रामकेश मीणा सुनो, विष्णु के लिए चैत्र शुक्ल तृतीया को मीनेश जयंती मनाते हैं मीणा

रामकेश मीणा ने कहा वे यानी मीना हिंदू नही है और वे जनजाति से हैं जो हिंदू धर्म से अलग है।
वैसे मैने भी थोड़ा बहुत मीना इतिहास पढ़ा है और वे मीन अवतार के वंशज है।
ये एक वक्त में शासक कौम रही है और कभी आमेर और वैराठ में राज किया था।
आभानेरी की प्रसिद्ध चांद बावड़ी मीना राजाओं ने ही बनाई थी और वे शिव भक्त रहे हैं इस कारण उन्होंने कई हिंदू देवी देवताओं के मंदिरों का निर्माण भी कराया था।
मीणा पौराणिक कथाएं, मत्स्य अवतार या भगवान विष्णु के दसवें अवतार से उनकी उत्पत्ति का पता लगाती हैं। मीणा राजस्थान में संख्यात्मक रूप से सबसे बड़ी जनजाति है। वे एक बार जयपुर और अलवर के पूर्व राज्यों पर शासन करते थे और अनिवार्य रूप से एक कृषि समुदाय थे। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, मीणा समुदाय के लोग `चैत्र शुक्ल पक्ष` के तीसरे तीथ पर विष्णु के नाम पर मीनेश जयंती मनाते हैं। यह विश्वास मुख्य रूप से मत्स्य पुराण के ग्रंथ पर आधारित है।
प्राचीन भारतीय ग्रंथ ऋग्वेद में दर्शाया गया है कि मीणाओं के राज्य को संस्कृत में मत्स्य साम्राज्य कहा जाता था। राजस्थान के मीणा जनजाति के लोग आज तक भगवान शिव, भगवान हनुमान और भगवान कृष्ण के साथ-साथ देवी (देवी) की पूजा करते रहे हैं। मीणा लोग वैदिक संस्कृति के अनुयायी हैं
बाबा साहब अम्बेडकर ने भी उस वक्त दलित लैंड की ये कहते हुए मांग की थी कि दलित भी मुस्लिमों की तरह गैर हिंदू हैं लेकिन वे इस तथ्य को साबित नही कर सके कि दलित हिंदुओं से अलग कैसे हैं क्योंकि किसी भी धर्म का एक ग्रंथ होता है, उस धर्म की एक खास पद्धति होती है और एक स्थापना करने वाला होता है लेकिन दलितों के पास ऐसा कोई साक्ष्य नहीं होने के कारण वे हिंदुओं से खुद को अलग नही साबित कर सके।
इसी तरह रामकेश मीणा को भी अगर खुद को हिंदुओं से अलग समझते हैं तो ये सब तथ्य उनको रखने पड़ेंगे जो हैं नही क्योंकि मीना समुदाय हिंदू ही है और अन्य जनजातियां भी इसी तरह से हिंदू ही हैं वे सभी भगवान शिव और शक्ति के उपासक है जैसे आम अन्य हिंदू जातियां होती है।
असल में ये एससी एसटी और मुस्लिम जिनमे पिछड़ों को भी शामिल कर एक वोट बैंक बनाने का कुत्सित प्रयास है ताकि सत्ता का मार्ग प्रशस्त किया जा सके।
इससे इतर और कुछ नही है।
अगर आज आरक्षण का प्रावधान खतम कर दिया जाए तो ये विवाद ही खत्म हो जाएगा।
आरक्षण को कायम रख उसकी मलाई चाटने और सत्ता में बने रहने के लिए देश तोड़ने का षड्यंत्र किया जा रहा है जो घातक है।
रामकेश मीना जेसे लोग उन शक्तियों के हाथों में खेल रहे हैं और अपने ही समाज के पूर्वजों और उनके इतिहास को झुठलाने का प्रयास कर रहे हैं।
खुद मीना समाज को ऐसे लीचड़ ओर 2 कोड़ी की मानसिकता वाले लोगों को जवाब देना चाहिए।

@श्रीमल कैलाश की फेसबुक वॉल से

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