खालिस्तानियों से 1.6 करोड डालर लेने में एनआईए जांच करेगी केजरीवाल की

Lg Vk Saxena Recommends Nia Probe Against Arvind Kejriwal In Sfj Funding Case

अरविंद केजरीवाल के खिलाफ NIA जांच! प्रतिबंधित SFJ से फंडिंग के कथित मामले में LG वीके सक्सेना की सिफारिश
दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है। ये सिफारिश उस शिकायत के बाद की गई है जिसमें आरोप लगाया गया है कि आम आदमी पार्टी ने प्रतिबंधित संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ से पोलिटिकल फंडिंग हासिल की थी।

गुरपतवंत सिंह पन्नू , दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना (बीच में) ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (दाएं) के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है

नई दिल्ली 06 मई 2024 : कथित शराब घोटाला मामले में जेल में बंद आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अब एनआईए भी जांच कर सकती है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) से फंडिंग के कथित मामले में मुख्यमंत्री के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है। आरोप है कि आम आदमी पार्टी ने SFJ से फंडिंग ली थी। दूसरी तरफ AAP ने केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश को भाजपा की बौखलाहट करार दिया है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि एलजी भाजपा के एजेंट हैं और हार के डर से भाजपा बौखला गई है।

दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने एनआईए जांच की सिफारिश उस शिकायत के बाद की है जिसमें कहा गया है कि आम आदमी पार्टी ने सिख फॉर जस्टिस से 1.6 करोड़ डॉलर लिया था। शिकायत के मुताबिक, खालिस्तान समर्थक समूह ने ये फंडिंग इसलिए की ताकि आतंकी देवेंद्र पाल भुल्लर की रिहाई में मदद मिल सके और खालिस्तान-समर्थक भावनाओं में उभार आए। भुल्लर 1993 के दिल्ली बम ब्लास्ट केस का दोषी है।

एलजी के आदेश के मुताबिक, इस मामले में वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव आशू मोंगिया की तरफ से शिकायत मिली थी। केंद्रीय गृह सचिव को लिखे अपने खत में एलजी सक्सेना ने प्रतिबंधित ‘सिख फॉर जस्टिस’ के सरगना और खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के एक कथित वीडियो का भी जिक्र किया है। कथित वीडियो में पन्नू ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल ने 2014 से 2022 के बीच खालिस्तानी समूहों से 1.6 करोड़ डॉलर की फंडिंग हासिल की थी। मोंगिया ने 1 अप्रैल को एलजी के पास शिकायत भेजी थी।

एलजी ने अपने पत्र में कहा है, “अपने पत्र में, शिकायतकर्ता ने एक वीडियो (संलग्न पेन ड्राइव में) की सामग्री का उल्लेख किया है, जिसमें कथित तौर पर गुरपतवंत सिंह पन्नू, (खालिस्तानी आतंकवादी और प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के संस्थापक) को दिखाया गया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) को 2014 से 2022 के बीच खालिस्तानी समूहों से 16 मिलियन अमेरिकी डॉलर की चौंका देने वाली राशि मिली है। यह भी आरोप लगाया गया है कि 2014 में केजरीवाल और खालिस्तानी समर्थक सिखों के बीच गुरुद्वारा रिचमंड हिल्स, न्यूयॉर्क में एक गुप्त बैठक हुई थी। उक्त बैठक के दौरान केजरीवाल ने कथित तौर पर आम आदमी पार्टी को खालिस्तानी गुटों से पर्याप्त वित्तीय समर्थन के बदले में देवेंद्र पाल भुल्लर की रिहाई में मदद करने का वादा किया था।”

उपराज्यपाल के प्रधान सचिव ने बताया कि शिकायतकर्ता ने चरमपंथी समूह जस्टिस फॉर सिख्स द्वारा आम आदमी पार्टी को वित्त पोषण के आरोपों की व्यापक जांच का अनुरोध किया है। पत्र के मुताबिक, “शिकायतकर्ता ने यह भी कहा है कि प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्ववर्ती ट्विटर) पर ट्वीट के अनुसार, डॉ. मुनीश कुमार रायजादा, जो आप में कार्यकर्ता थे, ने अरविंद केजरीवाल और सिख नेताओं की एक तस्वीर साझा की, जो 2014 में रिचमंड हिल गुरुद्वारा, न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी (तस्वीरों की कुछ प्रतियां संलग्न हैं)। अपने ट्वीट में उन्होंने यह भी पुष्टि की कि सार्वजनिक बैठकों में भाग लेने के अलावा, केजरीवाल ने रिचमंड हिल्स गुरुद्वारा में खालिस्तान समर्थक सिख नेताओं के साथ एक बंद दरवाजे की बैठक की थी। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि केजरीवाल ने भुल्लर के लिए क्षमादान की मांग करते हुए पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखा था। इस संदर्भ में अरविंद केजरीवाल द्वारा श्री इकबाल सिंह को संबोधित एक पत्र की प्रति संलग्न है। 27.01.2014 को लिखे गए पत्र में उल्लेख किया गया है कि ‘हमारी सरकार इस मुद्दे के प्रति सहानुभूति रखती है और पूर्ण न्याय सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी। इसमें आगे उल्लेख किया गया है कि ‘दिल्ली सरकार ने पहले ही राष्ट्रपति को प्रोफेसर भुल्लर की रिहाई की सिफारिश की है और अन्य मुद्दों पर काम करेगी एसआईटी आदि। मीडिया में भी इस बारे में खूब खबरें छपीं। उस समय की खबरों के अनुसार इकबाल सिंह भुल्लर की रिहाई के लिए लिखित आश्वासन की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर अनशन पर बैठे थे। केजरीवाल का पत्र मिलने के बाद उन्होंने अनशन समाप्त कर दिया।”

भाजपा एजेंट हैं एलजी : आम आदमी पार्टी

दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने एलजी की तरफ से एनआईए जांच की सिफारिश को भाजपा की बौखलाहट करार दिया है। दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया है कि एलजी बीजेपी के एजेंट हैं और ये मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ एक और बड़ा षडयंत्र है। भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी के इशारे पर मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ एक और षडयंत्र किया गया है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा दिल्ली में सभी 7 सीटों पर हार रही है और हार के डर से वह बौखला गई है। भारद्वाज ने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले भी भाजपा ने ये साजिश की थी।

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