उत्तराखंड के पहलवान की कुश्ती में टूटी गर्दन,सैकेंडों में मौत, वीडियो

कैमरे में कैद पहलवान की मौत:मुरादाबाद में उत्तराखंड के पहलवान को दूसरे ने 5 सेकेंड में पटका, गर्दन टूटी; पंचों ने 60 हजार में करा दिया समझौता
मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा इलाके में फरीदनगर गांव में हुए दंगल में एक पहलवान की गर्दन टूटने से मौत हो गई।

मुरादाबाद 08 सितंबर। मुरादाबाद में दंगल में उत्तराखंड के एक पहलवान की मौत हो गई। एक पहलवान ने उसे 5 सेकेंड में उठाकर पटक दिया। इससे उसकी गर्दन टूट गई। कुछ देर तड़पने के बाद उसकी मौत हो गई। मामला 2 सितंबर का है। इसका वीडियो बुधवार की शाम सामने आया। दंगल का आयोजन बिना अनुमति के हुआ था। इसमें प्रशिक्षित कोच , रैफरी कोई नहीं था । इसके बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

पहलवान की मौत के बाद गांव में हुई पंचायत में मरने वाले पहलवान के परिवार को 60 हजार रुपए दिलाकर मामला रफा-दफा करा दिया। अपर पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्र ने जांच कराए जाने का दावा किया है।

ठाकुरद्वारा के गांव फरीदनगर में हुआ था दंगल

ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र के गांव फरीदनगर में 2 सितंबर को दंगल था। दंगल के लिए नौमी मेला कमेटी ने न तो कोई इजाजत ली थी और न ही किसी प्रशिक्षित रैफरी या कोच का बंदोबस्त किया था। यहां की मिट्‌टी भी दंगल के मुफीद तैयार नहीं की गई थी।

उत्तराखंड में काशीपुर के गांव गंगानगर का पहलवान महेश भी इसमें शामिल होने के लिए आया था। उसक मुकाबला पहलवान साजिद अंसारी के साथ हो रहा था। साजिद ने महेश को गर्दन से उठाकर सिर के बल जमीन पर पटक दिया।

मौत का तमाशा देखते रहे लोग

पहलवान साजिद अंसारी ने जैसे ही महेश पहलवान को गर्दन से पकड़कर सिर के बल जमीन पर पटका, महेश की गर्दन मुड़ने से टूट गई। महेश की गर्दन लटकी तो लोग दूसरे पहलवान की जीत पर तालियां बजाते रहे। महेश को इलाज के लिए अस्पताल नहीं ले जाया गया। लोग अपने-अपने तरह से उसकी गर्दन को सीधा करने के लिए खींचतान करते रहे। इलाज नहीं मिलने से महेश ने कुछ देर में ही तड़पकर दम तोड़ दिया।

60 हजार में मामला हो गया रफा दफा

पहलवान की मौत का वीडियो सामने आने के बावजूद ठाकुरद्वारा पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। बताया जा रहा है कि घटना के बाद गांव में पंचायत बैठी। इसमें मृतक के परिजनों को 60 हजार रुपए देकर इस घटना को रफादफा कर दिया गया।

तमाशबीन तालियां बजाते रहे

मुरादाबाद में आयोजित दंगल उत्तराखंड के एक पहलवान के लिए आखिरी दंगल बन गया। दंगल में एक स्थानीय पहलवान ने उत्तराखंड के पहलवान को गर्दन से उठाकर जमीन पर पटक दिया। जिससे उसकी गर्दन टूट गई और कुछ देर तड़पने के बाद उसकी मौत हो गई। मामला 2 सितंबर का है। लेकिन इसका वीडियो बुधवार की शाम सोशल मीडिया पर सामने आया। यह आयोजन बिना परमिशन हुआ था। बावजूद इसके अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

जानकारी के अनुसार, पहलवान की मौत के बाद गांव में हुई पंचायत में मृतक के परिवार को 60 हजार रुपए दिलाकर मामला रफा-दफा करा दिया। अपर पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्र ने जांच कराए जाने का दावा किया है।

ठाकुरद्वारा के गांव फरीदनगर में हुआ था दंगल दरअसल, ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र के गांव फरीदनगर में 2 सितंबर को दंगल का आयोजन किया गया था। दंगल के लिए नौमी मेला कमेटी ने न तो कोई अनुमति ली थी और न ही किसी प्रशिक्षित कोच का बंदोबस्त किया था। उत्तराखंड में काशीपुर के गांव गंगानगर का पहलवान महेश भी इसमें शामिल होने के लिए आया था। उसक मुकाबला पहलवान साजिद अंसारी के साथ हो रहा था। साजिद अंसारी ने महेश को गर्दन से उठाकर सिर के बल जमीन पर पटक दिया। जिससे उसकी गर्दन टूट गई।

मौत का तमाशा देखते रहे लोग

पहलवान साजिद अंसारी ने जैसे ही महेश पहलवान को गर्दन से पकड़कर सिर के बल जमीन पर पटका, महेश की गर्दन मुड़ने से टूट गई। महेश की गर्दन बेजान होकर लटकी तो लोग दूसरे पहलवान की जीत पर तालियां बजाते रहे। महेश को इलाज के लिए डाक्टर के पास भी नहीं ले जाया गया। लोग अपने-अपने तरह से उसकी गर्दन को सीधा करने के लिए खींचतान करते रहे। इलाज नहीं मिलने से महेश ने कुछ देर में ही तड़पकर दम तोड़ दिया।

वीडियो सामने आने के बावजूद ठाकुरद्वारा पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है।

एएसपी बोले- मामला जानकारी में नहीं अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण विद्या सागर मिश्र का कहना है कि ऐसा कोई वीडियो या घटना अभी उनकी जानकारी में नहीं है। उन्होंने कहा कि वह अभी मीटिंग में हैं और इसके बाद घटना की जानकारी करेंगे।

blockquote>कुश्ती में किशोर की गर्दन टूटने से मौत, आरोपित गिरफ्तार

इसी तरह पिछले साल गाजीपुर में कुश्ती के दौरान पहलवान ने किशोर को पटककर ऐसा वार किया कि गर्दन टूट गई थी। गड़रियन बगहा मजरे पैनाखुर्द गांव में हुए हादसे के बाद मजदूर पिता किशोर को सदर अस्पताल लाया लेकिन वहां से केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया गया। गरीबी के चलते पिता उसे घर ले आया और रात में हालत बिगड़ने पर किसी तरह रुपयों का इंतजाम कर अस्पताल के लिए निकला लेकिन रास्ते में किशोर की मौत हो गई। किशोर के पिता की लिखित शिकायत पर पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर मुख्य आरोपित को जेल भेजा गया था।
गाजीपुर थानाक्षेत्र के पैनाखुर्द गांव निवासी मजदूर रमेश पासवान का 17 वर्षीय पुत्र संजय जनता इंटर गाजीपुर में इंटर का छात्र था। वह सेना भर्ती की तैयारी कर रहा था। शुक्रवार सुबह दोस्तों के साथ दौड़ने गया था। बताते हैं कि रास्ते में रामजीत पाल उसे पड़ोसी गांव गड़रियन बगहा में कुश्ती लड़ाने ले गया। वहां संजय ने अजय कुमार को हरा दिया। उसके बाद 22 वर्षीय कल्लू रैदास से संजय की कुश्ती कराई गई। कल्लू ने संजय को पटककर गर्दन पर पैर रख दिया जिससे उसकी गर्दन टूट गई।

जानकारी पर स्वजन बेहोश किशोर को सदर अस्पताल लाए। वहां से उसे केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया। रुपया न होने से स्वजन किशोर को घर ले आए। रात में हालत बिगड़ने पर किसी तरह रुपयों का इंतजाम करके लखनऊ ले जाने लगे लेकिन रास्ते में संजय ने दम तोड़ दिया। पिता व भाइयों का आरोप था कि रामजीत जानबूझकर बेटे को बड़े युवक से कुश्ती लड़ाने ले गया था। वहां गर्दन टूटने से बेटे की मौत हो गई। थाना प्रभारी आशीष सिंह ने बताया कि रमेश की तहरीर पर आरोपित कल्लू रैदास व रामजीत पाल निवासी पैनाखुर्द के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर कल्लू को गिरफ्तार किया है।

संजय से थी बड़ी उम्मीदें

संजय से गरीब परिवार को बड़ी उम्मीद थी कि वह गरीबी मिटाएगा। उसकी मौत से मां सुमेरकली, भाई अजय, विजय बदहवास हो गए।

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