मोदी से मीटिंग में अपना भाषण टेलेकास्ट कर केजरी ने मांगी माफी,पहले खाई डांट

मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बैठक में मुख्यमंत्री केजरीवाल का बयान हुआ LIVE, प्रधानमंत्री ने जताई आपत्ति, केजरीवाल ने दी सफाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की. इस बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे.

PM Modi CMs Covid 19 Meet: कोरोना के कहर के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की. इस बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे. इस दौरान मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी होने से बहुत बड़ी त्रासदी हो सकती है, इन हालात से निबटने के लिए राष्ट्रीय योजना की आवश्यकता है. दिल्ली को कम ऑक्सीजन मिल रही है. साथ ही उन्होंने एक देश एक वैक्सीन प्राइस की बात कही.

मुख्यमंत्री केजरीवाल का पूरा बयान LIVE टेलीकास्ट किया गया. इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद आपत्ति जताई और बैठक में कहा कि यह प्रोटोकॉल का उल्लंघन है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”यह प्रोटोकॉल के खिलाफ हो रहा है कि कोई मुख्यमंत्री इन हाउस मीटिंग को लाइव टेलीकास्ट करे. यह उचित नहीं है. हमें प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए.” इसके बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने खेद जताते हुए कहा कि ”ठीक है सर, हम इसका आगे से ध्यान रखेंगे.”

वहीं केंद्र सरकार के सूत्रों ने कहा, ‘‘केजरीवाल ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों की पूरी बैठक का इस्तेमाल राजनीति करने में किया.’’ केंद्र के एक सूत्र ने कहा, ‘‘उन्होंने ऑक्सीजन हवाई मार्ग से मंगाने का विषय उठाया, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि ऐसा किया जा रहा है.”

सूत्र ने कहा कि उन्हें (केजरीवाल) पता है कि केंद्र टीके की एक भी खुराक अपने पास नहीं रखता और राज्यों से ही साझा करता है, लेकिन उन्होंने टीकों के दाम पर भी झूठ फैलाया. सभी मुख्यमंत्रियों ने इस बारे में बात की कि वे हालात में सुधार के लिए क्या कर रहे हैं. हालांकि केजरीवाल के पास इस बारे में बोलने के लिए कुछ नहीं है कि वह क्या कर रहे हैं?

केजरीवाल के कार्यालय की सफाई

केंद्र की आपत्ति के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय ने सफाई दी है. सीएमओ ने कहा कि आज सीएम के संबोधन को लाइव साझा किया गया क्योंकि केंद्र सरकार की ओर से कभी कोई निर्देश, लिखित या मौखिक नहीं आया है कि बातचीत को लाइव नहीं कहा जा सकता है. हालांकि, अगर कोई असुविधा हुई है तो हमें इस बात के लिए खेद जताते हैं.

क्या बोले केजरीवाल?

प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित 11 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की. सीएम केजरीवाल ने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि वह मुख्यमंत्रियों को निर्देश दें ताकि दिल्ली तक ऑक्सीजन टैंकरों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित हो सके.’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस संकट से निपटने के लिए राष्ट्रीय योजना की जरूरत है.’’ प्रधानमंत्री से ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने का अनुरोध करते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘‘केंद्र को सेना के जरिए सभी ऑक्सीजन संयंत्रों को अपने अधीन लेना चाहिए और ऑक्सीजन के हर ट्रक के साथ सेना का वाहन चलना चाहिए.’’

उन्होंने कहा, ‘‘ओडिशा और पश्चिम बंगाल से दिल्ली आने वाली ऑक्सीजन आपूर्ति या तो हवाई मार्ग से लाई जानी चाहिए या केंद्र द्वारा शुरू की गई ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से मंगाई जानी चाहिए.’’

राज्य और केंद्र सरकार को अलग-अलग कीमतों पर टीके मिलने के विषय को बैठक में उठाते हुए केजरीवाल ने कहा कि राज्य सरकारों को कोविड-19 के टीके केंद्र सरकार के समान कीमतों पर ही मिलने चाहिए

 

एयरफोर्स करेगी महाराष्ट्र की मदद, पीएम मोदी के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने की ऑक्सीजन, रेमडेसिविर और वैक्सीन की मांग

मुख्यमंत्री की ओर से ऑक्सीजन और रेमडेसिविर देने की मांग की गई. इसके अलावा केंद्र सरकार से 13 हजार जंबो सिलेंडर और 11 वेंटीलेटर्स की मांग की गई. महाराष्ट्र को रोज 70 हजार रेमडेसिवीर वायल्स की जरुरत हैं इनमें से सिर्फ 27 हजार वायल्स मिल रहें हैं. मुख्यमंत्री की इस मांग का पीएम मोदी ने सकारात्मक उत्तर दिया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोरोना से अत्यधिक प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक अहम बैठक की. ये बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई. इस बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना से बढ़ते संकट का सामना करते हुए होने वाली समस्याओं से प्रधानमंत्री को अवगत करवाया. पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्रियों की इस बैठक में क्या अहम मुद्दे उठे इस बारे में मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से बयान जारी कर दिया गया है. इस बैठक में किन-किन मुद्दों पर बात हुई इस बारे में राज्य के स्वास्थ्य मत्री राजेश टोपे ने भी पत्रकारों को विस्तार से बताया. पीएम मोदी के साथ इस बैठक में ऑक्सीजन के संबंध में एक अहम निर्णय लिया गया है. महराष्ट्र में ऑक्सीजन की कमी के संकट को दूर करने के लिए और ऑक्सीजन की मांग पूरी करने के लिए अब इंडियन एयर फोर्स की मदद ली जाएगी.

महाराष्ट्र में अन्य राज्यों से ऑक्सीजन मिल तो रहा है, लेकिन ऑक्सीजन के पहुंचने में काफी समय लग रहा है. ये मुद्दा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उठाते हुए कहा कि विशाखापट्टनम से ऑक्सीजन लेकर ट्रेन चली है, लेकिन ट्रेन के पहुंचने में काफी देर हो रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की सप्लाई को बढ़ाने के लिए खाली टैंकर्स को विमान के रास्ते प्लांट्स तक पहुंचाया जाए और टैंकरों में ऑक्सीजन भरे जाने के बाद उसे रेलवे या सड़क मार्ग से महाराष्ट्र लाया जाए. इस तरह क्या महाराष्ट्र में ऑक्सीजन एयर लिफ्टिंग के माध्यम से पहुंचाई जा सकती है? राजेश टोपे ने मीडिया को बताया कि मुख्यमंत्री के इस सवाल का प्रधानमंत्री ने सकारात्मक जवाब दिया है.

एयरफोर्स की मदद से ऑक्सीजन पहुंचाना आसान हो जाएगा

महाराष्ट्र में कोरोना के सक्रिय संक्रमितों की संख्या 7 लाख के करीब है, उनमें से 10 प्रतिशत गंभीर केस हैं. सीएम ने जानकारी दी कि महाराष्ट्र में 60,000 लोग ऑक्सीजन पर हैं. राज्य में 76,300 ऑक्सीजन बेड हैं. 25,000 आईसीयू बेड हैं. महाराष्ट्र को हर रोज 1550 मेट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है. 300 से साढ़े 300 मेट्रिक टन ऑक्सीजन दूसरे राज्यों से मंगाया जा रहा है. लेकिन कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए 250 से 300 मेट्रिक टन अतिरिक्त ऑक्सीजन की जरूरत है. उम्मीद है कि केंद्र सरकार इस संकट से निकलने में महाराष्ट्र की मदद करेगी. मुख्यमंत्री की इस अपील पर प्रधानमंत्री मोदी ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी.

ऑक्सीजन- रेमडेसिविर की मांग पर पीएम मोदी का उत्तर सकारात्मक

महाराष्ट्र सीएम कार्यालय की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि पीएम के साथ हुई बातचीत सकारात्मक थी. मुख्यमंत्री की ओर से ऑक्सीजन और रेमडेसिविर देने की मांग की गई. इसके अलावा केंद्र सरकार से 13 हजार जंबो सिलेंडर और 11 वेंटीलेटर्स की मांग की गई. महाराष्ट्र को रोज 70 हजार रेमडेसिवीर वायल्स की जरूरत हैं, इनमें से सिर्फ 27 हजार वायल्स मिल रहें हैं. मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के लिए और रेमडेसिविर की मांग की. मुख्यमंत्री ने कहा कि रेमडेसिविर के अलावा भी अन्य दवाइयों की कमी हो रही है. उन कमियों पर भी केंद्र सरकार सहानुभूति के साथ विचार करे.

कोरोनारोधी वैक्सीन के आयात की अनुमति मांगी गई
प्रधानमंत्री के साथ हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री ने अपील की कि किस राज्य को कितना टीका मिलेगा इस बारे में राज्य को विस्तार से जानकारी दी जाए ताकि राज्य सरकार उसके मुताबिक राज्य में टीकाकरण अभियान की सही प्लानिंग कर सके. वैक्सीन की सप्लाई बढ़ाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि अगर कोरोना टीके को आयात करने की इजाजत राज्य सरकार मांगती है, तो उसे इजाजत दी जाए और इस बारे में केंद्र सरकार राज्य सरकार का उचित मार्गदर्शन भी करे. महाराष्ट्र में 18 से 44 वर्ष के लोगो की संख्या 5 करोड़ 71 लाख है और 12 करोड़ वैक्सीन की डोज की जरूरत है. अभी फिलहाल राज्य के पास सिर्फ 6 लाख 50 हजार डोज बचे हैं और हर रोज साढ़े 3 लाख डोज लगाए जा रहे हैं.

थर्ड वेव रोकने के लिए राज्य सरकार कर रही है प्रयास

प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई इस अहम बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि थर्ड वेव को रोकने के लिए राज्य सरकार का प्रयास निरंतर जारी है. इस बारे में अलग अलग विभागों के विशेषज्ञों से बात की जा रही है. हल्के लक्षण वाले मरीजों को घर पर रहकर उन्हें ठीक होने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इसमें डॉक्टर्स मदद कर रहे हैं. राज्य सरकार इसमें मेडिकल स्टूडेंट्स की भी सहायता ले रही है. महाराष्ट्र सरकार टेली मेडिसिन और टेली आईसीयू सेवाओ को बढ़ाने की भी कोशिश कर रही है.

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *