पीएम की ‘मन की बात’ में दिव्यांग लोक गायक पूरन राठौड़ के नाम से बागेश्वर राष्ट्रीय फलक पर

Mann Ki Baat: कौन हैं उत्‍तराखंड के लोक गायक दिव्यांग पूरन राठौर? मन की बात में PM Modi ने किया जिनका ज़िक्र

दुग नाकुरी तहसील के लोक गायक दिव्यांग पूरन राठौर।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात में दुग नाकुरी तहसील के लोक गायक दिव्यांग पूरन राठौर का जिक्र किया। आंखों से दिव्यांग पूरन सिंह राठौर 11 वर्ष की उम्र से गीत गाने लगे। अभी उनकी उम्र 39 वर्ष है।

बागेश्वर 26 फरवरी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात में दुग नाकुरी तहसील के लोक गायक दिव्यांग पूरन राठौर का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार से सम्मानित पूरन राठौर ने राजुला मालूशाही, न्योली, हुड़क्या बौल, श्रतु रैण, जागर, भगनौल आदि विधाओं में रचनाएं प्रस्तुत कर संस्कृति बढ़ाने के क्षेत्र में कार्य किया है, वह सराहनीय है।

पूरे जनपद में खुशी की लहर

मन की बात कार्यक्रम में पूरन सिंह राठौर की बात होने पर दुग नाकुरी तहसील क्षेत्र के साथ ही पूरे जिले में खुशी की लहर है। आंखों से दिव्यांग पूरन सिंह राठौर 11 वर्ष की उम्र से गीत गाने लगे। अभी उनकी उम्र 39 वर्ष है।

वह पढ़े-लिखे नहीं हैं। उन्हें दिव्यांग पेंशन मिलती है। वह जागर, ऋतु रैण, छपेली, झोड़ा, चांचरी, न्योली और उत्तराखंड फोक गाते हैं। थाली, डांगर, ढोल, दमुआ, हुड़ुका आदि वाद्य यंत्र बजाते हैं। इंटरनेट मीडिया में अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं।

संगीत की पढ़ाई कक्षा पांच से हो

लोक गायक पूरन राठौर रविवार के दिन बेहद खुश हैं। उनका नाम मोदी जी ने मन की बात में लिया है। वह कहते हैं कक्षा पांच से सभी विद्यालयों में संगीत विषय की पढ़ाई होनी चाहिए। रीमा क्षेत्र में संगीत विद्यालय खोला जाए। वाद्य यंत्रों की उनके पास काफी कमी है।

गीत गाकर करते हैं भरण पोषण

लोक गायक राठौर अपने पैतृक गांव रीमा में अपने परिवार के साथ रहते हैं। गीत गाकर वह परिवार को भरण पोषण कर रहे हैं। उनकी 15 वर्षीय बेटी रोशन कक्षा 10, 13 वर्षीय नेहा कक्षा सात, 10 वर्षीय गरिमा कक्षा पांच और छह वर्षीय पुत्र मयंक कक्षा एक में पढ़ रहे हैं। पत्नी हेमा देवी की आंखें हैं।

PM Modi Mentioned Art Of Puran Singh Rathore In Mann Ki Baat Bageshwar

प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात में बागेश्वर के दृष्टि बाधित लोक विधा के जानकार राठौर की कला का जिक्र किया। पूरन ने उत्तराखंड की लोक विधा जागर, न्योली, हुड़काबौल के साथ ही राजुला मालूशाही लोक गाथा के गायन में महारत हासिल की है।

बागेश्वर के दृष्टि बाधित लोक विधा के जानकार पूरन सिंह राठौर का नाम रविवार को राष्ट्रीय फलक पर छा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में उस्ताद बिस्मिल्ला खां युवा पुरस्कार विजेता पूरन सिंह राठौर की कला का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने उत्तराखंड की लोक विधा में नई जान फूंकी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरन ने उत्तराखंड की लोक विधा जागर, न्योली, हुड़काबौल के साथ ही राजुला मालूशाही लोक गाथा के गायन में महारत हासिल की है। उन्होंने उत्तराखंड के लोक संगीत में कई पुरस्कार जीते हैं। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की कि उनके (राठौर) के बारे में जरूर पढ़ें।

पूरन सिंह राठौर (39 वर्ष) बागेश्वर जिले के रीमा के रहने वाले हैं। जन्म से ही दृष्टि बाधित पूरन की लोक कला के दीवानों की कमी नहीं है। वह इलाके में खासे चर्चित हैं। बीते 15 फरवरी को जब उन्हें प्रतिष्ठित उस्ताद बिस्मिल्ला खां युवा पुरस्कार मिला, वह और चर्चाओं में आ गए।

यही पुरस्कार उन्हें प्रधानमंत्री की मन की बात कार्यक्रम तक पहुंचा गया। पूरन सिंह राठौर की चर्चा प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम में होने से अब सब जगह होने लगी है।

प्रधानमंत्री की नजर सुदरवर्ती गांव में पूरे देश तक है जिसका जीता जागता उदाहरण पूरन सिंह राठौर की कला का मन की बात से प्रसारण करना है। कलाकारों, युवाओं और अपने क्षेत्र में अच्छे कार्य कर रहे लोगों में आत्मविश्वास बढ़ेगा। कपकोट विधानसभा क्षेत्र और जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है।

-सुरेश गढ़िया, विधायक, कपकोट

 

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