केजरी ने नाम लिया आतिशी व सौरभ का,आतिशी ने

संजय सिंह को ज़मानत और आतिशी के दावों के बाद दिल्ली की राजनीति गरमाई, बीजेपी ने क्या कहा

दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में तेज़ी से बदलते घटनाक्रम और आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला जारी है.

मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को जमानत दे दी और दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने दावा किया किया कि “बीजेपी आने वाले दो महीनों में आप के चार नेताओं को गिरफ्तार करने वाली है.”

केजरीवाल सरकार की मंत्री आतिशी ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि बीजेपी ने उनके करीबी से संपर्क किया था और पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया था.

आतिशी ने कहा कि उन्हें कहा गया कि अगर वो बीजेपी में शामिल नहीं हुईं तो उन्हें एक महीने में गिरफ़्तार कर लिया जाएगा.

उन्होंने कहा, “भारतीय जनता पार्टी ने मेरे एक व्यक्तिगत करीबी व्यक्ति के माध्यम से मुझे भारतीय जनता पार्टी ज्वॉइन करने के लिए अप्रोच किया. मुझे ये कहा गया कि या तो मैं भारतीय जनता पार्टी ज्वॉइन कर लूं, अपना पॉलिटिकल करियर बचा लूं, अपना पॉलिटिकल करियर बढ़ा लूं. और अगर भारतीय जनता पार्टी नहीं ज्वॉइन करी तो आने वाले एक महीने में ईडी द्वारा मुझे गिरफ़्तार कर लिया जाएगा.”

आतिशी का बयान
आतिशी ने कहा, “ये एक मेरे बहुत करीबी व्यक्ति के माध्यम से मुझे बताया गया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और भारतीय जनता पार्टी ने अपना मन बना लिया है कि आम आदमी पार्टी को और उसके सभी नेताओं को अब वो कुचलना चाहते हैं, ख़त्म करना चाहते हैं.”

“पहले उन्होंने आम आदमी पार्टी के सारे शीर्ष नेतृत्व को अरेस्ट करके जेल में डाल दिया गया. पहले सत्येंद्र जी की गिरफ्तारी हुई, फिर संजय सिंह जी की गिरफ्तारी हुई और अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी को भी गिरफ्तार कर लिया गया.”

“अब भारतीय जनता पार्टी का ये इरादा है कि आने वाले दो महीनों में लोकसभा चुनाव से पहले वो आम आदमी पार्टी के चार और नेताओं को गिरफ्तार करने वाले हैं. वो मुझे गिरफ्तार करेंगे, वो सौरभ भारद्वाज को गिरफ्तार करेंगे, वो दुर्गेश पाठक को गिरफ्तार करेंगे और वो राघव चड्ढा को गिरफ्तार करेंगे.”

“भारतीय जनता पार्टी ने ये उम्मीद करी थी कि अरविंद केजरीवाल जी की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी बिखर जाएगी, आम आदमी पार्टी टूट जाएगी, आम आदमी पार्टी का मोराल डाउन हो जाएगा क्योंकि आम आदमी पार्टी की पूरी सीनियर लीडरशिप जेल में है, हिरासत में है लेकिन संडे की रामलीला मैदान में हुई रैली के बाद जहां पर दिल्ली भर और पूरे देश भर से लाखों लोग आए.”

“पिछले दस दिन से आम आदमी पार्टी के सड़क पर चल रहे संघर्ष के बाद भारतीय जनता पार्टी को लगता है कि आम आदमी पार्टी के चार टॉप नेताओं को गिरफ्तार करना काफी नहीं था. अब आने वाले समय में चार बड़े नेताओं को जेल में डाला जाएगा. मुझे जेल में डाला जाएगा, सौरभ भारद्वाज को जेल में डाला जाएगा, दुर्गेश पाठक को जेल में डाला जाएगा और राघव चड्ढा को जेल में डाल जाएगा.”

संजय सिंह को बेल

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट से मंगलवार को ज़मानत मिल गई है.

संजय सिंह दिल्ली की शराब नीति से जुड़े कथित घोटाले केस में गिरफ़्तार किए गए थे. उन्हें दिनेश अरोड़ा की गवाही के आधार पर ईडी ने पिछले साल अक्टूबर में गिरफ़्तार किया था.

इस कथित घोटाले के केस में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पहले से जेल में हैं. हाल ही में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भी इसी मामले में गिरफ़्तार किया गया था.

जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा कि ज़मानत की शर्तें ट्रायल कोर्ट की ओर से तय की जाएंगी.

कोर्ट में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि ईडी के डायरेक्टर ने संजय सिंह को ज़मानत दिए जाने पर कोई आपत्ति नहीं जताई.

बीजेपी की प्रतिक्रिया
भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा
वीरेंद्र सचदेवा

भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है.

उन्होंने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “भाजपा न कोई आपॅरेशन लोटस चलाती है न चलाएगी, अगर आम आदमी पार्टी के नेता पार्टी छोड़ रहे हैं तो उसका कारण है कि वो केजरीवाल के झूठ के खेल को समझ रहे हैं.”

वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “आज आम आदमी पार्टी बौखलाई हुई है, घबराई हुई है, उनके नेता आतिशी हों या सौरभ भारद्वाज, उनके चहरे उनकी आवाज़ दोनों दिखा रहे हैं कि जहां अरविंद केजरीवाल द्वारा अपने बयान में उन दोनों का नाम लेने है वे निराश हैं, घबराए हैं.”

वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “हम सीएम पद के पीछे नहीं हैं. सौरभ भारद्वाज, आतिशी और उनके अन्य नेता सीएम बनना चाहते थे. केजरीवाल ने कल इनका नाम लिया. आतिशी ने राघव चड्ढा और दुर्गेश का भी नाम ले लिया, यह लंबी कड़ी चलने वाली है.”

आप नेता आतिशी के बयान पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “आप का आधार ही झूठ पर बना है. जिस रामलीला मैदान में इन्होंने कभी भ्रष्टाचार विरोधी रैली की थी, वहां सभी भ्रष्टाचारियों को इकट्ठा करके रैली की है. ये वही केजरीवाल हैं जो कहते थे कि जो भी इस कुर्सी पर बैठता है वो भ्रष्ट हो जाता है. उन्होंने इसे सच करके दिखा, वे भ्रष्ट हो गए.”

आप विधायक का दावा
आप विधायक ऋतुराज झाइमेज स्रोत,X@MLARITURAJ
दिल्ली में ‘ऑपरेशन लोटस’ चलाने से वीरेंद्र सचदेवा के इनकार की वजह आम आदमी पार्टी का ये आरोप है कि बीजेपी उसके विधायकों को बहला-फुसला रही है और उसकी पार्टी को तोड़ना चाहती है.

आम आदमी पार्टी ने सोमवार को बीजेपी पर ये आरोप लगाया था कि ऐसा करके बीजेपी दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहती है.

किरारी विधानसभा क्षेत्र से आप विधायक ऋतुराज झा ने ये दावा किया कि उन्हें बीजेपी में शामिल होने के लिए 25 करोड़ रुपये देने की पेशकश की गई.

ऋतुराज झा के आरोपों पर जवाब देते हुए बीजेपी ने कहा कि उन्हें ऐसी पेशकश करने वाले व्यक्ति का नाम सार्वजनिक करना चाहिए नहीं तो वे क़ानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहें.

ईडी की रिमांड रिपोर्ट
प्रवर्तन निदेशालयइमेज स्रोत,ANI
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को दिल्ली की एक अदालत को बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक्साइज पॉलिसी केस में पूछताछ के दौरान ‘गुमराह करने वाले जवाब’ दे रहे हैं और ‘जानकारी छुपा रहे’ हैं.

अरविंद केजरावील को इस केस में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया. वे ईडी की हिरासत में थे लेकिन प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत गठित स्पेशल कोर्ट की जज कावेरी बावेजा ने उन्हें 15 अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

ईडी ने अदालत को बताया कि केजरीवाल ने कथित तौर पर जांच एजेंसी से कहा है कि आम आदमी पार्टी के कम्युनिकेशन सेल के प्रमुख विजय नायर से ‘सीमित’ संपर्क था. ईडी ने केजरीवाल के हवाले से ये दावा किया है कि विजय नायर उनके बजाय कैबिनेट सहयोगी आतिशी और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट किया करते थे.

ईडी ने अपनी रिमांड रिपोर्ट में कहा है कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एनडी गुप्ता के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने उन्हें ‘कन्फ्यूज्ड’ कहा है. ईडी का कहना है कि “केजरीवाल ने गलत और आम आदमी पार्टी के अन्य सदस्यों के द्वारा दिए गए साक्ष्यों के विरोधाभासी सबूत दिए हैं.”

ईडी के अनुसार, केजरीवाल ने पहले कहा कि पार्टी के राज्य सभा सदस्य एनडी गुप्ता सक्रिय सदस्य हैं और उन्हें पार्टी के कामकाज की जानकारी है लेकिन जब उन्हें एनडी गुप्ता के इस बयान के बारे में बताया गया कि राष्ट्रीय संयोजक महत्वपूर्ण फैसले लेते हैं तो मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ‘कन्फ्यूज्ड’ हैं.

दिल्ली की शराब नीति
दिल्लीइमेज स्रोत,ANI
दिल्ली सरकार ने नवंबर, 2021 में एक नई आबकारी नीति लागू की थी. इस नीति को लागू करने के बाद दिल्ली का शराब कारोबार निजी हाथों में आ गया था. शराब की सभी दुकानें निजी हाथों में चली गई थीं. दिल्ली सरकार ने इसका तर्क दिया था कि इससे इस कारोबार से प्राप्त होने वाले राजस्व में वृद्धि होगी. ये नीति शुरू से ही विवादों में रही.

लेकिन जब विवाद बढ़ गया तो नई नीति को ख़ारिज करते हुए सरकार ने जुलाई, 2022 में एक बार फिर पुरानी नीति को ही लागू कर दिया.

इस विवाद की शुरुआत दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार की उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, आर्थिक अपराध शाखा नई दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को भेजी गई रिपोर्ट से हुई. यह रिपोर्ट 8 जुलाई, 2022 को भेजी गई थी.

इसमें एक्साइज डिपार्टमेंट के प्रभारी होने के नाते सिसोदिया पर उपराज्यपाल की मंज़ूरी के बिना नई आबकारी नीति के ज़रिए फ़र्ज़ी तरीक़े से राजस्व कमाने के आरोप लगाए गए हैं.

अधिकारियों के मुताबिक़, लागू हो चुकी नीति में किसी भी बदलाव से पूर्व आबकारी विभाग को पहले कैबिनेट और फिर उप-राज्यपाल के पास अनुमति के लिए भेजना होता है. कैबिनेट और उप-राज्यपाल की अनुमति के बिना किया गया कोई भी बदलाव ग़ैर-क़ानूनी कहलाएगा.

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