पाक फंडेड गज़वा ए हिन्द माड्यूल के मरगूब समेत चार राज्यों से मिले प्रपत्र और उपकरण

‘गजवा-ए-हिंद’ मॉड्यूल मामले में NIA का बड़ा एक्शन, उत्तर प्रदेश-गुजरात समेत कई राज्यों में छापे, महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट और डिजिटल डिवाइस मिले
NIA की जांच के अनुसार आरोपित मरगूब पूरे भारत में आतंकवादी गतिविधियों कार्यान्वयित करने को स्लीपर सेल जुटाने के उद्देश्य से ग्रुप के सदस्यों को प्रेरित कर रहा था. आरोपित मरगूब ने भारत के साथ-साथ पाकिस्तान,बांग्लादेश और यमन सहित अन्य देशों के कई लोगों को ग्रुप में जोड़ा था,जो टेलीग्राम और BiP मैसेंजर जैसे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भी एक्टिव थे.

NIA ने कई राज्यों में मारे छापे
नई दिल्ली,26 नवंबर 2023।राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पाकिस्तान समर्थित गजवा-ए-हिंद मॉड्यूल मामले में कई राज्यों में छापेमारी की.इस दौरान आपत्तिजनक प्रपत्र और डिजिटल डिवाइस मिले. NIA की छापेमारी में उन संदिग्धों के पाकिस्तान स्थित संचालकों के साथ संबंधों की जानकारी भी मिली,जिनके परिसरों की तलाशी ली गई. ये संदिग्ध संचालकों के संपर्क में थे और गजवा-ए-हिंद के कट्टरपंथी,भारत-विरोधी विचार का प्रचार-प्रसार करने में शामिल थे.

जानकारी के मुताबिक ये छापेमारी मध्य प्रदेश के देवास, गुजरात के गिर-सोमनाथ जिले,उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और केरल के कोझिकोड में संदिग्धों के परिसरों पर की गई. मोबाइल फोन और सिम कार्ड के अलावा,एनआईए की कार्रवाई के दौरान कई महत्वपूर्ण प्रपत्र भी पकड़े,जिसे आमतौर पर गज़वा-ए-हिंद मामला,पटना के रूप में जाना जाता है.

यह मामला पहले 14 जुलाई 2022 को बिहार के पटना जिले में फुलवारी शरीफ पुलिस ने मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर की गिरफ्तारी के बाद दर्ज किया गया था.मरगूब व्हाट्सएप ग्रुप ‘ग़ज़वा-ए-हिंद’ का एडमिन था, जिसे ज़ैन नाम के एक पाकिस्तानी नागरिक ने बनाया था.

बांग्लादेश और यमन सहित अन्य देशों के कई लोगों को ग्रुप में जोड़ा था, जो टेलीग्राम और BiP मैसेंजर जैसे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भी एक्टिव थे. NIA की जांच के अनुसार भारत में गज़वा-ए-हिंद की स्थापना के नाम पर प्रभावशाली युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के उद्देश्य से व्हाट्सएप ग्रुप को पाकिस्तान स्थित संदिग्ध संचालित कर रहे थे.

NIA की जांच के अनुसार आरोपित मरगूब पूरे भारत में आतंकवादी गतिविधियां चलाने को स्लीपर सेल जुटाने के उद्देश्य से ग्रुप के सदस्यों को प्रेरित कर रहा था. इसके अलावा, आरोपित ने ‘बीडीगज़वा ए हिंदबीडी’ (BDGhazwa E HindBD) के नाम से एक और व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था, जिसमें उसने बांग्लादेशी नागरिकों को जोड़ा था.

एनआईए 22 जुलाई 2022 से मामले की जांच कर रही है, जब उसने जांच अपने हाथ में ली थी, तब आतंकवाद रोधी एजेंसी ने 6 जनवरी 2023 को आरोपित मरगूब अहमद दानिश के खिलाफ IPC की धारा 121, 121ए, 122 और यूएपीए की धारा 13, 18, 18बी और 20 के तहत आरोप पत्र दायर किया था.

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