उत्तरकाशी के व्यापारियों ने फेरीवालों के खिलाफ खोला मोर्चा

बड़कोट 30 अगस्त।यमुनाघाटी के व्यापारी फेरी करने वालों के खिलाफ एकजुट हो गए हैं और उन्होंने उन्हें नियंत्रित करने को जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा है
कोरोना महामारी के कारण बीते दो सालों से आर्थिक रूप से परेशान यमुनाघाटी क्षेत्र के व्यापारी अब क्षेत्र में अवैध रूप से फेरी करने वालों के खिलाफ मुखर होने लगे हैं। रविवार को बड़कोट में यमुनाघाटी नगर व्यापार मण्डल की सभी इकाइयों की एक विचार गोष्ठी की गई, जिसमें क्षेत्र में फेरी पर प्रतिबंध लगाने तथा नशा को रोकने पर गहन विचार विमर्श कर सुझाव रखे गये।

रविवार को बड़कोट में यमुनाघाटी नगर व्यापार मण्डल की इकाइयों की आयोजित बैठक में सभी व्यापारियों द्वारा एक स्वर में क्षेत्र में फेरी करने पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर जोर दिया गया। कहा है कि फेरी वालों से व्यापारियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। साथ ही फेरी वालों से क्षेत्र में नशा का प्रचलन व छेड़खानी आदि की घटनायें भी बढ़ रही हैं। वही गांव में भोलेभाले लोगों को फेरी वालों से गुणवत्ता विहीन नकली और संदिग्ध चोरी का सामान भी बेचा जा रहा है।

बैठक में व्यापार मंडल अध्यक्ष राजाराम जगूड़ी, महामंत्री धनवीर रावत ने कहा है कि व्यापारी सरकार को टैक्स, लाइसेंस फ़ीस देता है तथा दुकान का बिजली, पानी आदि सभी प्रकार से सरकार को सहयोग करते हैं। परन्तु फेरी करने वाला कोई टैक्स नही देता और नही कोई ब्राण्ड का सामान बेचता है। फेरी वाले चोरी का और नकली सामान बेच कर क्षेत्र में भोलीभाली जनता व गांव महिलाओं को ठग कर चले जाते हैं। इस ओर सरकार, पुलिस व प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। फेरी वालों से क्षेत्र में छेड़छाड़ और मानव तस्करी की कई घटनाएं भी देखी गई है। फेरी वाले अपना दो-दो आईडी बना कर क्षेत्र में घूम रहे हैं,जिसका कि आने वाले समय में क्षेत्र की जनता को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। बैठक में व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया है कि अपने-अपने नगर में फेरी वालों को क्षेत्र में जाने से रोका जाएगा। व्यापारियों ने उप जिला अधिकारी को ज्ञापन देकर क्षेत्र में फ्री करने वालों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की तथा कहा कि यमुनाघाटी के नगर क्षेत्र, गांव और मोहल्लों में फड़, फेरी वालों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है, जिससे व्यापारियों का व्यापार तो प्रभावित हो ही रहा है, साथ ही बाहर क्षेत्रों से आने वाले लोग गांव में अराजकता भी फैला रहे हैं और लोगों को बरगला रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि हाल में मोरी की एक महिला को एक मुस्लिम व्यक्ति बहका लाया था । तब कुछ लोगों के मामला भांप लेने से महिला के परिजनों को बुला कर वापस भेजा गया था।

बैठक में यह भी निर्णय लिया है कि यदि पुलिस, प्रशासन ने क्षेत्र में फेरी करने वालों पर जल्दी ही रोक न लगाई तो व्यापारियों को आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।

इस मौके पर बड़कोट व्यापार मण्डल अध्यक्ष राजा राम जगूड़ी,महामंत्री धनवीर रावत,उपाध्यक्ष राजेश उनियाल,मनोज अग्रवाल,सुभाष रावत,जगदीश असवाल,जयेंद्र रावत,गोपाल रावत,विजय रावत,मंजीत रावत,विशन रावत,अरविन्द,मदन जोशी,मंगलानंद पेटवाल,मेहताब धनाई,अरविन्द रावत सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे।

गैर हिदू समुदाय के युवक को लेकर हुआ था हंगामा

10-11अगस्त की रात को बड़कोट के एक होटल में स्थानीय मोरी क्षेत्र की 26 वर्षीय विधवा महिला के साथ ठहरे गैर हिंदू युवक को लेकर हिदूवादी संगठनों ने हंगामा काटा था। पुलिस ने महिला को स्वजन के सुपुर्द किया। वहीं युवक को चेतावनी देकर छोड़ दिया जिसके बाद संगठनों से जुड़े लोग शांत हो गए। संगठनों ने क्षेत्र में बाहरी लोग के सत्यापन की मांग की है।

बुधवार को इस मामले में थाना बड़कोट में उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान सहित पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में व्यापारियों की बैठक हुई। व्यापारियों ने कहा कि रोजगार की आड़ में पहाड़ों में बाहरी व्यक्तियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इनका सत्यापन नहीं हो रहा है। इनमें पेशेवर अपराधी या आपराधिक प्रवृति के लोग शामिल हो सकते हैं। जोकि वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाएं। भाजपा के इंटरनेट मीडिया प्रभारी दिनेश बेलवाल और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य नवीन जगूड़ी ने कहा कि पहाड़ों में छोटे-मोटे व्यवसाय की आड़ में पहाड़ की भोली भाली महिलाओं व युवतियों को मानव तस्करी व अन्य प्रकार के प्रयोग को बहला-फुसला कर ले जाया जा रहा है। ऐसे बाहरी व्यक्ति अपनी पहचान छिपाते हैं। उन्होंने कहा कि जो युवक मंगलवार रात को स्थानीय विधवा महिला के साथ ठहरा था उसने अपना नाम सिद्धार्थ रावत बताया था जबकि उसका नाम निकला सद्दाम। वहीं बड़कोट थाना निरीक्षक अजय सिंह ने बताया कि युवक के साथ मौजूद विधवा ने जानकारी दी है कि वह अपनी मर्जी से युवक के साथ आई है। शांति भंग होने की आशंका देख विधवा व युवक को रात में ही मोरी थाना भेजा गया। मोरी के थानाध्यक्ष दीनदयाल ने कहा कि मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं आई है। युवक को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है । जबकि विधवा को स्वजन के साथ घर भेज दिया गया है।

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