कश्मीरी मेडिकल छात्रों के भारत की हार के जश्न के वीडियो वायरल करने वालों को मिल रही धमकी

डॉक्टर मोनिका लांगे(साभार:क्रेटली)

‘RSS आतंकवादी, तबाह कर देंगे’: महिला डॉक्टर ने बताया Pak की जीत का जश्न मनाने वालों को बेनकाब करने पर कैसे धमकाया

टी-20 वर्ल्ड कप में भारत की हार के बाद देश में जश्न मनाने के कई वीडियो और पोस्ट सामने आ चुके हैं। ऐसा ही एक वीडियो कश्मीर से सामने आया था। इसमें मेडिकल कॉलेज के कुछ छात्र पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाते देखे गए थे। इस घटना को उजागर करने को लेकर महिला डॉक्टर मोनिका लांगे (Monika Langeh) और एमीबीबीएस की छात्रा अनन्या जामवाल को धमकी मिल रही है।

रिपब्लिक टीवी से बातचीत में डॉक्टर मोनिका लांगे ने बताया, “हाल ही में भारत-पाकिस्तान मैच के बाद मुझे एक वीडियो मिला, जिसे देखने के बाद मुझे काफी गुस्सा आया और मैंने उस सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जो वायरल हो गया। इसके वायरल होने के बाद देश विरोधी तत्वों का पर्दाफाश हो गया। उसके बाद मुझे और अनन्या जामवाल जो कि फाइनल ईयर की छात्रा हैं को देश विरोधी तत्व धमकी दे रहे हैं। मैं आपको बता नहीं सकती कि हमें किस तरह की धमकियाँ मिल रही हैं।”

मोनिका ने बताया, “उन लोगों ने मुझे RSS आतंकवादी करार दिया। मुझ पर ये आरोप लगाया जा रहा है कि मैंने अपने वीडियो में उकसाने वाली बातें कही हैं। उन लोगों ने आरोप लगाया है कि मैंने ही अनन्या को ऐसा करने के लिए उकसाया है। लेकिन, हमें ये रोक नहीं सकते हैं। यही वो समय है जब देशद्रोहियों को एक्सपोज किया जा सकता है। हमें अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए। हम इन धमकियों से डरने वाले नहीं हैं, क्योंकि सारा देश और सारा मीडिया हमारे साथ खड़ा है।”

यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने इस मामले में पुलिस से संपर्क किया था? मोनिका ने कहा, “हाँ पुलिस अधिकारियों ने भी हमें कॉल किया था। उन्होंने हमें हमारी सुरक्षा का आश्वासन भी दिया है। लेकिन मैं ये कहना चाहती हूँ कि इस तरह की धमकियाँ हमें रोक नहीं सकती हैं। विशेषकर अनन्या को सुरक्षा का भरोसा दिया गया है। SKIMS के कुछ छात्रों ने उसका कैरियर तबाह करने की धमकी दी थी।”

 

 

मोनिका के मुताबिक, इस तरह की धमकियों के मामले में सरकार ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। अनन्या केवल 21 साल की हैं, लेकिन देश विरोधी तत्वों के खिलाफ वो मेरे साथ खड़ी हुई। इतना ही नहीं देश विरोधी तत्वों के खिलाफ आवाज उठाने से कई बुद्धिजीवी भी मोनिका को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि इससे पहले SKIMS मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस की छात्रा अनन्या जामवाल ने इन देश विरोधी तत्वों के खिलाफ अपनी आवाज उठाई थी, जिसके बाद उन्हें धमकियाँ दी गई थीं। अनन्या को आरएसएस चरमपंथी करार दिया गया।

 

सोशल मीडिया पर इस केस के कारण नाराज कट्टरपंथी गैर मुस्लिमों, गैर कश्मीरियों को निशाना बनाने के साथ एक छात्रा की फोटो शेयर करके उस पर पुलिस मुखबिर होने का इल्जाम मढ़ रहे हैं और आरएसएस को आतंकी समूह कह रहे हैं। कश्मीर रिपोर्ट के पत्रकार अब्दुल्ला गाजी ने कई ट्वीट किए और अनन्या जामवाल को टैग करते हुए दावा किया कि वो पुलिस की मुखबिर हैं और SKIMS छात्रों पर हुई FIR और UAPA लगवाने की मुख्य दोषी। ट्वीट में उसने बताया कि इनकी पहचान आरएसएस सदस्य और कार्यकर्ता अनन्या जामवाल के तौर पर हुई हैं। वह एक बाहरी डोगरा हैं जो कि इसी कॉलेज से मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई कर रही हैं।

आतंकी संगठन यूएलएफ ने कहा था, “हम ऐसे तत्वों को चेतावनी दे रहे हैं क्योंकि हम जानते हैं कि ये कौन हैं। 48 घंटों का समय दिया जाता है कि माफी माँग लें। वरना अंजाम भुगतना होगा…हम इन्हें पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि ये किसी गैर कश्मीरी गतिविधि में शामिल न हों। वरना हम ये फर्क नहीं करेंगे कि कौन क्या है। जिन भी गैर स्थानीय कर्मचारी और छात्रों ने डॉक्टर और छात्रों की थाना सौरा, करण नगर..में शिकायत दी है उन्हें चेतावनी दी जा रही है। हम सब देख रहे हैं। बाद में इल्जाम मत देना जो कहर तुम पर बरपेगा।”

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