ब्रह्माकुमारी आश्रम संवासिनी की फांसी,हत्या की आशंका

ब्रह्मकुमारी की मिली लाश, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
बागपत में ब्रह्मकुमारी आश्रम में एक महिला का शव फंदे से लटकता हुआ मिला जिसके बाद इलाके में सनसनी मच गई. बागपत के टटीरी स्थित ब्रह्मकुमारी आश्रम में शिल्पा दीदी का शव मिला. अब मृतक महिला के परिजनों ने उसकी हत्या का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि, उसे घर से पैसे लाने को मजबूर किया जाता था. आश्रम में शव मिलने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया.  पीड़ित परिजनों ने अपनी बेटी की हत्या का आरोप लगाते हुए आरोपितों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है.फिलहाल पुलिस आश्रम में महिला के मौत के कारणों को जानने में जुटी हुई है. यह मामला प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय है, जहां ब्रह्मकुमारी शिल्पा का शव बंद कमरे में मिला है. पीड़ित परिजनों का आरोप है कि बेटी को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था और अब उसकी हत्या कर दी गई. महिला ने आत्महत्या की है या फिर उसकी हत्या की गई है पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है.

संचालिका समेत तीन पर हत्या का आरोप
उत्तर प्रदेश के बागपत में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की रसोई में एक ब्रह्माकुमारी का शव फांसी के फंदे से लटका म‍िला। मृतका के घरवालों ने विश्वविद्यालय की संचालिका समेत तीन ब्रह्माकुमारियों पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस इसे आत्महत्या मान रही है। हालांकि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुल‍िस ने कहा क‍ि मामले की जांच की जा रही है।

कस्बा स्थित ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की रसोई में पंखे पर फंदे से एक ब्रह्माकुमारी का शव लटका मिला। ब्रह्माकुमारी के स्वजन ने विश्वविद्यालय की संचालिका समेत तीन ब्रह्माकुमारी पर हत्या का आरोप लगाते हुए कोतवाली पर लिखित शिकायत दी है। पुलिस इसे आत्महत्या की घटना मान रही है। हालांकि, मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
ग्राम मीतली के पूर्व प्रधान जगत सिंह की बेटी शिल्पा पिछले सात-आठ वर्षों से अग्रवाल मंडी टटीरी स्थित ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में रहती थी। गुरुवार सुबह शिल्पा का शव विश्वविद्यालय की रसोई में पंखे पर रस्सी से लटका मिला। मौके पर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई।

अपर पुलिस अधीक्षक एनपी सिंह, क्षेत्राधिकारी हरीश भदौरिया व कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार शर्मा ने मौका मुआयना किया। फाेरेंसिक एक्सपर्ट ने जांच की। पुलिस ने शिल्पा का शव कब्जे में ले लिया। शिल्पा की बहन वंदना व भाई कुंदन का आरोप है कि विश्वविद्यालय की संचालिका समेत तीन ब्रह्माकुमारी शिल्पा पर घर से रुपए लाने का दबाव बनाती थीं। इसके लिए शिल्पा का शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न और मारपीट करती थीं।

शिल्पा ने पांच मार्च को फोन करके जानकारी दी थी कि उनको दो ब्रह्माकुमारी बहुत परेशान व मारपीट कर रही हैं। छह मार्च को कार्यक्रम में सभी साथियों के आने पर हत्या की धमकी देने के संबंध में भी जानकारी दी थी। आरोपित अपने हिस्से की जमीन बेचकर रुपए लाने का शिल्पा पर दबाव बनाती थीं। रुपए न मिलने से आरोपितों ने शिल्पा की हत्या की है।

कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार शर्मा का कहना है कि प्राथमिक जांच में सामने आया कि शिल्पा ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्थिति स्पष्ट होगी।

उधर, संचालिका नीरू दीदी का कहना है कि वे मेरठ में रहती हैं। महाशिवरात्रि पर्व कार्यक्रम में भाग लेकर बुधवार को ही अग्रवाल मंडी टटीरी से लौट आई थीं। ब्रह्माकुमारी शिल्पा हंसी-खुशी से कार्यक्रम में शामिल हुई थी। शिल्पा अपने भाई के ऑस्ट्रेलिया जाने को रुपए को लेकर जरूर परेशान थी। वे शिल्पा की मौत को लेकर बेहद परेशान हैं। उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं।

ब्लड प्रेशर डाउन बता रही थी
ब्रह्माकुमारी माही ने बताया कि गुरुवार सुबह शिल्पा सात बजे अपना ब्लड प्रेशर डाउन होना बता रही थी। वह किसी कार्य से विश्वविद्यालय के प्रथम तल पर बनी रसोई में चली गई थी। भूतल पर धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था। वह रसोई में गई तो शिल्पा पंखे पर रस्सी से लटकी मिली। चाकू से रस्सी काटकर शिल्पा को उतारा गया। निजी चिकित्सक ने शिल्पा को मृत घोषित कर दिया। वहीं, ब्रह्माकुमारी अंजू, शिल्पा का शव देख बेहोश हो गई थी। उसका निजी अस्पताल में उपचार कराया गया।

परिवार में मचा कोहराम
ब्रह्माकुमारी शिल्पा की सात बहनें और दो भाई हैं। घटना से परिवार में कोहराम मचा है। पीड़ित स्वजन को सांत्वना देने वालों का तांता लगा है।

इससे पहले बीते साल नवंबर महीने में आगरा के आश्रम में भी दो सगी बहनों ने फांसी के फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली थी.

आगरा के ब्रह्मकुमारी आश्रम में आत्महत्या करने वाली 38 साल की एकता और 32 साल की शिखा तांतपुर के रहने वाले अशोक कुमार सिंघल की बेटियां थीं. दोनों सगी बहनों ने आत्महत्या से पहले तीन पेज का सुसाइड नोट लिखा था. नोट में आत्महत्या का जिम्मेदार संस्था के चार लोगों को ठहराया था. सुसाइड नोट में दोनों बहनों ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से आरोपियों को आसाराम की तरह उम्रकैद की सजा दिए जाने की मांग की थी.
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