दीप सिद्धू, जुगराज,गुरजंट पर एक-एक लाख का ईनाम

 

लाल किले में हिंसा का मामला: आरोपित पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू,गुरजंट सिंह और जुगराज सिंह पर 1 -1 लाख तथा बूटा सिंह पर 50 हजार रुपए इनाम घोषित, उपद्रवियों के फोटो भी जारी
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दीप सिद्धू पर आरोप है कि उन्होंने 26 जनवरी को लाल किले पर उपद्रवियों को भड़काया था। वे किले की प्राचीर पर धार्मिक झंडा लगाने की घटना में भी शामिल थे।- फाइल फोटो।

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 70वां दिन है। इस बीच दिल्ली पुलिस लगातार एक्शन में है। 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने बुधवार को बड़ा ऐलान किया। उसने कहा कि दीप सिद्धू (पंजाबी एक्टर) और दूसरे आरोपितों जुगराज सिंह, गुरजंट सिंह के बारे में जानकारी देने वालों को 1-1 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा।

इसके साथ ही जजबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह और इकबाल सिंह पर 50-50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। ये सभी लाल किले में हुई हिंसा के आरोपित हैं और फरार हैं। इससे पहले पुलिस ने मंगलवार को 12 फोटो भी जारी किए। इनमें लाल किले में तोड़फोड़ करने वाले नजर आ रहे हैं।

पुलिस ने 12 फोटो जारी किए हैं। इनमें लाल किले में तोड़ फोड़ करने वाले लोग नजर आ रहे हैं।
दीप सिद्धू ने सिंघु बॉर्डर से आधे घंटे की दूरी पर होने का दावा किया
एक तरफ पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है। दूसरी तरफ आरोपी दीप सिद्धू (पंजाबी एक्टर) लगातार सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं। उन्होंने बुधवार को भी एक वीडियो रिलीज किया। इसमें उन्होंने अपने खिलाफ बोलने वालों को देख लेने की धमकी दी है। साथ ही खुद के हरियाणा में होने का दावा करते हुए कहा कि सिंघु बॉर्डर से सिर्फ आधे घंटे की दूरी पर बैठे हैं।

पुलिस ने कहा- दीप सिद्धू को जल्द पकड़ लेंगे

दिल्ली के स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस प्रवीर रंजन ने कहा, ‘उपद्रव के आरोपितों पर कार्रवाई करने को लेकर पंजाब पुलिस से को-ऑर्डिनेशन में कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि, दीप सिद्धू को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाए हैं, लेकिन उम्मीद है कि जल्द उनका पता लगा लेंगे। चाहे पॉलिटिशियन हों या उनके फॉलोअर, हम सबूतों के आधार पर जांच करेंगे और एक्शन भी लेंगे।’

जींद में किसान महापंचायत जारी

एक तरफ पुलिस एक्शन में है तो दूसरी तरफ किसान भी आंदोलन को मजबूत करने में जुटे हैं। इसी सिलसिले में हरियाणा के जींद जिले के कंडेला गांव में आज किसान महापंचायत चल रही है। इसमें भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) के नेता राकेश टिकैत भी बोलेंगे। जींद रवाना होने से पहले टिकैत ने कहा था कि अगर सरकार ने किसानों की मांगें नहीं मानीं तो देशभर में ऐसी पंचायतें की जाएंगी।

जेल में बंद आंदोलनकारियों की मदद के लिए लीगल टीम बनाई

26 जनवरी को दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद से जो लोग नहीं मिल रहे या गिरफ्तार हैं, उनकी मदद के लिए संयुक्त मोर्चा ने लीगल टीम बनाई है। टीम के सदस्यों ने बताया कि वे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मिले थे। वहां से उन्हें जानकारी मिली है कि 115 लोग जेल में बंद हैं। वहीं कांग्रेस की लीगल सेल ने भी हिंसा मामले में किसानों को मदद देने का ऑफर दिया है। कांग्रेस ने कहा है कि एक लीगल टीम किसान नेताओं से मिलेगी।

दिल्ली सरकार ने 115 गिरफ्तार लोगों की लिस्ट जारी
केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि हम उन 115 लोगों की लिस्ट जारी कर रहे हैं, जो 26 जनवरी की हिंसा के बाद गिरफ्तार किए गए हैं और दिल्ली की अलग-अलग जेलों में बंद हैं। उम्मीद है कि इससे लोगों को अपने परिवार के उन सदस्यों को तलाशने में मदद मिलेगी जो 26 जनवरी की किसान रैली के बाद लापता हो गए।

राहुल का तंज- सरकार किसानों को मार क्यों रही है?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि दिल्ली के चारों तरफ किसान जमा हैं। वे हमारे अन्नदाता हैं। फिर दिल्ली की किलेबंदी क्यों की जा रही है? किसानों को धमकी क्यों दे रहे हैं, उन्हें मार क्यों रहे हैं? सरकार उनसे बातचीत क्यों नहीं कर रही?

6 फरवरी को चक्काजाम करेंगे किसान

किसान संगठनों ने मंगलवार को ऐलान किया है कि वे 6 फरवरी को नेशनल और स्टेट हाईवेज को जाम करेंगे। भारतीय किसान मोर्चा (आर) के नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि शनिवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जाम किया जाएगा। उधर, किसानों के रुख को देखते हुए पुलिस भी बैरिकेडिंग मजबूत करने में जुटी है। टीकरी बॉर्डर पर मंगलवार को पहले 4 फीट मोटी सीमेंट की दीवार बनाकर 4 लेयर में बैरिकेडिंग की गई, फिर सड़क खोदकर उसमें नुकीले सरिए लगा दिए गए। सड़क पर रोडरोलर भी खड़े किए गए हैं।

आंदोलन के सिलसिले में ग्लोबल सेलिब्रिटीज की प्रतिक्रियाएं

इंटरनेशनल पॉप सिंगर रिहाना ने किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर कमेंट किया है। एक रिपोर्ट का लिंक शेयर करते हुए रिहाना ने इंटरनेट बैन किए जाने पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा- कोई भी इस पर बात क्यों नहीं करता?
रिहाना के कमेंट पर एक्ट्रेस कंगना रनोट ने रिएक्शन दिया। उन्होंने कहा कि वे किसान नहीं आतंकी हैं। वे देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं ताकि चीन इसका फायदा उठाकर अपना अधिकार जमा ले, जैसा उसने अमेरिका में किया। आप बेवकूफ हैं, इसलिए चुप बैठिए। हम आपकी तरह अपने देश को नहीं बेच रहे।
स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता और नोबेल प्राइज विजेता ग्रेटा थनबर्ग ने सोशल मीडिया पर कहा कि हम किसानों के साथ हैं।

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