पाक में भारत का 7वां दुश्मन दाउद मलिक भी गोलियों का निशाना

जिसने बनाई लश्कर-ए-जब्बार, उसकी हत्या कर निकल गए अज्ञात बंदूकधारी: बालाकोट एयर स्ट्राइक में बच निकला था दाऊद मलिक, अब क्लिनिक में भून डाला गया

पाकिस्तान में छिपकर बैठे भारत के एक और मोस्ट वॉन्टेड आतंकी की हत्या हो गई है। इस आतंकी का नाम दाऊद मलिक बताया जा रहा है,जो वैश्विक आतंकी संगठन ‘जैश-ए-मोहम्मद’ के सरगना मसूद अजहर का करीबी है।‘जैश-ए-मोहम्मद’ के अलावा दाऊद मलिक लश्कर-ए-जब्बार का संस्थापक भी था। वह लश्कर-ए-झांगवी से भी जुड़ा हुआ था।

बता दें कि पिछले कुछ समय से पाकिस्तान में छिपे भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की हत्या का सिलसिला जारी है। अभी हाल ही में शाहिद लतीफ नाम के एक आतंकी की हत्या कर दी गई थी। लतीफ को पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। वहीं,दूसरा आतंकी ISI का एजेंट मुल्ला बाहौर उर्फ होर्मुज है। उसे भी अज्ञात लोगों ने गोली मार दी।

दरअसल,भारत में आतंकी गतिविधियों में वांछित कई आतंकी पाकिस्तान,कनाडा एवं अन्य देशों में छिपे बैठे हैं। पिछले कुछ समय से पाकिस्तान ही नहीं,बल्कि कनाडा एवं ब्रिटेन में छिपकर बैठे आतंकियों की किन्हीं कारणों हत्या हो रही है। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद तो भारत और कनाडा के संबंध भी खराब हो गए हैं।

पाकिस्तान के उत्तरी वजीरीस्तान में दाऊद मलिक को अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तरी वजीरीस्तान के मिराली एरिया में कुछ नकाबपोश बंदूकधारियों ने दाऊद मलिक को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी, जब वह एक क्लिनिक में गया था। चेहरा छुपाये हत्यारे वहाँ पहले से ही उसकी ताक में थे।

पुलवामा हमले के बाद जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट पर एयर स्ट्राइक की थी तो दाऊद मलिक वहाँ मौजूद था,लेकिन वह बचकर भागने में कामयाब रहा था। ये सभी आतंकी पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी ISI की हिफाजत में रहते हैं। इसके बावजूद ये निशाना बन जा रहे हैं।
लश्कर-ए-जब्बार के संस्थापक दाऊद मलिक की हत्या, मसूद अजहर का था करीबी,ढंके चेहरे से मारी गोली

पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान में अज्ञात हमलावरों ने मलिक दाऊद नाम के एक वांटेड आतंकवादी की हत्या कर दी है, जो भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर का राइट हैंड था।

पाकिस्तानी अखबार डॉन ने लिखा है, पुलिस के मुताबिक शुक्रवार सुबह उत्तरी वजीरिस्तान, जो पाकिस्तान का एक आदिवासी जिला है, उसके मिराली इलाके में मास्क पहने अज्ञात लोगों ने गोली मारकर मलिक दाऊद की हत्या कर दी है। पुलिस ने कहा है, कि मलिक दाऊद को निशाना बनाकर गोली मारी है, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, “तहसील मीर अली के व्यस्त मुख्य बाजार में दिनदहाड़े अज्ञात अपराधियों ने मलिक दाऊद पर गोलियां चला दीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था।” पुलिस ने बताया है, कि मलिक दाउद खान को एक निजी क्लिनिक में नकाबपोश लोगों ने निशाना बनाया है।

स्थानीय पुलिस ने कहा है, कि “हमले के बाद हमलावर भागने में सफल रहे।” पुलिस ने यह भी कहा है, कि मिराली इलाके से एक अज्ञात व्यक्ति का शव भी बरामद किया गया है।

डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 में अब तक 41 टारगेटेड हमले किए गये हैं, जिनमें कम से कम 50 लोग मारे गये हैं। मलिक दाऊद मुसाकी गांव का रहने वाला था और गोली लगने के बाद उसे फौरन टीएचक्यू अस्पताल मीर अली ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

इससे पहले मारा गया आतंकी शाहिद लतीफ पाकिस्तान के गुजरांवाला का रहने वाला था। उसे अज्ञात हमलावरों ने बहुत करीब से गोली मारी थी। साल 2016 के पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ आईएसआई से खास ट्रेनिंग मिली थी। लतीफ को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने सियालकोट सेक्टर के प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी थी।

वहीं, मारा गया दूसरा आतंकी मुल्ला बाहौर उर्फ होर्मुज है। उसे स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहे बलूचों के इलाके बलूचिस्तान में गोली मारी गई थी। कहा जाता है कि बाहौर ने ही कुलभूषण जाधव को ईरान से अगवा करके आईएसआई के हवाले किया था। भारतीय नौसेना से रिटायर हुए कुलभूषण जाधव इस वक्त पाकिस्तान की जेल में हैं।

उससे पहले पिछले माह ‘लश्कर ए तैयबा’ के प्रमुख हाफिज सईद के करीबी अबु कासिम को रावलकोट में गोली मारी गई थी। खालिस्तान कमांडो फोर्स का दुर्दांत आतंकी और भारत में मोस्ट वॉन्टेड परमजीत सिंह पंजवाड़ की भी पाकिस्तान में अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या की थी।

जैश का खूंखार आतंकी जहूर मिस्त्री की भी हत्या हुई थी। जहूर मिस्त्री कंधार विमान अपहरण कांड में शामिल था। वहीं, आतंकी बशीर अहमद मीर उर्फ इम्तियाज आलम को रावलपिंडी में गोली मार दी गई थी। हिजबुल मुजाहिदीन ने उसे लॉन्च पैड सँभालने की जिम्मेदारी थी और वह पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कराता था।

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