महिला सशक्तिकरण: उत्तराखंड के घरों की पहचान होगी छोटी बेटी से

नैनीताल 27 फरवरी 2021 (सूचना) – परम्परागत रीति को नई दिशा देते हुये समाज के सृजन के उददेश्य से बालिकाओं को अपेक्षाकृत अधिक सम्मान देते हुये ‘‘घरैकि पहचाण चेलिक नाम’’ कार्यक्रम की अभिनव शुरूआत सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने टीआरसी सूखाताल मे आयोजित कार्यक्रम में की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को उत्तराखंड में एक कदम और आगे बढ़ाया जा रहा है। इस परंपरा में परिवार की सबसे छोटी बेटी के नाम पर उस घर की पट्टिका लगाई जाएगी, ताकि घर की पहचान बिटिया के नाम पर हो सके। प्रथम चरण में इस नई परंपरा की शुरुआत नैनीताल जिले की नैनीताल नगरपालिका से की गयी और जिले के सभी विकासखंडों का एक-एक ग्राम चयनित किया गया है। सबसे अहम बात यह है कि पट्टिका में बेटी के नाम की पट्टिका बनाए जाने में ऐपण कला का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे स्थानीय कला को भी प्रोत्साहन मिलेगा।


मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि यह छोटी सी कोशिश एक दिन अभियान बनेगी और हर घर का नाम बेटी के नाम पर होगा। हमारी सरकार महिला सशक्तिकरण को कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि हाल ही में सरकार ने महिलाओं को पति की पैतृक संपत्ति में सहखातेदार का अधिकार दिया है। इससे महिलाओं को स्वरोजगार को बैंक से लोन मिल सकेगा और वे स्वावलंबी बन सकेंगी। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए हमें महिलाओं को समान अधिकार और समान अवसर देने होंगे। हमारी सरकार महिलाओं को आर्थिक, मानसिक के साथ ही शारीरिक दृष्टि से भी सशक्त बना रही है। उनके सम्मान में कोई कसर बाकी नहीं रखी जायेगी। समारोह में कई महिलाओं को उनके बेटी के नाम की पट्टिका घर पर लगाने को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदान की। मुख्यमंत्री ने कहा कि रूरल ग्रोथ सेंटर्स के आज बहुत अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं हमने उन ग्रोथ सेंटर्स के लिए स्वयं सहायता समूहों से 5 लाख रूपए तक की खरीदारी सरकार से करने का निर्णय किया है। हम इन समूहों को 5 लाख रूपए तक ब्याज मुक्त ऋण भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें नौकरी की मानसिकता से हटना होगा। इसके लिए सरकार ने स्वरोजगार सृजन का किया है। इसी में स्वरोजगार योजना, सोलर स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री कृषक कल्याण योजना, घसियारी योजना, युवाओं को मोटर बाइक टैक्सी, पिरूल से बिजली उत्पादन योजना आदि संचालित की जा रही है ताकि हम अपने पैरों पर खड़े हो सकें।
श्री रावत ने कहा कि राज्य गठन के समय राज्य में वाहनों की संख्या लगभग 4.5 लाख थी और वर्तमान में राज्य में वाहनों की संख्या 26 लाख से अधिक है। श्री रावत ने वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए घोषणा की कि नैनीताल में पार्किंग के लिए भवाली में 300 वाहनों की पार्किंग, कचहरी परिसर में 400 वाहनों की बहुमंजिला पार्किंग, फासी गधेरा में 100 वाहनों की पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। अभी तक यहां 450 वाहनों की पार्किंग है, अब 800 वाहनों की पार्किंग और होने से यह संख्या लगभग तिगुनी हो जाएगी।
श्री रावत ने 4338.35 लाख रुपए की धनराशि के कार्यो का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। जिसमें 4002.40 लाख रुपए के कार्यों का शिलांयास तथा 335.95 लाख रुपए के कार्यों का लोकार्पण किया गया। जिसमें नैनीताल-कालाढूगी मोटर मार्ग पर केएमवीएम पार्किग से बारात घर एवं देवदार लाॅज के सामने रोड के किनारे सरफेस पार्किंग लागत 69.85 लाख रुपए एवं नैनीताल-हल्द्वानी मोटर मार्ग मे रूसी बैण्ड से डांट तल्लीताल नैनीताल तक सौन्दर्यीकरण कार्य लागत 48.08 लाख रूपये की लागत की योजनाओं का लोकार्पण किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री रावत ने तहसील परिसर हल्द्वानी मे बने हाईटैक शौचालय लागत 29.43 लाख, खैरना मे हाईटैक शौचालय लागत 39.68 लाख,रूसी बाईपास मे हाईटैक शौचालय लागत 99.88 लाख, तहसील परिसर लालकुआं मे हाईटैक शौचालय लागत 17.85 लाख व मुक्तेश्वर में 31.22 लाख रुपए की लागत से बनने वाले हाईटैक शौचालय का लोकार्पण किया।
श्री रावत ने 2577.42 लाख रुपए की लागत से सूखाताल को रिचार्जिंग जोन एवं टूरिस्ट डेस्टिनेशन, 605.05 लाख रुपए की लागत से सातताल मे विकास एवं सौन्दर्यीकरण कार्य, 214.83 लाख रुपए की लागत से मल्लीताल नाला न-23 तिराहे से जलसंस्थान के कार्यशाल तक नाला कवरिंग, 158.91 लाख रुपए की लागत से सूखाताल में कार पार्किंग,छत पर कुमाऊंनी शैली मे हाॅट एवं फूड एण्ड क्राफ्ट कोर्ट का निर्माण तथा 446.19 लाख रुपए लागत से मुक्तेश्वर सर्किट में हिमालय दर्शन थीम के आधार पर विकास एवं भीमताल मे करकोटक की चोटी का पर्यटन की दृष्टि से विकास एवं सौन्दर्यीकरण का शिलान्यास किया।
इस अवसर पर सांसद अजय भट्ट ने कहा कि प्रदेश सरकार श्री रावत के नैतृत्व में बेहतर काम कर रही है और विकास की नई इबारत लिख रही है। क्षेत्रीय विधायक संजीव आर्य ने कहा कि घरैकि पहचान, चेलिक नाम के तहत नैनीताल जनपद में 8000 घरों का चयन कर उनमें बेटी के नाम की पट्टियां लगाई जाएंगी। मण्डायुक्त अरविन्द सिंह ह्यांकी ने कहा कि जल संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में श्री रावत द्वारा की गयी पहल एवं सहयोग राज्य के लिए भागीरथ प्रयास साबित होगा। जिलाध्यक्ष बीजेपी प्रदीप बिष्ट ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, विधायक राम सिंह कैड़ा, विधायक दीवान सिंह बिष्ट, पूर्व विधायक डाॅ.शैलेन्द्र मोहन सिंघल, दर्जा मत्री केदार जोशी, रेनु अधिकारी, मनोज साह, कुन्दन बिष्ट, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत, पीआरओ माननीय मुख्यमंत्री विजय बिष्ट, गोपाल रावत, प्रदीप जनोटी, सचिन साह, दीपक मलकानी, विवके साह, जगदीश बिष्ट, राजेन्द्र जीना, सुमित नदगली,के अलावा आनन्द बिष्ट, गजाला कमाल, मनोज जोशी, डीएन भट्ट, अरविन्द पडियार, दया किशन पोखरिया, प्रेमा अधिकारी, आयुष भण्डारी, पूरन बिष्ट, आईजी अजय रौतेला, जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल, अपर सचिव माननीय मुख्यमंत्री डाॅ.मेहरबान सिंह बिष्ट, मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शनी, प्रबन्ध निदेशक केएमवीएन रोहित कुमार मीणा, जीएम केएमवीएन अशोक जोशी, संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन, सचिव जिला विकास प्राधिकरण पंकज उपाध्याय, उप जिलाधिकारी अनुराग आर्य, गौरव चटवाल, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, डीएसडीओ एलएम जोशी के अलावा गणमान्य व्यक्ति तथा अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत शनिवार को अपने तय कार्यक्रम में कार द्वारा नैनीताल से रानीखेत पहुंचे जहां खेरना एवं उपराड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र का भव्य स्वागत हुआ।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने उपराड़ी की जनसभा में कहा कि राज्य सरकार का 18 मार्च को 4 साल का कार्यकाल पूर्ण हो जायेगा। इस दौरान राज्य सरकार ने जनापेक्षायें पूर्ण करने को अनेक प्रयास किये। सड़क कनेक्टिविटी को अनेक कार्य किये गये । राज्य बनने के बाद 17 साल में सड़कों का जितना निर्माण हुआ,लगभग उतनी सड़कें पिछले 3 साल एवं 10 माह में बनाई गई। राज्य में इस अवधि में 11 हजार किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण हुआ है। महिलाओं के सिर से घास के बोझ को हटाने को राज्य में मुख्यमंत्री घसियारी योजना शुरू की जा रही है। लोगों के घरों तक घास की गठरी पहुंचाने को योजना बनाई जा रही है। पौने आठ हजार सेंटरों से कम दाम पर घास की गठरी पहुंचाने की व्यवस्था की जायेगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि लोगों की आर्थिकी में सुधार को भी सरकार प्रयासरत है। ग्रामीण आर्थिकी में सुधार को अलग-अलग थीम पर ग्रोथ सेंटर विकसित किये जा रहे हैं, जिसके काफी सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। कृषकों को 3 लाख रुपए तक एवं स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख रूपए तक का ब्याजमुक्त ऋण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र के रानीखेत पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं से भेंटवार्ता की।
इस अवसर पर सांसद अजय टम्टा, कुमांयू मंडलायुक्त अरविन्द सिंह ह्यांकी, जिलाधिकारी अल्मोड़ा नितिन भदौरिया, अपर सचिव मुख्यमंत्री डॉक्टर मेहरबान सिंह बिष्ट, पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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