डॉक्टर ने खुद को दी दर्दनाक मौत, पहले भी कूदे शक्ति नहर में दो बार

खुद की बीमारी से परेशान,पत्नी और बेटी की मौत के बाद डॉक्‍टर ने दो बार की आत्‍महत्‍या की कोशिश, तीसरी बार में दर्दनाक मौत

विकासनगर के एक निजी अस्पताल के प्रतिष्ठित चिकित्सक हंसराज अरोड़ा इससे पहले भी दो बार शक्तिनहर में कूदे लेकिन तब आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें बचा लिया था। हंसराज अरोड़ा कुछ समय से डिप्रेशन में थे।

विकासनगर 18 सितंबर:  विकासनगर के एक निजी अस्पताल के प्रतिष्ठित चिकित्सक हंसराज अरोड़ा ने शक्तिनहर में कूदकर जान दे दी। शनिवार देर रात नवाबगढ़ पंचायत के डाक्टरगंज क्षेत्र में पुल नंबर एक व दो के बीच उन्होंने नहर में छलांग लगाई।

रात में ही उनकी तलाश की गई, लेकिन अंधेरा होने के कारण उनका कुछ पता नहीं चला। हालांकि उनकी कार व चप्पल पुल नंबर एक के पास से बरामद की गई। रविवार को एसडीआरएफ ने डाक्टर अरोड़ा का शव ढकरानी पावर हाउस के इंटेक से बरामद किया है।

डॉक्टर हंसराज अरोड़ा की अंतिम यात्रा में शामिल नगरवासी

डाक्टर अरोड़ा इससे पहले भी दो बार शक्तिनहर में कूदे, लेकिन तब आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें बचा लिया था। पुलिस की प्राथमिक जांच में पता चला है कि डाक्टर हंसराज अरोड़ा कुछ समय से डिप्रेशन में थे। पुलिस ने शव का पंचनामा के बाद मोर्चरी में रखवाया।

Depression Senior Cardiologist Committed Suicide Sending Suicide Note On Son’s WhatsApp

Depression: बेटे के व्हॉट्सएप पर सुसाइड नोट भेजकर डॉक्टर ने दे दी जान, लिखा अब जीने की इच्छा नहीं…

सीमावर्ती इलाकों के लोगों के लिए मसीहा के रूप में पहचाने जाने वाले डॉक्टर हंसराज अरोड़ा (72 वर्ष) का शव शक्ति नहर के पुल के पास मिला। पुलिस को उनके बेटे आयुष अरोड़ा के व्हॉट्सएप पर भेजा गया सुसाइड नोट मिला। पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी बीमारी को आत्महत्या का कारण बताया है।

शहर के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ एवं फिजिशियन डॉक्टर हंसराज आरोड़ा ने शक्ति नहर में कूदकर जान दे दी। शनिवार रात 12 बजे वह अपनी कार लेकर घर से निकले थे। पुलिस ने उनके शव को नहर के ढकरानी जलविद्युत गृह के इंटेक से बरामद करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उन्होंने अपने बेटे के मोबाइल पर सुसाइड नोट भी भेजा था, जिसमें बीमारी को आत्महत्या का कारण बताया है।

पछवादून, जौनसार बावर और हिमालच प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों के लोगों के लिए मसीहा के रूप में पहचाने जाने वाले डॉक्टर हंसराज अरोड़ा (72) शनिवार रात लगभग 12 बजे अपनी कार लेकर न्यू कॉलोनी स्थित अपने घर से निकले थे। जब वह काफी देर तक घर नहीं पहुंचे को परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने काफी खोजबीन के बाद शक्ति नहर के पुल नंबर एक व दो के बीच से उनकी कार को लावारिस अवस्था में बरामद कर लिया।

इसके बाद पुलिस को उनके बेटे आयुष अरोड़ा के व्हॉट्सएप पर भेजा गया सुसाइड नोट मिला। पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी बीमारी को आत्महत्या का कारण बताया है। लिखा है कि ‘बीमारी के कारण अब मेरी जीने की इच्छा नहीं है। मेरी मौत का कोई और जिम्मेदार नहीं है।’ सुसाइड नोट मिलने पर पुलिस, एसडीआरएफ और जल पुलिस की संयुक्त टीम ने शक्ति नहर में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।

रविवार सुबह ढकरानी पावर हाउस के इंटेक में उनका शव मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। विकासनगर कोतवाली प्रभारी शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि सुसाइड नोट से उनके आत्महत्या करने की पुष्टि हुई है। बावजूद इसके पुलिस मामले की जांच कर रही है।

डिप्रेशन का थे शिकार, पहले भी कर चुके थे जान देने की कोशिश

पुलिस का कहना है कि जानकारी मिली है कि डॉक्टर अरोड़ा पिछले काफी समय से डिप्रेशन का शिकार थे। पुलिस ने बताया कि कुछ समय पहले भी उन्होंने नहर में कूदकर जान देने की कोशिश की थी, लेकिन तब वहां से गुजर रहे ग्रामीणों ने सुरक्षित नहर से बाहर निकाल लिया था। बताया जा रहा है कि कुछ वर्ष पहले उनकी पत्नी की भी मौत हो गई थी। अमेरिका में रहने वाली उनकी एक डॉक्टर बेटी की भी कुछ साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उनकी दूसरी बेटी भी अमेरिका में डॉक्टर है। पत्नी और एक बेटी को खोने के बाद वह गुमसुम रहने लगे थे।

47 साल से अधिक समय से कर रहे थे प्रैक्टिस

मेरठ मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस और एमडी मेडिसिन करने के पश्चात डॉक्टर हंसराज अरोड़ा ने लगभग 47 साल पहले विकासनगर में प्रैक्टिस शुरू की थी। पछवादून के तमाम गांवों के निवासियों से लेकर जौनसार बावर व हिमाचल प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों से प्रतिदिन भारी संख्या में रोगी उनके पास आते थे। डॉक्टर अरोड़ा के बेटे आयुष अरोड़ा भी चिकित्सक हैं। वह पिता के क्लीनिक पर बैठते हैं। डॉक्टर अरोड़ा शहर के वरिष्ठ चिकित्सक के अलावा सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़े थे। उनकी मृत्यु पर लायंस क्लब, रोटरी क्लब, जन संघर्ष मोर्चा, विकासनगर बार एसोसिएशन, कालसी बार एसोसिएशन, आईएमए, संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच, नगर व्यापार मंडल, संयुक्त व्यापार मंडल आदि समेत सभी संस्थाओं व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त किया है।

डाक्टर हंसराज अरोड़ा का बेटा सार्थक अरोड़ा व पुत्रवधु भी चिकित्सक हैं। बेटा सार्थक उनके साथ ही विकासनगर में प्रेक्टिस करता है और पुत्रवधु दून के किसी निजी अस्पताल में सेवा दे रही हैं। शनिवार को उनका बेटा सार्थक किसी काम से देहरादून गया हुआ था।

डाक्टर हंसराज के पास उनका नौकर सुनील था, जिसे उन्होंने घर भेज दिया था। इसके बाद रात साढ़े दस बजे के करीब डाक्टर हंसराज कार से डाक्टरगंज में शक्तिनहर के किनारे पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी कार खड़ी की और पास में ही चप्पल भी छोड़ दी। इसके बाद उन्होंने पुल नंबर एक और दो बीच शक्तिनहर में छलांग लगा दी।

देर रात जब डाक्टर हंसराज अरोड़ा के पुत्र देहरादून से विकासनगर पहुंचे तो घर पर पिता को न पाकर पुलिस को सूचना दी। शनिवार रात ही पुलिस व स्वजन ने उनकी तलाश की तो कार व चप्पल शक्तिनहर किनारे पुल नंबर एक के पास मिले।

रविवार सुबह फिर एसडीआरएफ व कोतवाली पुलिस ने शक्तिनहर में डाक्टर हंसराज अरोड़ा की तलाश की तो पावर हाउस ढकरानी के इंटेक से उनका शव बरामद हो गया। दरअसल कुछ साल पहले उनकी पत्नी की हार्ट अटैक और बेटी की अमेरिका में दुर्घटना में मौत हो गई थी।

इसके बाद से डाक्टर हंसराज डिप्रेशन में थे। उन्होंने दिल्ली के एक अस्पताल में अपना उपचार भी कराया, लेकिन कोई खास फायदा नहीं हुआ। कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट के अनुसार मामले की जांच की रही है। स्वजनों से भी जानकारी ली जा रही है। 

ढकरानी पावर हाउस इंटेक से डॉक्‍टर हंसराज अरोड़ा का शव बरामद कर लिया गया । चिकित्सक शनिवार की देर रात करीब 12:00 बजे घर से अकेले शक्ति नगर पहुंचे।

रात में ही पुलिस मौके पर पहुंची

पुल नंबर 1 और 2 के बीच में चिकित्सक ने शक्ति नहर में छलांग लगाई, जिसके बाद वह डूब कर लापता हो गए। कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट के अनुसार रात में ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया। जल पुलिस शक्ति नहर में डूब कर लापता हुए चिकित्सक की तलाश करती रही।

ढकरानी पावर हाउस इंटेक से बरामद हुआ शव

रविवार को खोजबीन कर ढकरानी पावर हाउस इंटेक से डॉक्‍टर हंसराज अरोड़ा का शव बरामद कर लिया गया। पुलिस ने शव कब्जे में ले पंचनामा कार्रवाई कर  जिसके बाद शव पोस्टमार्टम को मोर्चरी भेजा गया।

जल पुलिस ने रविवार को तलाश शुरू की

कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट के अनुसार रात में ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन कुछ पता नहीं लग पाया। जल पुलिस ने रविवार को तलाश शुरू की। साथ ही ढकरानी पावर हाउस कर्मियों को शव दिखने पर सूचना देने को कहा।

पावर हाउस कर्मियों ने शव पड़ा होने की सूचना दी

पुलिस शव तलाश कर ही रही थी कि इसी बीच पावर हाउस कर्मियों ने इंटेक में शव होने की सूचना दी। पुलिस ने शव बाहर निकाला तो वह डॉक्‍टर हंसराज अरोड़ा का शव निकला।

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