हत्यारोपित निहंगों ने काटा पुलिस अफसर का हाथ, दूसरा भी घायल, दोनों निहंग ढेर

पंजाब के तरनतारन में एनकाउंटर:हत्या के आरोपित निहंगों को पकड़ने गई पुलिस पर तलवार से हमला, एक अधिकारी की कलाई कटकर अलग हुई, दूसरा घायल; कार्रवाई में दोनों ढेर
तरनतारन में हत्या के मामले में वांटेड आरोपितों के हमले में घायल पुलिस अधिकारी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। हमले में दो पुलिस वालों की कलाई कट गई।
तरनतारन में हत्या के मामले में वांटेड आरोपितों के हमले में घायल पुलिस अधिकारी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। हमले में दो पुलिस वालों की कलाई कट गई।

तरनतारन 22 मार्च। पंजाब के तरनतारन में रविवार को बदमाशों और पुलिस के बीच खूनी टकराव की घटना सामने आई है। पुलिस को महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित तख्त श्री हुजूर साहिब पर एक बाबा की हत्या के दो वांछित आरोपितों के यहां छुपने की जानकारी मिली थी। महाराष्ट्र पुलिस की सूचना पर स्थानीय पुलिस आरोपितों काे गिरफ्तार करने पहुंची तो आरोपितों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। हमले में एक थाना प्रभारी की कलाई कटकर अलग हो गई, वहीं दूसरे की कलाई पर भी गंभीर चोटें आई हैं। जवाबी कार्रवाई में पुलिस बल ने दोनों कथित निहंग बदमाशों को मौके पर ही ढेर कर दिया।

एनकाउंटर के वक्त मौके पर जमा पुलिस बल और आसपास के ग्रामीण।

एनकाउंटर में मारे गए दोनों निहंगों की पहचान महताब सिंह और गुरदेव सिंह के रूप में हुई है। नांदेड़ साहिब में बाबा संतोख सिंह की हत्या करने के बाद ये दोनों फरार थे। वहां मुकदमा नंबर 84 में दर्ज नामजदगी के बाद तफतीश में जुटी पुलिस को इन दोनों की लोकेशन पंजाब के तरनतारन जिले में सिंहपुरा के पास मिली। इसके बाद वहां की पुलिस ने तरनतारन पुलिस से संपर्क बनाया। इसी बीच गांव छिछरेवाल में 10 दिन पहले हुई थाना भिखीविंड के हेड कान्स्टेबल सरबजीत सिंह की मौत के बाद आज भोग की रस्म चल रही थी। यहीं इन बदमाशों के होने की जानकारी मिली थी।

घटना में जख्मी हुए दूसरे पुलिस अधिकारी के हाथ पर बंधी पट्‌टी

जब थाना वल्टोहा के प्रभारी इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह और खेमकरण के प्रभारी सब इंस्पेक्टर नरिंदर सिंह गांव सिंहपुरा पहुंचे तो निहंग सिंहों के कपड़े पहने कुछ आरोपितों ने तेजधार हथियारों से दोनों पुलिस अधिकारियों पर हमला कर दिया। इसके बाद इलाके की बड़े स्तर पर घेराबंदी की गई। इस दौरान आरोपितों ने पुलिस पार्टी पर बार-बार हमले किए, जिसमें तेजधार हथियारों से दोनों अधिकारी गंभीर घायल हो गए। उन्हें एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। जवाबी कार्रवाई में दोनों आरोपित ढेर कर दिए गए। SSP ध्रुमन एच निंबाले,SP डॉक्टर महताब सिंह,जगजीत सिंह वालिया समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।

पुलिस मुलाजिमों की कलाई और अंगुलियां काट भागे निहंग सिहों को ढाई किमी तक पीछा कर दबोचा

रविवार की दोपहर को दो थाना प्रभारियों को बुरी तरह घायल करके निहंग मेहताब सिंह व गुरदेव सिंह करीब ढाई किलोमीटर तक भागे। इनके पीछे थाना भिखीविंड के प्रभारी इंस्पेक्टर सरबजीत सिंह मल्ली दौड़ रहे थे तो सामने से पुलिस की गाड़ी आ रही थी।

रविवार की दोपहर को दो थाना प्रभारियों को बुरी तरह घायल करके निहंग मेहताब सिंह व गुरदेव सिंह करीब ढाई किलोमीटर तक भागे। इनके पीछे थाना भिखीविंड के प्रभारी इंस्पेक्टर सरबजीत सिंह मल्ली दौड़ रहे थे तो सामने से पुलिस की गाड़ी आ रही थी। इसमें सवार पुलिस उपाधीक्षक राजबीर सिंह पर जब आरोपितों ने हमला किया तो जवाब में पिस्टल से चली गोलियों से दोनों मौके पर ढेर हो गए। मेहताब सिंह के सिर और गुरदेव सिंह के सीने में लगी गोलियां आर पार हो गई।

नांदेड़ साहिब स्थित बाबा हरलादा सिंह,बाबा प्रहलादा सिंह डेरे के मुखी बाबा संतोख सिंह के पास दोनों निहंग मेहताब सिंह व गुरदेव सिंह रहते थे। दोनों ने डेरे पर कब्जा जमाने के लिए 11 मार्च की सुबह डेरा मुखी बाबा संतोख सिंह की खंडे से हत्या कर दी थी। यह जानकारी देते हुए निहंग बलविंदर सिंह व राज सिंह ने बताया कि वह भी इस डेरे में बाबा संतोख सिंह की अगुआई में सेवा करते रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेहताब व गुरदेव आपराधिक प्रवृत्ति वाले थे। डेरा मुखी बाबा संतोख सिंह को दोनों के खिलाफ शिकायतें आती थीं कि वह लोगों से पैसे भी लूटते हैं। इस कारण बाबा संतोख सिंह ने दोनों को डेरे से चले जाने के लिए कहा था। निहंग बलविंदर ने आरोप लगाया कि उस पर भी जानलेवा हमला किया गया था।
अब दोनों आरोपितों के शवों का सोमवार को पट्टी के सिविल अस्पताल से तीन सदस्यीय डाक्टरी पैनल द्वारा पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसकी बकायदा वीडियोग्राफी भी करवाई जाएगी।

सुरसिंह स्थित डेरे में शनिवार की रात को ली थी शरण

पुलिस उपमहानिरीक्षक हरदयाल सिंह मान,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ध्रुमन एच निंबाले,पुलिस अधीक्षक मेहताब सिंह, गुरनाम सिंह,बलजीत सिंह ढिल्लों,जगजीत सिंह वालिया, पुलिस उपाधीक्षक कमलजीत सिंह औलख,थाना सिटी के प्रभारी इंस्पेक्टर गुरचरण सिंह ने सुरसिंह स्थित डेरे के प्रबंधकों से भी पूछताछ की। यहां पर दोनों आरोपित निहंग सिंहों ने शनिवार की रात शरण ली थी। इसी डेरे में आकर रहने वाले निहंग सिंह,बलविंदर सिंह व राज सिंह ने आरोपित निहंग सिंहों की पहचान करवाई।

सरकार ने मजिस्ट्रेट जांच के दिए आदेश

मंडल उपायुक्त कुलवंत सिंह ने बताया कि एनकाउंटर मामले में सरकार की ओर से मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए हैं। यह जांच पट्टी के परगनाधिकारी राजेश शर्मा की अगुआई में बकायदा शुरू हो चुकी है। इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी।

दोनों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर

सब डिवीजन भिखीविंड के पुलिस उपमहानिरीक्षक राजबीर सिंह ने बताया कि थाना खेमकरण के प्रभारी नरिदर सिंह व थाना वल्टोहा के प्रभारी बलविंदर सिंह पर हमला करने के मामले में मेहताब सिंह व गुरदेव सिंह के खिलाफ थाना भिखीविंड में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

सब इंस्पेक्टर का अधिक बहा रक्त

अमृतसर के अमनदीप अस्पताल में उपचाराधीन इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह (थाना वल्टोहा के प्रभारी) की हालत खतरे से बाहर बताई जाती है। वहीं सब इंस्पेक्टर नरिदर सिंह (थाना खेमकरण प्रभारी) का काफी ज्यादा खून बह चुका है। इसके चलते उनको तुरंत रक्त चढ़ाया गया। इसके बाद आपरेशन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।

ऊंचे कद के कारण बचे इंस्पेक्टर मल्ली

थाना भिखीविंड के प्रभारी इंस्पेक्टर सरबजीत सिंह मल्ली ने बताया कि दोनों थाना प्रभारियों को घायल करने के बाद आरोपित मेहताब सिंह व गुरदेव सिंह ने उन पर भी खंडे और तलवार से हमला किया। परंतु ऊंचे कद के कारण वह हमले से बाल-बाल बच गए।

डेरे की कारगुजारी पर उठे सवाल

बाबा संतोख सिंह की हत्या करके कस्बा सुरसिंह के डेरे में आरोपित मेहताब सिंह व गुरदेव सिंह को पनाह कैसे मिली, यह भी पुलिस के लिए जांच का हिस्सा है। उधर दोनों आरोपितों के मारे जाने की सूचना महाराष्ट्र पुलिस को देर शाम दे दी गई। इसके बाद पुलिस उपमहानिरीक्षक रैंक के अधिकारी की अगुआई में महाराष्ट्र पुलिस की एक टुकड़ी पंजाब रवाना हो गई।

पुलिस महानिदेशक ने कहा, बहादुर है दोनों अधिकारी

पुलिस अधिकारियों पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपित गुरदेव सिंह व मेहताब सिंह ने पंजाब में कोई और अपराध तो नहीं किया,यह पता लगाने के लिए पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने सभी जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को जांच करके रिपोर्ट देने लिए कहा है। गुप्ता ने कहा कि इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह व सब इंस्पेक्टर नरिदर सिंह ने बहादुरी से ड्यूटी की है। दोनों के इलाज का सारा खर्च विभाग उठायेगा।

पटियाला में निहंग ने काट दिया था ASI हरजीत सिंह का हाथ

12 मई 2020 को पटियाला में भी इसी तरह का मामला सामने आया था। यहां कोरोना प्रोटोकॉल की ड्यूटी निभा रहे पंजाब पुलिस के ASI हरजीत सिंह पर निहंगों ने तलवार से हमला कर दिया था। इसमें उनकी कलाई कटकर अलग हो गई थी। हरजीत खुद कटा हुआ हाथ लेकर स्कूटर पर सवार होकर अस्पताल पहुंचे थे। बाद में घंटों की कड़ी मशक्कत के चंडीगढ़ PGIMER में उनकी सफल सर्जरी हुई तो एक सप्ताह बाद वह डिस्चार्ज हो पाए थे।

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