बूचा के नरसंहार का बदला: घायल रूसी सैनिकों की गोली मारकर ली जान

Russia-Ukraine: खौफनाक! यूक्रेन ने बर्बरता से लिया ‘बूचा हत्याकांड’ का बदला, लहुलूहान सड़कों पर तड़पते रूसी सैनिकों को मारी गोलियां

Ukraine Attack on Russian Soldiers : जेलेंस्की के एक सलाहकार ने चेतावनी दी है कि कीव के बाहरी इलाके में सैकड़ों यूक्रेनी नागरिकों की हत्या, अत्याचार और क्रूरता के आरोपित रूसी सैनिकों ने राजधानी से आगे गांवों और कस्बों में और भी अधिक अत्याचार किए होंगे।

हाइलाइट्स
कीव के पास रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो में दिखी यूक्रेनी सैनिकों की बर्बरता
पकड़े गए कुछ रूसी सैनिकों की बर्बर तरीके से की हत्या, जश्न मनाते दिखे सैनिक
बूचा से सिर्फ 11 किमी दूर स्थित है गांव जहां कुछ दिनों पहले मिली थीं सैकड़ों लाशें

कीव : रूस और यूक्रेन के बीच जंग 43 दिनों के बाद भी जारी है। हवाई हमलों के एक बुरे दौर से गुजरने के बाद अब दोनों तरफ से बर्बर हमले देखे जा रहे हैं। सोमवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में यूक्रेनी सैनिकों के एक समूह को पश्चिमी कीव के एक गांव में पकड़े गए रूसी सैनिकों की हत्या करते हुए देखा गया। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस वीडियो की पुष्टि की है। वीडियो में एक शख्स कहते सुनाई पड़ता है, ‘यह अभी भी जीवित है। इन लुटेरों को फिल्माओं। देखो, यह अभी भी जीवित है। यह सांस ले रहा है।’

वीडियो में एक घायल रूसी सैनिक अपने सिर को जैकेट से ढके सड़क पर गिरा नजर आता है जिसे एक यूक्रेनी सैनिक गोली मार देता है। इसके बाद भी जब उसका शरीर हिलता नजर आता है तब वह उसे दोबारा गोली मार देता है। रूसी सैनिक के तौर पर नजर आना वाला एक दूसरा सैनिक कुछ दूरी पर मृत नजर आ रहा है, जिसके हाथ पीछे की तरफ बंधे हुए दिखाई पड़ते हैं। मृत सैनिकों की बांह पर सफेद बैंड को देखा जा सकता है जो आमतौर पर रूसी सैनिक पहनते हैं। लहुलूहान सड़कों पर खुशी मनाते सैनिकों की यूनिफॉर्म पर यूक्रेनी झंडे को देखा जा सकता है।

बूचा से 11 किमी दूर गांव में रूसी सैनिकों की हत्या

न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक यह वीडियो दिमित्रिव्का गांव की उत्तरी सड़क पर फिल्माया गया है। सड़कों पर सैनिकों के बिखरे हथियार, जूते और हेलमेट दिखाई दे रहे हैं। यह गांव बूचा से सिर्फ 11 किमी की दूरी पर स्थित है जहां कुछ दिनों पहले सामूहिक कब्रों में आम नागरिकों के कपड़ों में सैकड़ों लाशें मिली थीं। इसके बाद से रूसी सेना पर आम नागरिकों की हत्या के आरोप लग रहे हैं और इसे ‘बूचा नरसंहार’ कहा जा रहा है। इन हत्याओं को बूचा के बदले के तौर पर देखा जा रहा है।

बूचा में मिलीं सैकड़ों आम नागरिकों की लाशें

बूचा शहर में 400 से ज्‍यादा लाशें मिली हैं और रूसी सेना पर आरोप है कि उसने आम नागरिकों की हत्‍या कर दी, महिलाओं के साथ बलात्‍कार किया और बड़ी संख्‍या में आम लोगों की लाशों को सामूहिक कब्रों में दफन कर दिया। इस दृश्य को देखकर पिछले दिनों यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की भावुक हो गए। उन्होंने कहा, ‘बात करना भी बहुत मुश्किल है।’ दोनों सेनाओं की ओर से बर्बर हमले ऐसे वक्त पर हो रहे हैं जब 24 फरवरी को युद्ध की शुरुआत के बाद से पहली बार रूसी सैनिक पश्चिमी कीव के छोटे शहरों से पीछे हट रहे हैं

Bucha Ukraine Massacre: बूचा में लाशों का अंबार देख रो पड़े यूक्रेनी राष्‍ट्रपति जेलेंस्‍की, कहा- यह नरसंहार है, देंगे करारा जवाब

यूक्रेन के राष्‍ट्रपति जेलेंस्‍की ने भारी सुरक्षा के बीच कीव से सटे बूचा शहर का दौरा करके रूसी सेना की ओर से मचाई गई तबाही का जायजा लिया। जेलेंस्‍की ने कहा कि रूसी सेना ने बूचा में नरसंहार किया है। उन्‍होंने कहा कि यहां भयावहता को देखकर बोलना भी मुश्किल है।

हाइलाइट्स
बूचा शहर का हाल देख राष्‍ट्रपति जेलेंस्‍की भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू आ गए
बूचा में 400 से ज्‍यादा लाशें मिली हैं और रूसी सेना पर आरोप है कि उसने नागरिकों की हत्‍या की
महिलाओं के साथ बलात्‍कार किया और बड़ी संख्‍या में लाशों को सामूहिक कब्रों में दफन कर दिया।

रुसी सेना के भीषण हमलों से ‘कब्रिस्‍तान’ में बदल चुके यूक्रेन के बूचा शहर का हाल देख राष्‍ट्रपति वोलोदमयर जेलेंस्‍की भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू आ गए। उन्‍होंने कहा, ‘बात करना भी बहुत मुश्किल है।’ बूचा शहर में 400 से ज्‍यादा लाशें मिली हैं और रूसी सेना पर आरोप है कि उसने आम नागरिकों की हत्‍या कर दी, महिलाओं के साथ बलात्‍कार किया और बड़ी संख्‍या में आम लोगों की लाशों को सामूहिक कब्रों में दफन कर दिया। जेलेंस्‍की ने प्रण किया कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि रूसी सैनिकों की ओर से देश की जमीन पर किया गया ऐसा युद्धापराध धरती पर आखिरी हो।

राजधानी कीव के पश्चिमोत्‍तर में स्थित बूचा शहर से रूसी सेना के जाने के बाद भयानक तस्‍वीरें सामने आई हैं। इसमें आम नागरिकों के शव सड़कों पर हर तरफ बिखरे हुए हैं। सड़कें एक तरह से खुली कब्रिस्‍तान में बदल गई हैं। इन लाशों को देखकर लग रहा है कि रूसी सैनिकों ने बूचा के लोगों को मारने से पहले उन्‍हें यातना दी। कई लोगों के शरीर पर गंभीर घाव हैं और उनके हाथ पीछे की ओर बंधे हुए हैं। बताया जा रहा है कि कई आम लोगों को बेहद करीब से गोली मारी गई है।

चर्च के अंदर 45 फुट लंबी सामूहिक कब्र दिखाई दी

रूस का दावा है कि ऐसा कोई भी नरसंहार नहीं हुआ है लेकिन बूचा की पिछले महीने ली गई सैटलाइट तस्‍वीर में एक चर्च के अंदर 45 फुट लंबी सामूहिक कब्र दिखाई दी थी। उस समय यह इलाका रूसी सेना के नियंत्रण में था। वहीं न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक इन आम नागरिकों को रूसी नियंत्रण के दौरान 3 सप्‍ताह पहले मारा गया था। यूक्रेन और पश्चिमी देशों के नेताओं ने आरोप लगाया है कि रूस यूक्रेन में नरसंहार कर कर रहा है और उनके शवों को फेक रहा है।

इस बीच राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के एक सलाहकार ने चेतावनी दी है कि कीव के बाहरी इलाके में सैकड़ों यूक्रेनी नागरिकों की हत्या, अत्याचार और क्रूरता के आरोपी रूसी सैनिकों ने राजधानी से आगे गांवों और कस्बों में और भी अधिक अत्याचार किए होंगे। डेली मेल के मुताबिक, कीव के पश्चिम में बूचा और इरपिन के शहरों में कम से कम 410 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी गई, जहां जल्दबाजी में खोदी गई सामूहिक कब्र पाई गई है।’ कीव में स्थित पत्रकारों ने रूसी सेना के वापस जाने के बाद से इस क्षेत्र का दौरा किया और कहा कि यहां युद्ध अपराधों के स्पष्ट सबूत हैं।

यूक्रेन के राष्‍ट्रपति ने बूचा शहर में देखी तबाही

‘कीव के पूर्व में ब्रोवरी के उपनगर में बूचा से बदतर हालात’
नागरिकों को उनकी पीठ के पीछे बंधे हाथों से गोली मार दी गई है और अन्य शरीर पर यातना और बलात्कार के निशान हैं। लेकिन राष्ट्रपति जेलेंस्की के सलाहकार और यूक्रेन के पूर्व वित्त मंत्री, टायमोफी मायलोवानोव का कहना है कि इससे भी बदतर अत्याचार कीव के पूर्व में ब्रोवरी के उपनगर में और राजमार्ग के किनारे के गांवों में किए गए हैं। हमने पत्रकारों और वकीलों से इस क्षेत्र में जाने का आह्वान किया है ताकि जो कुछ हुआ है, उसका दस्तावेजीकरण करने में मदद मिल सके। मायलोवानोव ने कहा कि शुरूआती चश्मदीद गवाह और सबूत बताते हैं कि बच्चों को जिंदा जला दिया गया होगा, युवा महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और फिर बाद में उन्हें मार दिया गया।

विशेषज्ञों को वीडियो में हेरफेर के सबूत मिले: रूस

इस बीच रूसी राष्‍ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन के कीव के पास बुका शहर में युद्ध अपराधों में रूसी सैनिकों के शामिल होने के आरोप सही नहीं हैं। आरटी के मुताबिक, पेसकोव ने सुझाव दिया कि दावों की ठीक से जांच की जानी चाहिए और विदेशी नेताओं द्वारा कही गई बातों पर नहीं जाना चाहिए। अधिकारी ने कीव द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में कहा, ‘यूक्रेनी पक्ष द्वारा दी गई जानकारी संदेहास्पद है।’ उन्होंने दावा किया कि रूसी सैन्य विशेषज्ञों को वीडियो हेरफेर और बूचा से आने वाले अन्य प्रकार के निर्माण के सबूत मिले।

उन्होंने कहा, ‘तथ्य और समयरेखा भी दावों की सत्यता के खिलाफ बोलते हैं।’ यूक्रेन के उत्तर-पश्चिम में एक छोटा शहर बुका, फरवरी के अंत से रूसी सैनिकों के नियंत्रण में था, जब मास्को ने अपने पड़ोसी के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया था। रूस-यूक्रेन शांति वार्ता में प्रगति के बाद पिछले सप्ताह रूसी सेना वापस ले ली गई थी। कुछ दिनों बाद, यूक्रेनी अधिकारियों ने दावा किया कि रूसी सैनिक कथित तौर पर बूचा में रहने वाले नागरिकों के खिलाफ किए गए युद्ध अपराधों के दोषी थे। उन्होंने दावा किया कि कुछ गैर-लड़ाकों को वापसी से पहले सरसरी तौर पर मार डाला गया था और उन्हें जानबूझकर रूसी सैनिकों द्वारा निशाना बनाया गया था। इसे विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा ने ‘नरसंहार’ के रूप में वर्णित किया था।

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