एडीजीपी अमित सिन्हा मास्टर्स क्लासिक पावर लिफ्टिंग नेशनल चैंपियन, आगे विश्व चैंपियनशिप

देहरादून/विशाखापत्तनम,17 जुलाई।  12 जुलाई से 16 जुलाई, 2023 तक जीएमआर स्पोर्ट्स एरेना, राजम, विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश में आयोजित ऑल इंडिया मास्टर्स क्लासिक पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2023 में श्री अमित सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस दूरसंचार/वरिष्ठ उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड पुलिस स्पोटर्स कंट्रोल बोर्ड ने 120 किलोग्राम भार वर्ग में कुल 435 किलोग्राम वजन (180 स्क्वाट, 95 बेंच प्रेस, 160 डेड लिफ्ट) के साथ स्वर्ण पदक अर्जित कर प्रदेश और उत्तराखण्ड पुलिस का मान बढ़ाया है। प्रतियोगिता में 23 राज्यों से कुल 456 भारोत्तोलकों ने प्रतिभाग किया।

इसके साथ ही श्री अमित सिन्हा  8-15 अक्टूबर 2023 तक उलान बातर मंगोलिया में आयोजित विश्व चैंपियनशिप के लिए भी चयनित हो गये हैं।

श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड ने श्री अमित सिन्हा की इस उपलब्धि के लिए उन्हें शुभकामनाएं दी है।

चर्चित है कार्यशैली

UTTARAKHAND IPS OFFICER AMIT SINHA WON GOLD MEDAL IN POWERLIFTING CHAMPIONSHIP 2023
उत्तराखंड का फौलादी ‘सिंघम’ है ये IPS

उत्तराखंड के आईपीएस अधिकारी अमित सिन्हा के ऑल इंडिया मास्टर क्लासिक पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल के  अलावा एक सिल्वर मेडल भी उत्तराखंड को मिला है.

आंध्र प्रदेश के जीएमआर स्पोर्ट्स अरेना विशाखापट्टनम में हुई ऑल इंडिया मास्टर्स क्लासिक पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2023 में उत्तराखंड के आईपीएस अधिकारी एडीजी अमित सिन्हा ने हिस्सा लिया था.

इसके अलावा उत्तराखंड की ही सुजाता ने 69 किलोग्राम क्लास में 232.5 किलोग्राम लिफ्टिंग में सिल्वर मेडल जीता है.
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में 12 जुलाई से 16 जुलाई तक आयोजित ऑल इंडिया चैंपियनशिप में देशभर से 556 प्रतिभागियों ने भाग लिया था.

उल्लेखनीय है कि अमित कुमार सिन्हा उत्तराखंड सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) के निदेशक भी रह चुके हैं. वे ई-ऑफिस से चर्चाओं में रहे. उनके केबिन में टेबिल कुर्सी देखने को नहीं मिलती थी.न ही फाइलों का ढेर.

अमित सिन्हा खड़े होकर ही एक स्टैंडिंग टेबल पर लोगों से बातचीत करते थे.उनकी यह कार्यशैली अपने आप में भले अजीब हो, लेकिन इसमें एक संदेश भी देती थी. अमित सिन्हा वर्क कल्चर बदलने को कुर्सी न रखने का संदेश देना चाहते है.

अमित सिन्हा अपने केबिन में बैठते नहीं. ना ही वो अपनी किसी फाइल को फिजिकल रूप से साइन करते. वो अपना पूरा फाइल वर्क ई-ऑफिस (E-Office) से निपटाने के लिए जाने जाते हैं.

इसके पीछे उनकी स्वास्थ्य संबंधी सजगता तो है ही, साथ ही अमित सिन्हा का मानना है कि अधिकारियों का काम बैठना नहीं है, बल्कि काम करना है. बताया जा रहा है कि पुलिस हेडक्वार्टर में भी वो इसी वर्क कल्चर को फॉलो करते हैं.
वरिष्ठ आईपीएस अमित कुमार सिन्हा अभी पुलिस मुख्यालय में विजिलेंस का जिम्मा संभाल रहे हैं. उनकी गिनती तेज तर्रार आईपीएस अधिकारियों में होती है. उत्तराखंड में बेहद चर्चा में रहे कॉर्बेट नेशनल पार्क के पाखरो टाइगर सफारी मामले में विजिलेंस ने चार्जशीट तैयार की थी जिसमें उनका भी निर्णायक योगदान रहा।

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