सोशल मीडिया टिप्पणी पर छात्र पर मुस्लिम युवकों का हमला

धारदार हथियारों और लाठी-डंडों से लैस मुस्लिम युवकों का हिंदू छात्र पर हमला, तनाव
उत्तराखंड में गुरुवार को जमकर बवाल हुआ। हरिद्वार बाईपास सरस्वती विहार निवासी अमन भंडारी एसजीआरआर विश्वविद्यालय में बीकाम अंतिम वर्ष का छात्र है। दो माह पुराने विवाद में धारदार हथियार व लाठी-डंडों से लैस मुस्लिम युवकों ने पटेल नगर औद्योगिक क्षेत्र में एसजीआरआर विश्वविद्यालय के छात्र अमन भंडारी पर हत्या को हमला कर दिया। हमले में युवक बुरी तरह से घायल हो गया है।

देहरादून 28 जुलाई। उत्तराखंड में कल जमकर बवाल हुआ। इंटरनेट मीडिया पर टिप्पणी को लेकर दो माह पुराने विवाद में धारदार हथियार व लाठी-डंडे ले मुस्लिम युवकों ने पटेल नगर औद्योगिक क्षेत्र में एसजीआरआर विश्वविद्यालय के छात्र पर जानलेवा हमला कर दिया। हमला गुरुवार शाम तब हुआ, जब छात्र संस्थान से छुट्टी के बाद बाइक से घर लौट रहा था।

घात लगाए बैठे हमलावरों ने पहले तो स्कूटी से टक्कर मारकर छात्र को गिराया। इसके बाद धारदार हथियारों व लाठी-डंडों से हत्या की नीयत से हमला कर दिया। हमले में छात्र के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। उसका श्रीमहंत इंद्रेश अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस के पहुंचने से पूर्व ही हमलावर भाग गए। हमले से नाराज़ संस्थान के छात्रों और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने हमले की जगह खड़ी हमलावरों की स्कूटी तोड़ डाली और अस्पताल में भी जमकर हंगामा किया।

लगी है पीएसी

तनाव की स्थिति देख आसपास के सभी थाने-चौकियों से पुलिस बल बुलाया गया। पीएसी भी लगी है। पुलिस हमलावरों की तलाश में छापे मार रही है। देर रात तक स्थिति तनावपूर्ण बनी थी। हरिद्वार बाईपास सरस्वती विहार निवासी अमन भंडारी एसजीआरआर विश्वविद्यालय में बीकाम अंतिम वर्ष का छात्र है।

गुरुवार शाम चार बजे वह छुट्टी के बाद विश्वविद्यालय से बाइक से निकला ही था कि कुछ दूरी पर घात लगाए बैठे स्कूटी सवार तीन युवकों ने उसे टक्कर मारकर गिरा दिया। इससे पहले कि अमन संभल पाता,एकाएक वहां धारदार हथियार व लाठी-डंडों से लैस डेढ़ दर्जन युवकों ने उस पर हत्या की नीयत से हमला कर दिया। अमन के सिर पर ताबड़तोड़ प्रहार किए गए,जिससे वह लहूलुहान होकर गिर पड़ा। संस्थान से बाहर आते अन्य छात्र जब तक अमन को बचाने दौड़े, तब तक हमलावर भाग गए।

पुलिस ने की लोगों से पूछताछ

बताते है कि हमलावर इस्लामिक नारे लगाते भागे। एक हमलावर की स्कूटी वहां छूट गई,जिसे हमले से नाराज़ छात्रों ने तोड़ डाला। छात्रों ने गंभीर रूप से घायल अमन को नजदीकी श्रीमहंत इंद्रेश अस्पताल पहुंचाया। उधर,घटनास्थल पर जमा विश्वविद्यालयीन छात्रों ने हमले के विरोध में जमकर हंगामा किया,जिससे लालपुल-कारगी मार्ग पर जाम लग गया। सूचना पर पहुंची पटेल नगर कोतवाली पुलिस ने छात्रों व स्थानीय दुकानदारों से हमलावरों के संबंध में पूछा। इस दौरान पुलिस ने खाली प्लाट और आसपास की गलियों में भी तलाश की,लेकिन कोई हमलावर पकड़ में नहीं आया।

दूसरी तरफ,घटना की सूचना धीरे-धीरे पूरे शहर में फैल गई। बड़ी संख्या में विश्वविद्यालयीन छात्र व हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अस्पताल पहुंच पुलिस को हमलावरों को तत्काल पकड़ने की चेतावनी दी। हिंदू संगठनों ने मुस्लिम विरोधी नारे भी लगाए और हमलावरों से जुड़े मुस्लिम क्षेत्र गांधीग्राम व कारगीग्रांट में हंगामे का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने किसी तरह उन्हें समझाकर रोक लिया।

क्षेत्र में फैला तनाव

सांप्रदायिक तनाव देख वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने पुलिस क्षेत्राधिकारी ( केंद्रीय) पंकज गैरोला और निरीक्षक पटेल नगर कोतवाली सूर्यभूषण नेगी को आसपास के सभी थाने-चौकियों से पुलिस बल अस्पताल व क्षेत्र में लगाने के आदेश दिए। हमलावरों की तलाश में पुलिस की आधा दर्जन टीमें अलग-अलग क्षेत्रों में छापे मार रही हैं। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली,जिसमें कुछ हमलावरों के चेहरे कैद हो सकते हैं।

वहीं, अस्पताल में भर्ती घायल अमन भंडारी की स्थिति में देर रात सुधार बताया गया। हिंदू संगठनों के आक्रोश और वातावरण तनावपूर्ण देख अस्पताल के बाहर व पटेलनगर औद्योगिक क्षेत्र में पीएसी लगी है, जबकि हमलावरों की तलाश में देर रात तक छापे जारी थे। घायल छात्र अमन की बहन अनामिका ने अज्ञात हमलावरों के विरुद्ध पटेल नगर कोतवाली में मुकदमा लिखाया है।

मुस्लिम तीमारदार पर उतरा गुस्सा

श्रीमहंत इंद्रेश अस्पताल में एक मुस्लिम तीमारदार को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं के आक्रोश का सामना करना पड़ा। हिंदू संगठन के कार्यकर्ता जब इस्लाम विरोधी नारे लगा रहे थे तो तीमारदार वहां आकर खड़ा हो गया जिससे नाराज़ लोगों ने उसे पीट दिया। पुलिस उसे बचा कर भीतर ले गई।

पुलिस सक्रियता पर उठे सवाल

पटेल नगर औद्योगिक क्षेत्र में पुलिस की कार्यशैली भी सवालों में है। यातायात जाम तो यहां बड़ी समस्या है ही,लेकिन तीन बड़े शैक्षिक संस्थान व दर्जनों औद्योगिक इकाइयां होने के बाद भी यहां कानून-व्यवस्था हमेशा सवालों में रही हैं। अक्सर यहां छात्रों में विवाद होते हैं, जो बड़ा रूप ले लेते हैं। इसके बावजूद पुलिस न कभी क्षेत्र में रहती है,न ही सक्रिय दिखती है। गुरुवार की हिंसा में भी पुलिस एक घंटे देरी से घटनास्थल पर पहुंची।

सोशल मीडिया से शुरू हुआ था विवाद

पुलिस के अनुसार, विवाद की शुरुआत करीब दो माह पूर्व हुई, जब अमन ने इंटरनेट मीडिया पर मुस्लिम समुदाय के विरोध में टिप्पणी की थीं। तब विवाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक पहुंचा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह कुंवर ने दोनों पक्षों को समझाकर स्थिति संभाल ली। अमन ने अपनी टिप्पणी इंटरनेट मीडिया से हटा ली थी। आरोप है कि इसके बाद भी कुछ मुस्लिम युवक अमन से वैर रखे थे। गुरुवार का घटनाक्रम इसी विवाद से जुड़ा है।

देर रात पुलिस ने पकड़े चार लोग

छात्र पर हुए हमले में पुलिस ने देर रात चार लोग पकड़े । इनमें एक आरोपित,जबकि तीन आरोपितों के स्वजन हैं। पुलिस छापे लगातार चल रहे हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए चार अलग-अलग टीमें गठित हैं। इसके अलावा आरोपितों के मोबाइल फोनों की लोकेशन भी खंगाली जा रही है।

घायल छात्र की हालत सुधारी

श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती अमन भंडारी की हालत में सुधार है। वह चिकित्सकीय निरीक्षण में है। मामला शांत होने के बाद अस्पताल से हिंदू संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता घरों को लौट गए हैं। अस्पताल के बाहर स्थिति अब सामान्य है।

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