भारतीय कुश्ती संघ से 72 घंटे में सरकार ने मांगा जवाब, अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप

रेसलर vs WFI: बवाल के बाद जागा खेल मंत्रालय, 72 घंटों में मांगा जवाब, नहीं तो…
18 जनवरी को दिल्ली के जंतर-मंतर में भारतीय पहलवान पहले धरने पर बैठे और फिर वहीं एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में WFI अध्यक्ष पर सनसनीखेज आरोप लगा दिये.
विनेश फोगाट ने बृज भूषण शरण सिंह पर सबसे खतरनाक आरोप लगाए थे.

नई दिल्ली 18 अगस्त: साल 2023 में जहां भारतीय पहलवानों को इस साल होने वाले एशियन गेम्स की तैयारी में लगना था, वो रेसलर बुधवार 18 जनवरी को नई दिल्ली में धरने पर बैठ गए. धरना अपने ही संगठन यानी भारतीय कुश्ती संघ (WFI) और इसके अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ. विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक समेत भारत के शीर्ष पहलवानों ने फेडरेशन के अध्यक्ष के खिलाफ यौन शोषण, मानसिक प्रताड़ना और मौत की धमकियों जैसे सनसनीखेज आरोप लगाकर सबको हिला दिया. स्वाभाविक तौर पर बृज भूषण शरण ने इन आरोपों को खारिज किया, लेकिन केंद्रीय खेल मंत्रालय ने बढ़ते बवाल के बाद फेडरेशन से तुरंत जवाब मांगा है.

बुधवार को दिल्ली के मशहूर जंतर-मंतर पर भारत के शीर्ष खिलाड़ियों और ओलिंपिक मेडलिस्ट पहलवानों ने धरने पर बैठकर सबको सकते में डाल दिया. आज से पहले शायद ही इस तरह का कोई नजारा देखने को मिला था, वो भी फेडरेशन के खिलाफ. एक तरफ आंखों में आंसू भरे हुए विनेश फोगाट ने आरोप लगाया कि फेडरेशन के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृज भूषण ने बीते सालों में कई महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण किया है, तो वहीं WFI अध्यक्ष ने खुद को बेकसूर बताते हुए उल्टा निशाना साधा कि कुछ नियमों में बदलाव पहलवानों को रास नहीं आए तो उन्होंने ऐसे आरोप लगा दिए.

72 घंटों में जवाब, नहीं तो एक्शन

मशहूर पहलवानों के दिनभर सड़क पर बैठकर फेडरेशन के ताकतवर अध्यक्ष पर लग रहे आरोपों ने जमकर सुर्खियां बटोरी, जिससे फेडरेशन और उसके अध्यक्ष की तो किरकिरी हुई है, केंद्र सरकार भी दबाव में आ गई. ऐसे में देर शाम खेल मंत्रालय ने संज्ञान लेते हुए फेडरेशन से 72 घंंटों में रिपोर्ट देने को कहा. खेल मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक,

. ..खेल मंत्रालय ने WFI से स्पष्टीकरण मांगा है और आरोपों पर 72 घंटों के अंदर अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. WFI को अपने संदेश में मंत्रालय ने कहा, क्योंकि ये मामला खिलाड़ियों के कल्याण से जुड़ा है, मंत्रालय ने इस मामले को गंभीरता से लिया है.

रेसलिंग कैंप रद्द

इतना ही नहीं, खेल मंत्रालय ने साफ किया कि अगर फेडरेशन अगले 72 घंटों में अपना जवाब नहीं देती है, तो वह राष्ट्रीय खेल विकास संहिता 2011 (स्पोर्ट्स कोड) में कार्रवाई करेगा.इसके साथ ही मंत्रालय ने लखनऊ में आज से ही शुरू हुए महिला कोचिंग कैंप को भी रद्द करने का ऐलान किया. मंत्रालय ने बताया कि 18 जनवरी से लखनऊ के नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में 41 पहलवानों और 13 कोच के साथ शुरू होने वाले कैंप को रद्द किया जाता है.

Brijbhushan Sharan Singh Comment On Allegations Of Harassment Against Him By Wrestlers Vinesh Phogat
बृजभूषण बोले- आरोप सही साबित हुए तो फांसी लगा लूंगा, साजिश के पीछे एक बड़े उद्योगपति का हाथ

दिल्ली में पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कई कोच पर शोषण सहित अलग-अलग तरह के आरोप लगाए। इनमें स्टार पहलवान विशेन फोगाट द्वारा लगाया गया यौन शोषण का आरोप प्रमुख है। अब इस पूरे मामले पर बृजभूषण शरण सिंह ने अपना पक्ष रखा है।
भारत के दिग्गज पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर बुधवार (18 जनवरी) को धरने पर बैठ गए। उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कई कोच पर कई आरोप लगाए। इनमें स्टार पहलवान विनेश फोगाट द्वारा लगाया गया यौन शोषण का आरोप प्रमुख है। अब इस पूरे मामले पर बृजभूषण शरण सिंह ने अपना पक्ष रखा है। उन्होंने पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताया। बृजभूषण ने कहा कि अगर ये सही साबित हुए तो मैं फांसी पर लटक जाऊंगा। उन्होंने कहा कि पहलवानों के धरने के पीछे एक बड़े उद्योगपति का हाथ है।

अपने ऊपर लगे आरोपों पर कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ”क्या ऐसा कोई खिलाड़ी है जो आकर कह सकता है कि कुश्ती संघ ने उसे प्रताड़ित किया? क्या उन्हें पिछले दस साल से फेडरेशन से कोई समस्या नहीं थी? ये सारी बातें तब हो रही हैं जबसे नए नियम लागू किए गए हैं। धरने पर बैठे पहलवानों ने ओलंपिक के बाद से किसी भी राष्ट्रीय टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया है। यौन शोषण की कोई घटना नहीं हुई है। अगर ऐसा कुछ हुआ है तो मैं फांसी लगा लूंगा।”
‘जांच के लिए तैयार हूं’

उन्होंने कहा, ”मैं विनेश फोगाट से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने ओलंपिक में हार के बाद कंपनी की लोगो वाली पोशाक क्यों नहीं पहनी थी? उसके मैच हारने के बाद, मैंने केवल उसे प्रोत्साहित और प्रेरित किया था। यौन शोषण के बहुत बड़ा आरोप है। जब मुझे ही इसमें घसीटा गया है तो मैं कैसे कोई कार्रवाई कर सकता हूं? मैं जांच के लिए तैयार हूं।”

बृजभूषण शरण सिंह ने क्या-क्या कहा?
यौन उत्पीड़न पर बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ”जब मुझे पता चला कि पहलवान धरने पर बैठे हैं तो मैं तुरंत फ्लाइट का टिकट लेकर दिल्ली पहुंच गया। क्या कोई सामने है कि कह दे कि संघ ने कभी किसी खिलाड़ी का शोषण किया है? क्या कोई मेरे सामने कह सकता है कि मैंने शोषण किया है? यह गलत है। इसमें मुख्य कोच का नाम भी लिया गया है।”
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उन्होंने कहा, ”मैं ये पूछना चाहता हूं कि आप नेशनल में नहीं खेलोगे और आप ओपन-नेशनल में नहीं खेलोगे। उसके बाद यह कहोगे कि ट्रायल भी सिर्फ एक हो। देश के अन्य खिलाड़ी भी एशिया या ओलंपिक स्तर पर खेलना चाहते हैं। जब आपको फेडरेशन से इतनी ही समस्या थी तो आपने 10 सालों में क्यों नहीं बताया?”

बृजभूषण ने ओलंपिक ट्रायल को लेकर दिया बयान

बृजभूषण ने ओलंपिक ट्रायल को लेकर भी विस्तार से बताया, ”संघ ने दुनिया के कई देशों के नियमों का अध्ययन कर एक नियम बनाया। हमने ओलंपिक के बाद ट्रायल का नियम बनाया। किसी को ओलंपिक में जाना है तो उसे देश के अन्य खिलाड़ियों के साथ ट्रायल होगा। जो खिलाड़ी ओलंपिक का कोटा हासिल कर चुका है, उसका मुकाबला देश में ट्रायल विजेता से होगा। फिर वहां से ओलंपिक को पहलवान का चयन होगा। अगर ओलंपिक कोटा प्राप्तकर्ता हार जाता है तो उसे फिर एक मौका दिया जाएगा। हम नियमानुसार काम कर रहे हैं। तानाशाही की कोई बात ही नहीं। यह मेरा फैसला नहीं, बल्कि अच्छे कोचों और इन खिलाड़ियों से राय लेकर लिया गया है।”
बृजभूषण ने आगे कहा कि’ धरने पर बैठे पहलवान ओलंपिक बाद राष्ट्रीय स्तर पर नहीं लड़े। इन खिलाड़ियों ने देश में एक भी प्रतिस्पर्धा में भाग नहीं लिया। इसके बाद हमने फैसला किया कि किसी को कैंप में आना है तो उसे राष्ट्रीय स्तर पर खेलना होगा। कुछ खिलाड़ियों ने कहा कि हमें इस बारे में पता नहीं था, तो हमने सरकार से बात कर उनका नाम अलग से दिया। जो खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे हैं,वह भी तो ओलंपिक में खेलने का सपना देख रहे हैं।”

बजरंग और साक्षी को नहीं थी कोई दिक्कत

बृजभूषण ने आगे कहा, ”हाल ही में बजरंग और साक्षी मुझसे मिलकर गए थे, लेकिन तब उन्होंने अपनी समस्या के बारे में बात नहीं कही थी। उन्होंने कहा था कि सबकुछ सही है।”

दिल्‍ली महिला आयोग की चीफ स्‍वाति मालि‍वाल ने जंतर-मंतर जाकर देश की चैंपियन महिला पहलवानों से मुलाकात की है। मालि‍वाल ने उनके संग मजबूती के साथ खड़े रहने का वादा किया है। मालि‍वाल ने मामले में भारतीय कुश्‍ती संघ के अध्‍यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की है।

हाइलाइट्स
स्‍वाति मालि‍वाल ने महिला पहलवानों से की मुलाकात
कहा, भारतीय कुश्‍ती संघ के अध्‍यक्ष की हो ग‍िरफ्तारी
मामले में दिल्‍ली पुलिस और खेल मंत्रालय को नोटिस भेजा।

दिल्‍ली महिला आयोग की प्रमुख स्‍वाति माल‍िवाल ने जंतर-मंतर पर महिला पहलवानों से मुलाकात की है। उन्‍होंने अफसोस जाहिर किया है कि देश की शान बढ़ाने वाली ये रेस्‍लर इस कड़ाके की सर्दी में यहां प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। मालिवाल ने उनके संग मजबूती के साथ खड़े रहने का आश्‍वासन दिया है। उन्‍होंने दिल्‍ली महिला आयोग की ओर से उठाए गए कदमों का जिक्र करते बताया कि मामले में दिल्‍ली पुल‍िस और केंद्रीय खेल मंत्रालय को नोटिस जारी किया गया है। उन्‍होंने रेसलिंग फेडरेशन के अध्‍यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की है। साथ ही उन कोच के खिलाफ भी कठोर से कठोर कार्रवाई करने को कहा है जिनका नाम महिला रेस्‍लरों के यौन शोषण में आया है।
रेस्‍लर विनेश फोगाट ने बुधवार को रोते हुए चौंकाने वाले खुलासे में आरोप लगाया कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह कई सालों से महिला पहलवानों का यौन शोषण कर रहे हैं। फोगाट ने उन्हें हटाने को प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के हस्तक्षेप की मांग की। विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता और ओलिंपियन विनेश ने यह भी दावा किया कि लखनऊ में राष्ट्रीय शिविर में कई कोचों ने भी महिला पहलवानों का शोषण किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिविर में कुछ महिलाएं हैं जो डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के कहने पर पहलवानों से संपर्क करती हैं।

धरने पर बैठे हैं 30 चैंपियन पहलवान

बजरंग, विनेश, रियो ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता सरिता मोर, संगीता फोगाट, सत्यव्रत मलिक, जितेंद्र किन्हा और राष्ट्रमंडल खेल पदक विजेता सुमित मलिक जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे 30 पहलवानों में शामिल हैं। विनेश ने कहा, ‘मैं कम से कम 10-12 महिला पहलवानों को जानती हूं जिन्होंने मुझे डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष से हुए यौन शोषण के बारे में बताया है। उन्होंने मुझे अपनी कहानियां सुनाईं। मैं अभी उनका नाम नहीं ले सकती। लेकिन हम देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिलें तो मैं नामों का खुलासा जरूर कर सकती हूं।’
पूरे मामले पर दिल्‍ली महिला अयोग ने संज्ञान लिया है। दिल्‍ली महिला आयोग की चीफ स्‍वाति मालि‍वाल रेस्‍लरों से मिलने जंतर-मंतर पहुंचीं। उन्‍होंने कहा कि इन रेस्‍लरों ने हमारे तिरंगे की शान बढ़ाई है। बड़े दुख की बात है कि उन्हें आज इस कड़ाके की सर्दी में सड़क पर बैठना पड़ रहा है। हम मजबूती से उनके साथ खड़े हैं। उन्हें न्याय दिलाएंगे।

द‍िल्‍ली मह‍िला आयोग ने अब तक क्‍या क‍िया है?

मालि‍वाल ने बताया कि इस मामले में दिल्‍ली पुलिस और केंद्रीय खेल मंत्रालय को नोटिस भेजा गया है। तत्‍काल न्‍याय मिलने की बात कही गई है। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्‍यक्ष को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन कोचों के खिलाफ भी सख्‍त कार्रवाई की जानी चाहिए जिनका नाम मामले में आया है।
बृजभूषण शरण सिंह 2011 से डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष हैं। फरवरी 2019 में लगातार तीसरी बार वह प्रेसीडेंट चुने गए। यह और बात है कि फोगाट ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने खुद इस तरह के यौन शोषण का सामना नहीं किया है। उन्होंने दावा किया कि उन्हें डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के इशारे पर उनके करीबी अधिकारियों से जान से मारने की धमकी मिली थी। कारण है कि उन्होंने टोक्‍यो ओलिंपिक खेलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उनका ध्यान इन मुद्दों पर आकर्षित करने की हिम्मत दिखाई थी।

Swati Maliwal Met Women Wrestlers Promised To Fight With Them Brij Bhushan Sharan Singh Difficulties Will Increase

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