बम को पेट्रोल सप्लायर बंदी,भारत में ही छुपा है अब्दुल मलिक

Haldwani Update: क्या भारत से भाग गया Abdul Malik? पुलिस की आंखों में खटक रहे ये दो सवाल, जिसका मलिक ही दे सकता है जवाब, दंगों में इस्तेमाल पैट्रोल बम के लिए पैट्रोल सप्लाई करने वाला भी पकड़ा गया है 
अब्दुल मलिक के विदेश भागने की आशंका के चलते लुक आउट सर्कुलर जारी हो चुका है। यह निर्णय पुलिस ने एहतियातन लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार अब्दुल मलिक ने भारत में ही शरण ले रखी है। उसे छुपाने के पीछे सफेदपोश का हाथ हो सकता है। अब्दुल मलिक को पुलिस ने मुख्य षड्यंत्रकर्ता इसलिए माना है क्योंकि उसने सरकारी (नजूल) जमीन पर कब्जा किया था।

क्या भारत से भाग गया मास्टरमाइंड Abdul Malik?
हल्द्वानी 21 फरवरी 2024। बनभूलपुरा उपद्रव के मुख्य साजिशकर्ता अब्दुल मलिक के घर की कुर्की करने पर पुलिस को विदेशी घड़ियां व बेशकीमती घरेलू सामान ही नहीं, बल्कि पांच से सात जिंदा कारतूस भी मिले हैं। पुलिस का दावा है कि नैनीताल जिले में मलिक व उसके परिवार के किसी भी सदस्य के नाम पर असलहे (हथियार) का लाइसेंस नहीं है।

ऐसे में दो सवाल उठे हैं। पहला- मलिक के पास असलहा क्या दूसरे राज्य का है और दूसरा- मलिक अवैध असलहों का प्रयोग तो नहीं कर रहा? हकीकत क्या है, इसका पता उसकी गिरफ्तारी के बाद ही चलेगा। अब्दुल मलिक को पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता इसलिए माना है, क्योंकि उसने सरकारी (नजूल) जमीन पर कब्जा किया था।

उपद्रव इसी जमीन को खाली कराने पर हुआ था, जिसमें महिलाओं, बच्चों व पुरुषों को मोहरा बनाया गया। अतिक्रमण हटाने पर जब स्थिति बिगड़ी तो मुस्लिम समुदाय एक हो गया। कानून के रखवालों, नगर निगमकर्मियों व मीडियाकर्मियों पर हमला हुआ। महिला पुलिसकर्मियों तक को उपद्रवियों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था। तब किसी ने यह नहीं सोचा था कि अंजाम क्या होगा?

इस मामले में पुलिस 68 लोगों को पकड़ चुकी है, मगर मलिक समेत चार अब भी फरार हैं। इस पर पुलिस ने मलिक व पांच अन्य के घर की कुर्की भी की। कुर्की के दौरान मलिक के घर से पिस्टल के जिंदा कारतूस मिले हैं। पुलिस इन कारतूस को अवैध मान रही है। वहीं, दूसरा पहलू ये भी हो सकता है कि असलहे का लाइसेंस दूसरे राज्य का हो और उसे आल इंडिया बनाया गया हो क्योंकि मलिक का साम्राज्य बरेली, दिल्ली व हरियाणा तक फैला हुआ है।

अब्दुल मलिक भारत में ही!
अब्दुल मलिक के विदेश भागने की आशंका के चलते लुक आउट सर्कुलर जारी हो चुका है। यह निर्णय पुलिस ने सावधानी के लिए लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अब्दुल मलिक ने भारत में ही शरण ले रखा है। उसे छुपाने के पीछे सफेदपोश का हाथ हो सकता है। मलिक पर पहले से आपराधिक मामले चल रहे हैं। इस स्थिति में पासपोर्ट रद करने जैसी कार्रवाई होती है। बहरहाल, मलिक की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश जारी है।

वांटेड मलिक समेत चार की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। उपद्रवियों के घरों की कुर्की हो चुकी है। जल्द वांटेड को गिरफ्तार किया जाएगा। – प्रह्लाद नारायण मीणा, एसएसपी

बम को पेट्रोल देने वाला बेनक, हल्द्वानी बवाल के 10 और उपद्रवी गिरफ्तार
Haldwani Riots आरोपितों में तस्लीम व वसीम नामजद वांटेड थे। जिनके घरों की कुर्की हो चुकी है। अरबाज ने शहजाद व फैजान को पेट्रोल बम बनाने के लिए पेट्रोल उपलब्ध कराया था। अरबाज के घर से दो जरकीनों से नौ लीटर पेट्रोल बरामद हुआ है। मौहम्मद शुऐब के कब्जे से पीएसी जवान से लूटे गए दो कारतूस बरामद हुए।
मुख्य बिंदु
अब तक 68 उपद्रवियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
मलिक समेत चार वांटेड अब भी फरार, छापे जारी

बनभूलपुरा में अतिक्रमण मुक्त स्थल की 100 मीटर परिधि में लगा कर्फ्यू हटा लिया गया है। अब केवल रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक क्षेत्र में कर्फ्यू रहेगा। मामले में पुलिस ने दो नामजद समेत 10 और उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही गिरफ्तार किए गए उपद्रवियों की संख्या 68 हो गई है।

इधर, उपद्रव के मुख्य षड्यंत्रकर्ता अब्दुल मलिक समेत चार वांटेड पर पुलिस ने ईनाम घोषित करने की तैयारी में है। पुलिस वांटेड की संपत्ति कुर्क कर चुकी है। अब चार नामांकित भागे हैं। सोमवार को पुलिस बहुउद्देशीय भवन में प्रेसवार्ता करते हुए एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि आठ फरवरी को बनभूलपुरा उपद्रव हुआ था।इस मामले में बनभूलपुरा थाना, मुखानी थाना और नगर निगम की ओर से तीन अलग-अलग प्राथमिकी की हैं।

सोमवार को मलिक का बगीचा वार्ड 31 बनभूलपुरा निवासी तस्लीम कुरैशी, लाइन नंबर 18 वार्ड बाबा मदरसा के पास बनभूलपुरा निवासी वसीम सिद्दीकी उर्फ हप्पा, लाइन नंबर 14 गफ्फारी मस्जिद के पास रहने वाले मोहम्मद. शुऐब, लाइन नंबर 16 बनभूलपुरा निवासी अनस, लाइन नंबर 16 आजादनगर निवासी अयान, लाइन नंबर 17 निवासी अरबाज, नई बस्ती निवासी शहराज हुसैन, नाजिम, नई बस्ती ताज मस्जिद निवासी मोहम्मद. वसीम व मोहम्मद उजैर को गिरफ्तार किया है।

पेट्रोल किसने कराया था उपलब्ध
उन्होंने बताया कि आरोपितों में तस्लीम व वसीम नामजद वांटेड थे जिनके घरों की कुर्की हो चुकी है। अरबाज ने शहजाद व फैजान को पेट्रोल बम बनाने के लिए पेट्रोल उपलब्ध कराया था। अरबाज के घर से दो जरकीनों से नौ लीटर पेट्रोल बरामद हुआ है। मौहम्मद शुऐब के कब्जे से पीएसी जवान से लूटे गए दो कारतूस बरामद हुए। प्रेसवार्ता में एसपी सिटी प्रकाश चंद्र व प्रभारी सीओ सिटी संगीता मौजूद रहे।

अब पहाड़ में मास्टरमाइंड मलिक की भूमि-संपत्ति की तलाश, अब्दुल ट्रस्ट का हो सकता है अध्यक्ष

बनभूलपुरा हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक की संपत्ति का ब्योरा जुटाने में प्रशासन की टीम लगी है। इसमें पहाड़ में भी अब्दुल मलिक की संपत्ति का पता लगाया जा रहा है। हल्द्वानी में भी भूमि का ब्योरा जुटाया जा रहा है।
बनभूलपुरा उपद्रव के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक की संपत्ति का ब्योरा जुटाने में प्रशासन की टीम लगी है। इसमें पहाड़ में भी अब्दुल मलिक की संपत्ति का पता लगाया जा रहा है। हल्द्वानी में भी भूमि का ब्योरा जुटाया जा रहा है। कमलुवागांजा में एक शैक्षणिक संस्थान का पता चला है, जो ट्रस्ट के माध्यम से संचालित होता है। यह संपत्ति करीब दस बीघा में है। इस ट्रस्ट का अध्यक्ष अब्दुल मलिक होने की बात भी कही जा रही है। इस संबंध में अभी अधिकृत तौर पर पुष्टि होनी बाकी है।
नगर निगम के ढाई करोड़ से अधिक के नुकसान की भरपाई का नोटिस अब्दुल मलिक को दिया गया था। यह राशि तय समयसीमा में जमा न होने के बाद नगर निगम ने आरसी काट दी है। अब इसकी वसूली की जिम्मेदारी राजस्व विभाग के पास आएगी। ऐसे में प्रशासन अभी से मलिक के आर्थिक स्रोत का पता लगाने में जुटा है। इसमें फिलहाल अब्दुल मलिक के आवास, बरेली रोड पर एक काॅलेज का पता चला है।
बताया जा रहा है कि वह भी नजूल की भूमि पर है। इसके साथ ही भूमिधरी वाली भूमि का भी पता लगाने में टीम जुटी हैं। इसमें कमलुवागांजा रोड स्थित एक शैक्षणिक संस्थान का पता किया गया है, यह करीब 10 बीघा में है। इसकी कीमत भी दस करोड़ के आसपास होने का अनुमान लगाया जाता है। पर यह कॉलेज मलिक के नाम पर न होकर एक ट्रस्ट के नाम पर है, जिसका अध्यक्ष अब्दुल मलिक हो सकता है। इस तकनीकी पहलू को हल करने के लिए सभी विकल्पों को देखा जा रहा है।
एसडीएम परितोष वर्मा का कहना है कि अभी डिटेल को एकत्र किया जा रहा है, उससे जुड़े अभिलेखों को देखा जाएगा। इधर, मलिक की संपत्ति का ब्योरा पहाड़ में तलाश किया जा रहा है, इसमें भीमताल, भवाली, नैनीताल में भूमि, फ्लैट आदि का पता लगाया जा रहा है। इसमें टीम पता कर रही है कि संपत्ति किस रूप में है और कहां-कहां पर है। संपत्ति किसके नाम पर है, यह भी पता लगाया जा रहा है। एसडीएम प्रमोद कुमार का कहना है कि नैनीताल तहसील के अंतर्गत संपत्ति समेत अन्य जानकारी जुटाई जा रही है।

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