कार्ड सामने आया तो हकीकत सामने आई। पुलिस ने आरोपित पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 में केस किया है।

लड़की को मां के हवाले किया

उज्जैन पुलिस ने मुंबई में रहने वाले खुशबू के पेरेंट्स को बुलाया था। गुरुवार दोपहर खुशबू की मां कार से आई और बेटी को लेकर मुंबई के लिए रवाना हो गई। CSP पल्लवी शुक्ला ने बताया कि पुलिस ने नियमानुसार खुशबू को उनकी मां के सुपुर्द कर दिया है।

होटल मालिक ने नहीं दिया था रूम

यूनुस, खुशबू के साथ महाकाल मंदिर के नजदीक होटल में भी रुका था। वहां उसने अपना असली आधार कार्ड दिखाया था और खुशबू ने अपना। होटल कर्मचारियों को लव जिहाद का मामला लगा तो पुलिस को सूचना दी। इसके बाद होटल मालिक ने दोनों को अपने यहां कमरा देने से मना कर दिया था। हालांकि, तब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

यूनुस का असली आधार कार्ड।

इस आधार कार्ड पर कराई थी एंट्री।

 

युवक की हरकतों पर हुआ शक

यूनुस सबसे आगे की कतार में बैठा था, लेकिन उसकी हरकतों से कर्मचारियों को शक हुआ। वह हिंदू रीति-रिवाजों का पालन ठीक ढंग से नहीं कर पा रहा था। मंत्र पढ़ने में भी वह अटक रहा था। इसके बाद युवक को रोककर पूछताछ की गई। जब उसका आधार कार्ड से मिलान किया गया तो चेहरा नहीं मिल सका। सख्ती से पूछताछ की तो यूनुस ने अपनी सही ID दिखाई। इसमें युवक का नाम मोहम्मद यूनुस मुल्ला, निवासी कर्नाटक लिखा है। फर्जी मामला सामने आते ही कर्मचारियों ने तत्काल सूचना मंदिर की पुलिस चौकी और अधिकारियों को दी।

हमने पुलिस को सौंप दिया मामला

मंदिर समिति प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने कहा कि यह मामला फ्रॉड का है, इसीलिए पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस की पूछताछ के बाद ही पूरा मामला सामने आएगा। CSP पल्लवी शुक्ला ने बताया कि मंदिर समिति से सूचना मिलने के बाद युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

तीन निजी गार्डों की सेवा समाप्त की

मंदिर प्रबंध समिति ने निजी सुरक्षा एजेंसी के तीन गार्डों की सेवा समाप्त कर दी है। प्रशासक धाकड़ के अनुसार मंगलवार को गार्डों ने बिना रसीद VIP वाले गेट से कुछ श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया था। CCTV में यह घटना सामने आई है। इसके बाद समिति ने तीन गार्डों की सेवा समाप्त कर दी है।

परमिशन देने पर पुजारी को नोटिस

प्रशासक धाकड़ के अनुसार मामले में परमिशन बनवाने वाले पुजारी गणेश नारायण शर्मा को 24 घंटे का कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर उनकी सेवा समाप्त की जा सकती है।

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