कर्नाटक को संप्रभुता? चुनाव आयोग का खड़गे को नोटिस

‘संप्रभुता’ वाले बयान पर घिरी कांग्रेस, EC ने मल्लिकार्जुन खरगे को जारी किया नोटिस

EC seeks clarification from Congress: निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से कर्नाटक की संप्रभुता संबंधी पोस्ट पर स्पष्टीकरण मांगा है।

 रवि वैश्य

EC Notice to Mallikarjun Kharge
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे

 

नई दिल्ली 07 मई।निर्वाचन आयोग ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) से सोनिया गांधी के हवाले से कर्नाटक की संप्रभुता संबंधी टिप्पणी पर पार्टी की सोशल मीडिया पोस्ट पर स्पष्टीकरण देने और उसमें सुधार करने को कहा।ख रगे को निर्वाचन आयोग का पत्र छह मई को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दिखाई देने वाले एक ट्वीट के संबंध में भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा एक शिकायत किये जाने के बाद भेजा गया है।
भारतीय जनता पार्टी ने अपनी शिकायत में कहा, ‘कर्नाटक भारत संघ में एक बहुत ही महत्वपूर्ण सदस्य राज्य है और भारत संघ के सदस्य राज्य की संप्रभुता की रक्षा करने का कोई भी आह्वान अलगाव के आह्वान के समान है और यह खतरनाक और घातक परिणामों से भरा हुआ है।’

भाजपा ने निर्वाचन आयोग को दी अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि ट्वीट पंजीकरण के समय राजनीतिक दलों द्वारा जनप्रतिनिधित्व कानून, 1951 की धारा 29ए (5) में ली गई अनिवार्य शपथ का उल्लंघन है। निर्वाचन आयोग के पत्र में कहा गया है, ‘उपरोक्त के मद्देनजर, आपसे सोशल मीडिया पोस्ट के संबंध में स्पष्टीकरण देने और सुधार के उपाय करने का अनुरोध किया जाता है, जिसे आईएनसी ट्विटर हैंडल पर कांग्रेस संसदीय दल (CPP) अध्यक्ष के हवाले से डाला गया है।’

‘कांग्रेस किसी को भी कर्नाटक की प्रतिष्ठा, संप्रभुता या अखंडता के लिए खतरा पैदा नहीं करने देगी’

कांग्रेस की पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी वर्तमान में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष हैं।कांग्रेस ने शनिवार को हुबली में एक चुनावी रैली में सोनिया गांधी के भाषण का जिक्र करते हुए एक ट्वीट में कहा था कि कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष ने ‘6.5 करोड़ कन्नड़ लोगों को एक कड़ा संदेश दिया।’ पार्टी ने उनकी तस्वीर भी साझा की, जिसमें वह जनसभा को संबोधित करती दिख रही हैं। कांग्रेस ने ट्वीट में कहा था, ‘कांग्रेस किसी को भी कर्नाटक की प्रतिष्ठा, संप्रभुता या अखंडता के लिए खतरा पैदा नहीं करने देगी।’

Karnataka Assembly Election 2023
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Mallikarjun Kharge

पहले खड़गे, फिर बजरंग दल और अब सोनिया गाँधी… अपने ही जाल में उलझी काॅन्ग्रेस: ‘संप्रभु कर्नाटक’ पर चुनाव आयोग पहुँची BJP

 

सोनिया गाँधी
बीजेपी ने चुनाव आयोग से की सोनिया गाँधी की शिकायत (फोटो साभार: @INCIndia)

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार सोमवार (8 मई 2023) को समाप्त हो गया। 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को वोट डलेंगे। नतीजे 13 मई को आएँगे। बीजेपी सत्ता बरकरार रखने के दावे कर रही है। काॅन्ग्रेस का कहना है कि राज्य में सत्ता विरोधी लहर चल रही है और वह भारी बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। जो ओपिनियन पोल सामने आए हैं उनमें कुछ बीजेपी को तो कुछ काॅन्ग्रेस को बढ़त बता रहे हैं। लेकिन इस चुनाव प्रचार के दौरान जिस एक चीज में निरंतरता दिखी, वह है अपने ही नेताओं के बयान और वादों का काॅन्ग्रेस की गले की हड्डी बनना।

सबसे पहले काॅन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपने उस बयान के लिए सफाई देनी पड़ी जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘जहरीला साँप’ बता दिया था। फिर बजरंग दल की तुलना प्रतिबंधित इस्लामी संगठन पाॅपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से करके पार्टी फँसी। डैमेज कंट्रोल के लिए पार्टी पहले बजरंग दल पर प्रतिबंध से पीछे हटी फिर सरकार बनने पर राज्य के हर जिले में हनुमान मंदिर बनाने का वादा किया। अब पूर्व अध्यक्ष सोनिया गाँधी के एक बयान पर पार्टी फँस गई है।

सोनिया गाँधी के ‘कर्नाटक की संप्रभुता’ वाले बयान को लेकर बीजेपी ने सोमवार (8 मई 2023) को चुनाव आयोग से शिकायत की। सोनिया के खिलाफ कार्रवाई और कॉन्ग्रेस की मान्यता रद्द करने की माँग की है। केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव के नेतृत्व में बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने आयोग को ज्ञापन सौंपा है। बीजेपी ने चुनाव आयोग से अपनी शिकायत में कहा है कि कॉन्ग्रेस देश को बाँटने का काम कर रही है।

भूपेंद्र यादव ने इस संबंध में मीडियाकर्मियों से कहा, “उन्होंने (सोनिया गाँधी) जानबूझकर संप्रभुता शब्द का इस्तेमाल किया। कॉन्ग्रेस का घोषणा पत्र टुकड़े-टुकड़े गैंग का एजेंडा है। भारत को कमजोर करने का एजेंडा है। इसलिए वे इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। कॉन्ग्रेस झूठ की बुनियाद पर यह चुनाव लड़ रही है। भारत की एकता और अखंडता के लिए जिन शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए, वो उसका इस्तेमाल करके प्रचार कर रही है।” केंद्रीय मंत्री ने उम्मीद जताई है कि चुनाव आयोग कॉन्ग्रेस के ‘राष्ट्र विरोधी कृत्य’ के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगा।

 

 

केंद्रीय मंत्री शोभा करंदजले ने भी सोनिया गाँधी को इस बयान पर घेरा है। उन्होंने ​कहा कि राहुल गाँधी ने भी भारत को टुकड़े-टुकड़े करने की कोशिश ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में की थी। अब सोनिया गाँधी भी यही काम रही हैं। वह टुकड़े-टुकड़े गैंग की मुखिया हैं। हमने माँग की है कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।

बता दें कि यह विवाद उस बयान को लेकर है जो कॉन्ग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शनिवार (6 मई 2023) को कर्नाटक के हुबली में हुई चुनावी रैली में सोनिया गाँधी के भाषण का जिक्र करते हुए ट्वीट किया था।

इसमें कहा गया था कि कॉन्ग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने 6.5 करोड़ कन्नड़ के लोगों को एक कड़ा संदेश दिया। कॉन्ग्रेस किसी को भी कर्नाटक की प्रतिष्ठा, संप्रभुता या अखंडता के लिए खतरा पैदा नहीं करने देगी। इस ट्वीट के साथ पार्टी ने जनसभा को संबोधित करते सोनिया गाँधी की तस्वीर भी साझा की थी।

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सोनिया गांधी की ‘संप्रभुता’ वाली टिप्पणी पर फंस गई कांग्रेस, EC का मल्लिकार्जुन खरगे को नोटिस, दिया यह निर्देश

हाइलाइट्स
1-सोनिया गांधी के हवाले से कांग्रेस के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट हुआ था बयान
2-कांग्रेस किसी को कर्नाटक की संप्रभुता के लिए खतरा पैदा नहीं करने देगी
3-चुनाव आयोग ने मल्लिकार्जुन खरगे को जारी किया नोटिस, सफाई देने को कहा
4-कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटों पर 10 मई को मतदान, 13 मई को रिजल्ट

सोनिया गांधी की कर्नाटक की संप्रभुता संबंधी टिप्पणी पर कांग्रेस के लिए मुश्किल बढ़ गई है। निर्वाचन आयोग ने कर्नाटक की संप्रभुता वाले बयान पर कांग्रेस पार्टी को नोटिस जारी किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को जारी नोटिस में पार्टी की सोशल मीडिया पोस्ट पर सफाई देने और उसमें सुधार करने को कहा गया है। यह कार्रवाई छह मई को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दिखाई देने वाले एक ट्वीट के संबंध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक शिकायत के बाद हुई है।

चुनाव आयोग ने खत में क्या दिए निर्देश

निर्वाचन आयोग के पत्र में कहा गया है, ‘इस बयान के दृष्टिगत, आपसे सोशल मीडिया पोस्ट के संबंध में स्पष्टीकरण देने और सुधार के उपाय करने का अनुरोध किया जाता है। इस टिप्पणी को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) अध्यक्ष के हवाले से डाला गया है।’ कांग्रेस की पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी वर्तमान में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष हैं।

 

EC NOTICE CONGRESS

 

भाजपा ने जनप्रतिनिधित्व कानून के उल्लंघन का लगाया आरोप

भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा, ‘कर्नाटक भारत संघ में एक बहुत ही महत्वपूर्ण सदस्य राज्य है और भारत संघ के सदस्य राज्य की संप्रभुता की रक्षा करने का कोई भी आह्वान अलगाव के आह्वान के समान है। यह खतरनाक और घातक परिणामों से भरा हुआ है।’

भाजपा ने निर्वाचन आयोग को दी अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि ट्वीट पंजीकरण के समय राजनीतिक दलों द्वारा जनप्रतिनिधित्व कानून, 1951 की धारा 29ए (5) में ली गई अनिवार्य शपथ का उल्लंघन है।

 

सोनिया के भाषण का हवाला देते हुए कांग्रेस का ट्वीट
कांग्रेस ने शनिवार को हुबली में एक चुनावी रैली में सोनिया गांधी के भाषण का जिक्र करते हुए एक ट्वीट में कहा था कि कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष ने ‘6.5 करोड़ कन्नड़ लोगों को एक कड़ा संदेश दिया।’ पार्टी ने उनकी तस्वीर भी साझा की, जिसमें वह जनसभा को संबोधित करती दिख रही हैं। कांग्रेस ने ट्वीट में कहा था, ‘कांग्रेस किसी को भी कर्नाटक की प्रतिष्ठा, संप्रभुता या अखंडता के लिए खतरा पैदा नहीं करने देगी।’

 

प्रधानमंत्री मोदी ने भी किया था अटैक

कांग्रेस की इस टिप्पणी पर प्रधानमंत्री मोदी ने रैली में तीखा हमला बोला था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि शाही परिवार कर्नाटक को क्या देश का हिस्सा नहीं मानता है? 7 मई को मैसूर की जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘कर्नाटक ही नहीं, मैं बहुत दर्द के साथ पूरे देश को यह बताना चाहता हूं कि इस चुनाव में कांग्रेस का शाही परिवार कल कर्नाटक आया और कहा कि वे कर्नाटक की संप्रभुता की रक्षा करना चाहते हैं। क्या आप जानते हैं कि इसका क्या मतलब है, जब कोई देश स्वतंत्र हो जाता है, तो उस देश को एक संप्रभु देश कहा जाता है। कांग्रेस जो कह रही है उसका मतलब यह है कि कांग्रेस का मानना है कि कर्नाटक भारत से अलग है।’

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