बड़ा खुलासा: धर्मांतरण को सोसाइटी में मूक-बधिर बनकर ही रहते थे उमर के एजेंट

छात्रों का धर्मांतरण कराने फर्जी मूकबधिर बन सोसायटी में पढ़ने आते थे एजेंट, जांच में सामने आई चौंकाने वाली जानकारी
सामान्य तरीके से बोल और सुन सकने वाले ये एजेंट फर्जी मूकबधिर बने। इसके बाद सोसायटी में पढ़ाई के लिए दाखिला लिया। फिर साइन लैंग्वेज में वास्तविक मूकबधिर छात्रों से संवाद कर ब्रेनवॉश करने की कोशिश की।

योगेश तिवारी, नोएडा 29 जून।नोएडा डेफ सोसायटी के छात्रों को धर्मांतरण के लिए सोसायटी के शिक्षक से पहले इस रैकेट के कई एजेंट प्रेरित करने आए थे। सामान्य तरीके से बोल और सुन सकने वाले ये एजेंट फर्जी मूकबधिर बने। इसके बाद सोसायटी में पढ़ाई के लिए दाखिला लिया। फिर साइन लैंग्वेज में वास्तविक मूकबधिर छात्रों से संवाद कर ब्रेनवॉश करने की कोशिश की। इन्हीं के इनपुट पर धर्मांतरण रैकेट चलाने वालों ने बिहार के दरभंगा निवासी सोसायटी से पढ़कर निकले युवक से संपर्क किया। उसको शिक्षक बनाकर साजिश के तहत सोसायटी में लाया गया। इसके बाद यह कथित मूकबधिर एजेंट एक-एक कर पढ़ाई पूरी कर या बीच में ही छोड़कर निकल गए।
यह तथ्य एटीएस की तरफ से छात्रों की डिटेल को लेकर की गई पड़ताल और आरोपितों से पूछताछ में सामने आए हैं। इसको लेकर सोसायटी से भी जानकारी मांगी गई है। सूत्रों की माने तो ऐसे एक कथित छात्र की पहचान भी हो गई है। यह शख्स इस वक्त कहां पर है, ये जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। इसको लेकर डेफ सोसायटी ने एटीएस को बताया कि मूकबधिर होने का सर्टिफिकेट देखकर दाखिला दिया जाता है। यह नहीं पता था कि दाखिला लेने वाले ने फर्जी सर्टिफिकेट तैयार करवाया हुआ है। या फिर वह मूकबधिर है ही नहीं। फरार चल रहे सोसायटी के पूर्व शिक्षक की तलाश में भी एटीएस लगी हुई है।

राहुल भोला और मन्नू यादव खोलेंगे कई राज

यूपी एटीएस ने धर्मांतरण रैकेट में जांच आगे बढ़ाते हुए तीन और गिरफ्तारियां सोमवार को की हैं। यह आरोपित राहुल भोला, मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान और इरफान हैं। राहुल भोला तथा मन्नू यादव नोएडा डेफ सोसायटी के ही छात्र थे। शीशराम पार्क उत्तम नगर नई दिल्ली का निवासी राहुल भोला धर्मांतरण रैकेट से पहले जुड़ा था। एटीएस के मुताबिक राहुल भोला ने ही डेफ सोसायटी के छात्र गुड़गांव निवासी मन्नू यादव और कानपुर के आदित्य और अन्य का धर्मांतरण करवाया था। इसमें इरफान की भूमिका भी अहम रही थी।

मन्नू यादव जो कि गुड़गांव के दौलताबाद का निवासी है, धर्मांतरण के बाद अब्दुल मन्नान बनकर घर से चला गया था। इसके पिता राजीव यादव का विडियो सोशल मीडिया पर काफी समय पहले से वायरल है। एटीएस के मुताबिक मूकबधिर मन्नू ने कानपुर निवासी आदित्य के धर्मांतरण में अहम भूमिका निभाई थी। इसके साथ ही घर में रखी पूजा स्थल पर मूर्ति तोड़ दी थी। यह एक धर्म विशेष के लिए बहुत ही कट्टर हो गया था।
अब राहुल भोला और मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान की से एटीएस की पूछताछ में कई और अहम तथ्य सामने आने की उम्मीद है। माना यह जा रहा है कि डेफ सोसायटी के कितने छात्रों का धर्मांतरण करवाया गया। धर्मांतरण के बाद इनको कहां भेजा जा रहा था यह तथ्य निकल कर सामने आ जाएंगे। क्योंकि मन्नू भी धर्मांतरण के बाद घर से भागा हुआ है।

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