गैंगस्टर एक्ट में गिरफ्तार नाहिद का टिकट काट सपा ने उतारी बहन इकरा, सामने है रक्त संबंधी भाजपाई मृगांका सिंह

यूुपी पुलिस ने उनके खिलाफ गैंगस्‍टर कानून के तहत केस दर्ज किया है. कैराना पुलिस के मुताबिक पिछले साल नाहिद हसन सहित 40 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. इसमें उनकी मां तबस्सुम हसन और अन्य लोग भी शामिल थे.

कैराना16 जनवरी: समाजवादी पार्टी ने कैराना से नाहिद हसन (Nahid Hasan Kairana) का टिकट काट दिया है. नाहिद की जगह सपा ने उनकी बहन इकरा को टिकट दिया है. शनिवार को ही नाहिद को यूपी पुलिस ने गिरफ़्तार किया है. नाहिद के ऊपर कई मुक़दमे दर्ज हैं. उत्तर प्रदेश में कैराना विधानसभा क्षेत्र से पुलिस ने समाजवादी पार्टी (SP) के नेता नाहिद हसन को गिरफ्तारी के बाद विशेष अदालत ने कल 14 दिन के लिए न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया खा. पुलिस ने उनके खिलाफ गैंगस्‍टर कानून में केस दर्ज किया है. कैराना पुलिस के मुताबिक पिछले साल नाहिद हसन सहित 40 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. इसमें उनकी मां तबस्सुम हसन और अन्य लोग भी शामिल थे.
5 दिन पहले सपा में आए इमरान मसूद के तेवर हुए बागी, अब बसपा में तलाश रहे जुगाड़

इनमें से ज्यादातर आऱोपितों ने अपनी जमानत करा ली थी, लेकिन नाहिद हसन ने ऐसा नहीं किया था. इसके बाद कोर्ट से उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी किया गया था. फिर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि सपा की यूपी विधानसभा चुनाव की पहली लिस्‍ट में ही नाहिद हसन का नाम कैराना सीट से उम्मीदवार के तौर पर घोषित किया गया था और शनिवार को ही उन्‍होंने अपना नामांकन दाखिल किया था.
वहीं कांग्रेस (Congress) का दामन छोड़कर सपा (Samajwadi Party) में शामिल हुए इमरान मसूद (Imran Masood) की राजनीतिक मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. इमरान मसूद सपा कांग्रेस विधायक मसूद अख़्तर के साथ सपा में शामिल हुए थे. लेकिन इमरान मसूद और अखिलेश यादव के बीच अब ठनती नजर आ रही है. उनकी सीट से सपा किसी और को उम्मीदवार बनाने जा रही है.सूत्रों का कहना है कि सपा ने बदले हालातों में इमरान मसूद को एमएलसी बनाने का प्रस्ताव दिया था लेकिन मसूद इसके लिए तैयार नहीं हुए और अब बसपा में अपनी सियासी संभावनाएं तलाश रहे हैं.

बीजेपी सरकार में मंत्री रहे डॉक्टर धर्म सिंह सैनी हाल ही में सपा में शामिल हुए हैं. इससे अब इमरान मसूद का सियासी समीकरण बिगड़ता दिख रहा है. सूत्रों के मुताबिक इमरान मसूद को पहले नकुड़ विधानसभा से टिकट दिया जाना था लेकिन धर्म सिंह सैनी के आने के बाद सपा में उनका राजनीतिक समीकरण बिगड़ गया. फिर बेहट विधानसभा टिकट के लिए दावेदारी पेश की गई तो वहां से सपा के नरेश सैनी बीजेपी में शामिल हो गए.
वहां से शाही इमाम के दामाद उमर अली खान की दावेदारी सामने आ गई. इमरान मसूद के साथ सपा में शामिल सहारनपुर देहात के मौजूदा विधायक मसूद अख्तर का टिकट भी पक्का नहीं है. यहां से सपा मुखिया मुलायम सिंह के करीबी आशु मलिक की मजबूत दावेदारी है.

सपा वाले नाहिद हसन और BJP की मृगांका सिंह… 100 साल पहले एक ही था परिवार, अब कैराना की लड़ाई के दो चरित्र

नाहिद हसन और बीजेपी की मृगांका सिंह (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के कैराना में दो बड़े राजनीतिक घराने हसन और सिंह कभी एक परिवार का हिस्सा हुआ करते थे। करीब 120 साल पहले की बात है। इनके एक पूर्वज ने इस्लाम मजहब को अपना लिया था, जिसके बाद से इस परिवार में हिंदू बनाम मुसलमान की लड़ाई शुरू हो गई थी। यह राजनीतिक लड़ाई इतने सालों के बाद भी जारी है।

बीजेपी ने शनिवार (15 जनवरी 2022) को यूपी चुनाव के लिए 107 उम्मीदवारों पहली लिस्ट जारी की थी, जिसमें उन्होंने कैराना से अपने उम्मीदवार के रूप में दिवंगत सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को टिकट दिया। वहीं, समाजवादी पार्टी ने इसी सीट से मौजूदा विधायक निशाद हसन को अपना उम्मीदवार बनाया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 100 साल पहले सिंह और हसन एक ही परिवार का हिस्सा थे। इनके परिवार के मुखिया बाबा काल्सा थे। कैराना निवासी सुहैब अंसानी के अनुसार, कुछ साल पहले तक हुकुम सिंह को हिंदुओं और नाहिद के पिता मुनव्वर हसन को मुस्लिम विंग का नेता माना जाता था।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 1990 के दशक से इन परिवारों से लोग विधानसभा और लोकसभा का चुनाव भी लड़े हैं। दोनों परिवारों ने सालों तब लंबी राजनीतिक लड़ाई लड़ी है। अब यह राजनीतिक लड़ाई अगली पीढ़ी तक भी पहुँच गई है। मुनव्वर हसन के बेटे नाहिद ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में हुकुम सिंह की बेटी मृगांका को हराया था। इसके बाद 2018 के लोकसभा उपचुनाव में मृगांका को मुनव्वर हसन की बीवी तबस्सुम हसन ने हराया था।

बता दें कि शनिवार (15 जनवरी 2022) को उत्तर प्रदेश के कैराना से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नाहिद हसन को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने नाहिद को 14 दिन न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। नाहिद हसन के खिलाफ पुलिस में दो दर्जन से अधिक​ आपराधिक मामले दर्ज हैं। लम्बे समय तक फरार रहने वाले नाहिद हसन ने जनवरी 2020 में अदालत में सरेंडर किया था। लगभग 1 माह से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद उसे जमानत मिली थी। फरवरी 2021 में उत्तर प्रदेश पुलिस ने नाहिद हसन, उसकी माँ पूर्व सांसद तबस्सुम और 38 अन्य लोगों पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की थी।

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