आईआईटी जोधपुर ने पेश किया एक्सआर डिजाइन कोर्स

आईआईटी जोधपुर ने पेश किया एक्सआर डिजाइन कोर्स: मास्टर्स इन डिजाइन (एमडेस) प्रोग्राम छात्रों को पांच ट्रिलियन डॉलर के अवसर में योगदान देने के लिए करेगा तैयार

मैकिन्सी की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक एक्सआर की एप्लीकेशन्स में पाँच ट्रिलियन-डॉलर (लगभग चार सौ लाख करोड़ रुपये) का मूल्य बनाने की क्षमता है, जो आज भारत की जीडीपी से अधिक है।

भारत के सभी सेंट्रली फंडेड तकनीकी और डिजाइन संस्थानों में इस कार्यक्रम को प्रारम्भ करने में आईआईटी जोधपुर अग्रणी है।
एक्सआर डिज़ाइन प्रोग्राम का लाभ ग्राफिक डिज़ाइन, आर्किटेक्चर और इंजीनियरिंग सहित विभिन्न पृष्ठभूमि के छात्रों को होगा।

देहरादून, 5 -मई -2023: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर शैक्षणिक वर्ष 2023-24 से एक नए मास्टर्स इन डिजाइन (एमडेस) कार्यक्रम, ‘एक्सआर डिजाइन’ की शुरुआत कर रहा है। यह एआर-वीआर प्रौद्योगिकियों से संबंधित क्षेत्रों में कौशल विकास करने के लिए भारत सरकार की पहल के अनुरूप है। यह परिवर्तनात्मक कार्यक्रम तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र, एक्सटेंडेड रियलिटी (एक्सआर) डिजाइन से छात्रों को अवगत करवाने के लिए बनाया गया है। एक्सआर डिज़ाइन एक अनूठा कार्यक्रम है जो अत्याधुनिक तकनीक के साथ पारंपरिक डिजाइन सिद्धांतों का मिश्रण कर डिजाइन के भविष्य के लिए स्नातकों को तैयार करेगा।

एक्सआर डिज़ाइन प्रोग्राम के लिए अभी आवेदन किया जा सकता है। कार्यक्रम के बारे में और आवेदन करने के तरीके के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया इस लिंक पर https://sola.iitj.ac.in/xr-design/ जाएं। संस्थान प्रायोजित सीटों के लिए जुलाई 2023 में शुरू होने वाले शैक्षणिक वर्ष 2023-2024 के पहले सेमेस्टर में प्रवेश लिया जा सकता है इसके लिए ऑनलाइन लिंक 21 मई 2023 तक खुला रहेगा। वहीं स्व-प्रायोजित सीटों के लिए जुलाई 2023 से शुरू होने वाले पहले सेमेस्टर में प्रवेश के लिए ऑनलाइन लिंक 14 मई 2023 तक खुला रहेगा।

यह कार्यक्रम छात्रों को वर्चुअल, ऑगमेंटेड और मिक्स्ड-रियलिटी तत्वों का प्रयोग कर विभिन्न डिज़ाइन ऍप्लिकेशन्स का प्रयोग करना सिखाता है। इनमे स्वास्थ्य और रिटेल के क्षेत्र में प्रशिक्षण, ऑटोमोटिव सिमुलेशन, मैन्युफैक्चरिंग में डिजिटल ट्विन्स, वर्कप्लेस में रिमोट कॉलेबोरेशन, गेमिंग और मनोरंजन शामिल हैं।

इस सन्दर्भ में आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रो. संतनु चौधरी ने कहा, एक्सआर डिजाइन प्रोग्राम डिजाइनरों की बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए शुरू किया गया है। इस प्रोग्राम के माध्यम से पारंपरिक तरीकों की सीमाओं से परे जाकर व्यापक और नए अनुभव प्रदान करने के बारे में सिखाया जाएगा। उन्होंने आगे कहा, “यह कार्यक्रम स्नातकों को ऐसी कुशलता प्रदान करेगा जिससे वह एक आकर्षक और बेहतर अनुभव प्रदान कर हमारे ऑनलाइन एक्सपीरियंस को बदल सकेंगे।

एक्सआर डिज़ाइन प्रोग्राम ग्राफिक डिज़ाइन, आर्किटेक्चर और इंजीनियरिंग सहित विभिन्न पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए उपलब्ध है। इस कार्यक्रम में छात्र उद्योग-मानक सॉफ़्टवेयर और हार्डवेयर का प्रयोग करेंगे। इनमें यूनिटी, अनरियल इंजन, माया, और विभिन्न हेडसेट्स शामिल हैं, जिससे इमर्सिव अनुभव हो सके।

इस बारे में आईआईटी गुवाहाटी में एसोसिएट प्रोफेसर केयूर सोरठिया ने कहा, “भारत के सभी सेंट्रली फंडेड तकनीकी और डिजाइन संस्थानों में इस कार्यक्रम को प्रारम्भ करने में आईआईटी जोधपुर अग्रणी भूमिका में है। वर्तमान में छात्रों को पारंपरिक मोबाइल और वेब यूएक्स से आगे जाने की जरूरत है क्योंकि भविष्य में इसकी काफी आवश्यकता होने वाली है। इस सन्दर्भ में मुझे लगता है कि यह कोर्स सही समय पर शुरू किया गया है।”

यह कार्यक्रम विशेषज्ञों के एक चुनिंदा समूह द्वारा संचालित किया जाएगा। इस समूह में अन्य आईआईटी और उद्योगों के विशेषज्ञ होंगे जो इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्पष्ट रूप से एक साथ काम करेंगे।

आईआईटी जोधपुर के स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स के प्रमुख डॉ. फरहत नाज ने कहा, हम डिजाइन और प्रौद्योगिकी के प्रति इच्छुक छात्रों के लिए इस नए कार्यक्रम की पेशकश करने के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने आगे कहा, एक्सआर डिजाइन छात्रों को तेजी से बदलती दुनिया में सफल होने के लिए आवश्यक शिक्षा प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

यह कार्यक्रम आईआईटी जोधपुर की अन्य अग्रणी पहलों जैसे एआर/वीआर एमटेक प्रोग्राम, आईहब दृष्टि-टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब (https://ihub-drishti.ai/) पर आधारित है, जो कंप्यूटर विजन, ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी और जे.सी.के.आई.सी. द्वारा राजस्थान के शिल्पों को दुनिया के लिए वस्तुतः सुलभ बनाने के लिए परियोजनाओं (https://kalaanubhav.com/) से प्रेरित है।

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