दरोगा की बेटी आरती का हत्यारा है कहां, तैरना जानता था शैलेंद्र भट्ट

दारोगा की बेटी हत्याकांड: कहीं सुसाइड की कहानी रच पुलिस को गुमराह तो नहीं कर रहा कातिल? आखिर क्यों बना दोस्त का दुश्मन।   – Sub Inspector Daughter Murder

दारोगा की बेटी हत्याकांड:आरोपित की तलाश , दोस्त बार-बार बदल रहा बयान,

युवती ने आईडीपीएल से खरीदा था केक: पुलिस जांच में पता चला है कि जिस शाम (5 मई) लड़की दोस्त की बर्थडे पार्टी के लिए घर से निकली थी, उसी शाम के सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि युवती ने ऋषिकेश आईडीपीएल से केक खरीदा था. इसके बाद वो शैलेंद्र से मिली थी. फिर दोनों स्कूटी से नेपाली फार्म की ओर जाते दिखे, लेकिन वापसी में स्कूटी पर सिर्फ शैलेंद्र ही नजर आया.अब पुलिस शैलेंद्र को खोजने में जुटी है. शैलेंद्र के दोस्त ने पुलिस को बताया कि शैलेंद्र ने आत्महत्या की बात कही थी तो पुलिस ऋषिकेश में चीला शक्ति नहर में भी तलाश कर रही है. नहर का पानी रुकवाने को जिलाधिकारी को पत्राचार किया जा रहा है.

कैसे दोस्त के साथ शक्ति नहर तक पहुंचा शैलेंद्र: शैलेंद्र भट्ट के दोस्त से भी पिछले दो दिनों से पूछताछ चल रही है. शैलेंद्र ने ई-रिक्शा बुक कराया था,लेकिन वो उसमें गया नहीं. सीसीटीवी फुटेज में दिखी स्कूटी पुलिस को शैलेंद्र की बहन के घर ही मिली. शैलेंद्र क्या सच में चीला शक्ति नहर तक पहुंचा,इसे जानने को पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है.

शैलेंद्र का दोस्त लगातार बदल रहा बयान: पुलिस पूछताछ में शैलेंद्र का दोस्त लगातार अपने बयान बदल रहा है,जिससे पुलिस को सख्ती से पूछताछ करनी पड़ रही है.अभी तक न तो पुलिस हत्या की वजह का पता लगा पाई है और न ही ये साफ हो पाया कि शैलेंद्र शक्ति नहर में कूदा भी था या नहीं? वहीं,आरोपित शैलेंद्र भट्ट की चीला शक्ति नहर में तलाश को एसडीआरएफ जवान लगातार सर्चिंग कर रहे हैं.

क्या सच में शक्ति नहर में कूदा शैलेंद्र? एसडीआरफ की टीम बैराज पुल से एक किलोमीटर आगे घटनास्थल से चीला पावर हाउस तक तलाश कर रही है,लेकिन अब तक पुलिस को कोई सूत्र नहीं मिला है.ऐसे में अभी तक पुलिस को ये भी यकीन नहीं है कि क्या सच में आरोपित शैलेंद्र शक्ति नहर में कूदा या फिर नहीं.

क्या बोले एसपी देहात? एसपी देहात लोकजीत सिंह का कहना है कि आरोपित शैलेंद्र की तलाश को चीला शक्ति नहर में लगातार तलाश जारी है.शक्ति नहर में पानी रुकवाने को जिलाधिकारी को पत्र लिखा जा रहा है.शैलेंद्र का शव मिला तो घटनाक्रम काफी हद तक साफ हो जाएगा.शैलेंद्र के दोस्त से भी पिछले दो दिन से पूछताछ हो रही है,वो लगातार बयान बदल रहा है.इसलिए युवती और शैलेंद्र के परिजनों से आवश्यक जानकारी जुटाने को बुलाकर पूछताछ की गई है.

आरती की हत्या मामले में पुलिस कई बिंदुओं पर कर रही जांच, दोस्तों पर भी घूमी शक की सुईं
उत्तराखंड पुलिस में दारोगा की बेटी की  रविवार रात हत्या के मामले में आरोपित युवक का दूसरे दिन भी कुछ पता नहीं चला । पुलिस इस मामले में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान में रख जांच कर रही है। पुलिस को अंदेशा है कि युवती की हत्या में एक से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं।
दारोगा की बेटी की हत्या मामले में दोस्तों पर भी घूमी शक की सुईं
दारोगा की बेटी की हत्या में पुलिस को अंदेशा है कि युवती की हत्या में एकाधिक लोग शामिल हो सकते हैं। इसी से पुलिस ने जांच का दायरा बढाते हुए आरोपित युवक शैलेंद्र भट्ट के दोस्तों से भी पूछताछ की है। हत्याकांड वाले रात शैलेंद्र के साथ मौजूद उसके दोस्त से घटनाक्रम पर गहन पूछताछ की गई।

दरअसल, तीन पानी हाथी अंडर पास के नीचे जिस जगह आरती की लाश मिली वहां आपसी संघर्ष के कोई निशान नहीं मिले।  युवती की हत्या हुई तो बचाव को उसने संघर्ष भी किया होगा। मगर पुलिस को वहां कुछ नहीं दिखा । संभव है कि हत्या कहीं और कर लाश अंडर पास के नीचे फेंकी गई।

हत्या में एकाधिक लोगों के होने से भी पुलिस इंकार नहीं कर रही है। हालांकि अभी तक पुलिस का हाथ कोई ठोस सुराग नही लगे है।

थाना रायवाला के प्रभारी व सहायक पुलिस अधीक्षक जितेंद्र चौधरी के अनुसार  एसडीआरएफ टीम दो दिन से चीला शक्ति नहर में लगातार खोज कर रही है। रास्ते पर सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे है। एसओजी देहात टीम युवक व युवती के नंबर की काल डीटेल चेक कर रही है।

आरती हत्या में  सबसे बड़ा सवाल तो हत्यारोपित का कोई सुराग नहीं लगना है. दूसरा हत्या की वजह.  बीते रोज 6 मई को युवती का शव हरिद्वार-देहरादून हाईवे पर छिद्दरवाला में तीन पानी पुलिया के पास जंगल में मिला था. युवती की हत्या धारदार हथियार हुई थी. देर शाम पुलिस ने बताया था कि हत्यारोपित टिहरी निवासी शैलेंद्र भट्ट युवती को 6 साल से जानता था. स्नातक स्वर्ण पदक विजेता आरती ऋषिकेश डिग्री कॉलेज में स्नातकोत्तर करने के अलावा एक निजी विद्यालय में अध्यापिका थी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के अनुसार आरोपित ने हत्या करने के बाद चीला नहर में छलांग लगाई थी. लेकिन पूरे 48 घंटों बाद भी न तो हत्यारोपित का कोई सुराग लगा और न ही हत्या की वजह पता लग पाई है. अब तक ये भी साफ नहीं  कि हत्यारोपित शैलेंद्र भट्ट ने चीला नहर में आत्महत्या की भी है या नहीं? कहीं आरोपित ने पुलिस को गुमराह करने को ऐसा कुछ खेल तो नहीं खेला? इन सवालों के साथ पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है।

देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि पुलिस कल सोमवार 6 मई से ही चीला नहर में आरोपित की तलाश कर रही है, इस बीच पुलिस को इस तरह की जानकारी भी मिली है कि आरोपित शैलेंद्र भट्ट को तैरना आता था.

क्या है पूरा मामला: दरअसल, सोमवार तड़के पुलिस को सूचना मिली थी कि रायवाला थाना क्षेत्र में देहरादून-हरिद्वार हाईवे के किनारे जंगल में युवती की लाश पड़ी हुई है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर देखा तो युवती का गला किसी धारदार हथियार से रेता गया था. जांच पड़ताल के बाद पता चला कि मृतका कोई और नहीं, बल्कि उत्तराखंड पुलिस के दारोगा की बेटी आरती है, जो रविवार रात से ही लापता थी.

दोस्त पर ही हत्या का शक: पुलिस की जांच पड़ताल आगे बढ़ी तो पता चला कि दारोगा की बेटी की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसी के दोस्त शैलेंद्र भट्ट ने की थी, जो मूल रूप से टिहरीवासी है और अपनी बहन के पास ऋषिकेश में ही रह रहा था. शैलेंद्र भट्ट और दारोगा की बेटी दोनों अच्छे दोस्त थे. दोनों एक-दूसरे को पिछले छह सालों से जानते थे.

सीसीटीवी में दोनों दिखे केक खरीदते हुए :  पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज भी मिली है जिसमें दिख रहा है कि दोनों ने एकसाथ केक खरीदा और फिर स्कूटी पर रायवाला की ओर गए. युवती की हत्या रात 8.30 बजे के आसपास की गई है.

हत्या के बाद दोस्त के साथ पी थी दारू:  पुलिस को पता चला है कि शैलेंद्र भट्ट ने हत्याकांड से दो दिन पहले चाकू खरीदा था. पुलिस का कहना है कि युवती की हत्या के बाद शैलेंद्र भट्ट ने अपने दोस्त के साथ दारू पी और उसे स्कूटी देकर घर भेज दिया. शैलेंद्र भट्ट ने अपने दोस्त को बताया था कि उसने युवती की हत्या कर दी है। अब वो आत्महत्या करने जा रहा है. इसके बाद वो ई-रिक्शा से चीला नहर की ओर गया. इससे आशंका हुई  कि संभव है शैलेंद्र भट्ट चीला नहर में कूदा हो. हालांकि, जब तक शैलेंद्र भट्ट का शव नहीं मिल जाता है, पुलिस उसे मृत नहीं मानेगी.
6 मई सुबह स्थानीय लोगों से सूचना मिली कि तीन पानी फ्लाई ओवर के पास जंगल में एक युवती का शव पड़ा है.  पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि युवती का शव रक्तरंजित है.गले पर धारदार हथियार से वार किए गए थे. जांच में पता चला कि मृतका देहरादून पुलिस के सब इंस्पेक्टर की 26 वर्षीय बेटी आरती है. यह भी पता चला कि युवती की हत्या उस के परिचित शैलेंद्र भट्ट ने की और चीला नहर में कूद गया.

आरोपित ने दो दिन पहले ही खरीदा था चाकू: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि युवती की हत्या सुनियोजित षड्यंत्र में हुई . शैलेंद्र भट्ट के दोस्तों से   पुलिस को बताया कि शैलेंद्र भट्ट ने दो दिन पहले ही पीजी कॉलेज के पास से एक चाकू खरीदा था, जिससे उसने 5 मई को बर्थडे के दिन मुर्गा काटने का जिक्र किया था. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चाकू भी ढूंढ लिया .
युवती 5 मई को घर से बर्थडे पार्टी में जाने को निकली थी: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के मुताबिक, युवती 5 मई की शाम 6 बजे करीब अपने घर से दोस्त की बर्थडे पार्टी में जाने की बात कहकर निकली लेकिन देर शाम तक वापस नहीं आई थी. चिंतित परिजनों ने युवती को फोन भी किया,लेकिन फोन नहीं लगा. रात भर परिजन अपने स्तर से लड़की की तलाश करते रहे. सुबह ऋषिकेश कोतवाली पुलिस को बेटी के लापता होने की मौखिक जानकारी दी. लड़की के पिता खुद सब इंस्पेक्टर थे तो पुलिस ने मामले में तेजी से एक्शन ले युवती की तलाश शुरू की.

हत्या के बाद चीला नहर के किनारे पी शराब: तलाश में देहरादून-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर युवती की हत्या का मामला सामने आया. फोटो देख सब इंस्पेक्टर ने युवती को बेटी बताया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि युवती की हत्या के बाद शैलेंद्र भट्ट ने स्कूटी दोस्त से बहन के घर भेज दी  और वो ऑटो बुक करके चीला शक्ति नहर किनारे चला गया . वहां उसने अपने दोस्त के साथ शराब पी और उनको बताया कि आज उसने बड़ा अपराध किया  है. हालांकि, उसने क्या अपराध किया  और क्या किया ये उसने तब किसी को नहीं बताया.

पुलिस को बताया सच: शराब पीने के कुछ देर बाद शैलेंद्र ने नहर में छलांग लगा दी. डरे शैलेंद्र के दोस्त ने पुलिस को कुछ नहीं बताया और घर आ गया. सुबह युवती की हत्या होने की खबरें फैली तो दोस्त ने पुलिस को सच्चाई बताई. फिलहाल हत्या के कारण स्पष्ट नहीं हैं. पुलिस अपनी जांच आगे बढ़ा रही है.. आरोपित शैलेंद्र भट्ट 7-8 साल से ऋषिकेश के श्यामपुर में ही अपनी बहन के पास रह सरकारी नौकरी को तैयारी कर रहा था। पांच मई शाम को ही दोनों अपने-अपने घर से निकले थे. शैलेंद्र भट्ट की बहन ने पुलिस को बताया कि वो पिछले 6 सालों से दारोगा की बेटी को जानता था.

दोनों अच्छे दोस्त थे: दोनों के दोस्तों ने पुलिस को बताया कि शैलेंद्र भट्ट और युवती अच्छे दोस्त थे. अनुमान है कि दोनों में कोई मनमुटाव हुआ और आवेश में शैलेंद्र भट्ट ने आरती की हत्या कर दी.

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