अलकायदा के फरार यूपी कमांडर शकील समेत तीन और गिरफ्तार

अलकायदा का UP कमांडर शकील गिरफ्तार:ATS ने शकील समेत 3 आतंकियों को लखनऊ से दबोचा, भाई बोला- शकील ई-रिक्शा चलाकर परिवार पाल रहा था, घर पहुंचे मीडियाकर्मियों से मारपीट

लखनऊ14 जुुलाई.यूपी ATS ने लखनऊ के बुद्धा पार्क के पास से एक और संदिग्ध आतंकी को बुधवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। उसका नाम शकील है, जिसे पुलिस 11 जुलाई को पकड़े गए आतंकियों का कमांडर बता रही थी। इससे पहले पुलिस ने दुबग्गा क्षेत्र से अंसार अलकायदा हिंद (AGH) के मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर को गिरफ्तार किया था। लेकिन शकील भाग गया था। ATS ने लखनऊ से शकील, मुस्तकीम और मुईद को गिरफ्तार कर लिया है। इन तीनों पर असलहा, बारूद उपलब्ध कराने का आरोप है।वहीं, सूत्रों के मुताबिक, कानपुर से लईक और आफाक को हिरासत में पूछताछ जारी है।

उत्तर प्रदेश आतंक निरोधी दस्ते ने राजधानी लखनऊ से दो आतंकियों को गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को तीन और गिरफ्तारियां की। पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ में लखनऊ के ही शकील मोहम्मद मुस्तकीन और मोहम्मद मईद के नाम सामने आने के बाद पकड़ा गया ।उत्तर प्रदेश आतंक निरोधी दस्ते (यूपी एटीएस) ने रविवार को राजधानी लखनऊ से अलकायदा के अंसार गजवातुल हिंद माड्यूल के दो आतंकी मिनहाज अहमद व मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर को गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को तीन और गिरफ्तारियां की हैं। पुलिस रिमांड के दौरान दोनों से पूछताछ में लखनऊ के ही रहने वाले शकील, मोहम्मद मुस्तकीन और मोहम्मद मईद के नाम सामने आए। इनको हिरासत में लेकर पूछताछ को एटीएस मुख्यालय बुलाया गया। इस दौरान तीनों ने स्वीकार कर लिया कि ये भी आतंकी साजिश में शामिल थे। इसके बाद तीनों को एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शकील लखनऊ के बांसमंडी एलाके का रहने वाला है। मोहम्मद मईद लखनऊ के ही न्यू हैदरगंज कैंपल रोड का निवासी है। वहीं मोहम्मद मुस्तकीन मूल रूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला है और लखनऊ में सीतपुर रोड स्थित मदेय गंज में रह रहा है।

बता दें कि दुर्दांत आतंकी संगठन अलकायदा उत्तर प्रदेश को दहलाने की बड़ी साजिश रच रहा था। आतंकी मंसूबे स्वतंत्रता दिवस से पहले कई शहरों में धमाकों के थे। इतना ही नहीं, अयोध्या, मथुरा व काशी में भी आतंकी घटनाओं का षड्यंत्र था। एटीएस ने मुस्तैदी से बड़ी साजिश नाकाम की है। रविवार को आतंकी संगठन अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद से जुड़े दो आतंकियों मिनहाज अहमद व मसीरुद्दीन लखनऊ से गिरफ्तार किए गए । तब उनके दो साथी भाग निकले थे। अब एटीएस इनसे जुड़े अन्य आतंकियों को भी बेनकाब कर रही है।

उत्तर प्रदेश के कई युवक अलकायदा के इस माड्यूल से जुड़े हैं जिनके बारे में छानबीन हो रही है। कई युवकों को मानव बम बनाए जाने की बात भी सामने आई है, जिसके बाद आइबी समेत अन्य खुफिया एजेंसियां और अधिक सक्रिय हो गई हैं। एटीएस ने कानपुर समेत कई शहरों में छापे मारे और संदिग्धों को हिरासत में ले गहन पूछताछ हो रही है। पूरे प्रदेश में अलर्ट  है। सीमा भी सील  है। सूत्रों का कहना है कि आतंकियों के निशाने पर भाजपा नेता भी थे। विधान सभा चुनाव से पहले प्रदेश में आतंकी साजिश के सामने आने के बाद जांच एजेंसियां कई बिंदुओं पर छानबीन कर रही हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि कहीं उत्तर प्रदेश में बड़े नेताओं को भी निशाना बनाने का कोई कुचक्र तो नहीं रचा जा चुका। आतंकी मिनहाज का घर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के घर से कुछ दूरी पर ही है।

मीडियाकर्मियों से मारपीट


वहीं, लखनऊ के वजीरगंज थानाक्षेत्र में शकील के घर पहुंचे मीडियाकर्मियों से स्थानीय लोगों ने बदसलूकी कर मारपीट की ।

शकील का भाई बोला- पैसा होता तो अंबानी जैसी लाइफ जी रहा होता

शकील के भाई का कहना है कि भाई शकील ई-रिक्शा चलाकर परिवार का पेट पाल रहा है। अगर आतंकी होते तो पैसा भी होता और अंबानी और अडानी जैसी लैविश लाइफ जी रहा होता। वहीं, पुलिस सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में मिनहाज बार-बार अपने बयान बदल रहा है।

आतंक के ऑपरेशन पर परिवार की 3 चिंताएं-

शकील का भाई बोला- शकील ई-रिक्शा चलाकर परिवार पालता है

शकील के बड़े भाई इलियास कहते हैं – मां सुबह से बेहोश  है। कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है। देश में अब यही रह गया है कि जिसको चाहो उठवा लो, जिस पर चाहो इल्जाम लगा दो।

शकील की बहन बोली- ATS घर उधेड़ गई, पर कुछ मिला नहीं

शकील की छोटी बहन बोली- मेरे भाई के आतंकवादी होने का सबूत दे। ATS आई, पूरा घर उधेड़ कर रख दिया। मगर उनके हाथ कुछ न लगा। एक भी चीज मिलती तो हम मान लेते कि भाई आतंकवादी है। ई- रिक्शा चालने वाले मेरे भाई के साथ नाइंसाफी हो रही है। मुस्लमान होना गुनाह है तो ठीक है हम गुनहगार है।

शकील के मोहल्ले वाले बोले- जब चुनाव आता है, ऐसा ही होता है

शकील के मोहल्ले के निवासी मुन्ना कुरैशी कहते हैं कि पूरा मोहल्ला मेहनतकश है। आज सुबह अचानक ही शकील को उठा ले गए। जनता दल गर्वनमेंट ने 1977 में इस मोहल्ले को बसाया है। मैं चैलेंज करता हूं कि यहां के एक भी आदमी का पुलिस रिकॉर्ड मिल गया तो मुझे फांसी पर चढ़ा दिया जाए। जब जब चुनाव आता है, ऐसा ही होता है। शकील पहले मोटरसाइकिल का काम करता था, जब वो नहीं चला तो बैटरी ई-रिक्शा चला रहा है। कोरोना काल में सबके काम- धंधे चौपट हो चुके हैं और सरकार बेवजह परेशान कर रही है।

आतंकियों का कमांडर है शकील

मिनहाज और मसीरुद्दीन से पूछताछ में ATS को अहम सुराग हाथ लगे। यूपी में अलकायदा के आतंकी बड़ी साजिश की फिराक में थे। दावा है कि दोनों 15 अगस्त को सीरियल ब्लास्ट और मानव बम बनकर देश को दहलाने की साजिश रच रहे थे। दोनों को AGH का यूपी कमांडर शकील ऑपरेट कर रहा था।

शकील ने ब्लास्ट की बना ली थी प्लानिंग

ATS ने शकील की तलाश में लखनऊ, कानपुर, मेरठ, देवबंद और बाराबंकी में छापेमारी की । मिनहाज व मसीरूद्दीन से मिले इनपुट से साफ हुआ कि इनके निशाने पर प्रदेश के प्रमुख मंदिर, स्मारक, रेलवे स्टेशन और 15 अगस्त के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले राजनेता व पुलिसकर्मी थे। इन लोगों ने पूरे प्रदेश में करीब दर्जन भर स्थानों की निशानदेही कर सीरियल ब्लास्ट की योजना बना ली थी। इसके लिए इनके स्लीपिंग मॉड्यूल्स पूरी तरह से सक्रिय हो चुके थे।

अब सिम, बारूद सप्लाई करने वाले दो युवकों की तलाश

यूपी को दहलाने को पूरा ब्लू प्रिंट तैयार था। यह लोग ऐसे मंदिर व बाजारों को निशाना बनाने कोोेथे, जहां विशेष दिन ज्यादा भीड़ रहती है। सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं। ATS सूत्रों के मुताबिक, सर्च टीम कानपुर से सिम, बारूद सप्लाई करने वालेेेे शकील के  दो साथियों की तलाश कर रही है। इसके लिए स्थानीय ATS की टीम के साथ केंद्रीय एजेंसियों की भी मदद ली जा रही है। आतंकी मिन्हाज के संपर्क में करीब 24 लोग थे। जिसमें से यह 4 आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे।

मिनहाज के घर मिला था बारूद

ATS ने बताया कि यह लोग बारूद के साथ माचिस की तीली में लगे ज्वलनशील मसाले का विस्फोटक में इस्तेमाल करने जा रहे थे। आतंकी मिनहाज के घर से माचिस की तीली से निकाला हुआ भारी मात्रा में मसाला और बारूद भी मिला था।

11 जुलाई को दुबग्गा क्षेत्र से दोनों आतंकियों मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर को गिरफ्तार किया गया था।

दिल्ली कनेक्शन तलाश रही स्पेशल सेल

दिल्ली से आई स्पेशल सेल मिनहाज और मसीरुद्दीन का संभल कनेक्शन सामने आने के बाद से इनका दिल्ली कनेक्शन खोजने में लगी है। स्पेशल सेल (एंटी टेरर यूनिट) ने साल 2015 में अलकायदा के एक्यूआईएस माड्यूल का खुलासा कर 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। उनमें से दो आतंकी मोहम्मद आसिफ एक्यूआईएस का इंडिया हेड जबकि दूसरा जफर मसूद फाइनेंसर था। दोनों ही संभल के  थे। मोहम्मद आसिफ ईरान-अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान गया था। वहीं, इन्हें उमर हलमंडी निर्देश दे रहा था जिससे मिनहाज के जुड़े होने की बात आ रही है।

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