चमोली आपदा: सिल्ट फ्लशिंग टनल तक बड़ी मशीन न पहुंचने से मलबा निकालने में दिक्कत

एसटीएफ तक बड़ी मशीन न पहुंचने से रेस्क्यू में हो रही देरी
एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की सिल्ट फ्लशिंग टनल (एसएफटी) तक बड़ी मशीन न पहुंच पाने के चलते मलबा हटाने के काम में देरी हो रही है।
गोपेश्वर 01 मार्च: एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की सिल्ट फ्लशिंग टनल (एसएफटी) तक बड़ी मशीन न पहुंच पाने के चलते मलबा हटाने के काम में देरी हो रही है। ऊपर से टनल से पानी के लगातार रिसाव ने रेस्क्यू में मुश्किलें और भी बढ़ा दी हैं। अब एनटीपीसी पानी निकालने पर फोकस करते हुए मलबा हटाने की बात कह रहा है।

सात फरवरी की आपदा में एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की टनल में मलबा भर गया था। आपदा के दिन ही 34 कर्मचारी मुख्य टनल के जरिये एसएफटी में काम करने गए थे। बीते 23 दिनों से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है। मुख्य टनल से 183 मीटर दूरी तक मलबा हटाने के बाद रेस्क्यू टीम टी प्वाइंट से एसएफटी टनल तक पहुंच चुकी है। लेकिन, पानी का लगातार होते रिसाव के चलते दिक्कत हो रही है। 20 इंच की पाइप लाइन से पानी की निकासी की जा रही है। अब छह इंच की अतिरिक्त पाइप लाइन भी लगाई जा रही है। एनटीपीसी के महाप्रबंधक आरपी अहिरवार ने बताया कि टी प्वाइंट से दायीं ओर एसएफटी और दूसरी इनटेक टनल है, जहां से 250 मीटर की दूरी पर मुख्य सुरंग है। इन दोनों टनलों में भारी मात्रा में मलबा भरा हुआ है। उन्होंने बताया कि टनल में भारी मशीनें न पहुंचने के कारण छोटी मशीन से मलबा हटाया जा रहा है, जिससे रेस्क्यू में देरी हो रही है।

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बचाव अभियान अब तक

कुल लापता,205

शव बरामद,72

मानव अंग मिले,30

अब तक पहचान,41

अब भी लापता,133

डीएनए सैंपल,200

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