उत्तराखंड कोरोना 27 जुलाई:नये केस 43, ठीक हुए 52, सक्रीय केस659

उत्तराखंड में कोरोना: 43 नए संक्रमित मिले, दो की मौत, 40 हजार लोगों को लगी वैक्सीन
देहरादून 27 जुलाई।उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण कम हो गया है। प्रदेश में अब संक्रमितों का रिकवरी रेट 95.89 प्रतिशत पहुंच गया है।

उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 43 कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं दो मरीज की मौत हुई है। जबकि 52 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। वहीं, सक्रिय मामलों की संख्या 659 पहुंच गई है।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, मंगलवार को 28251 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं तीन जिलों चंपावत, पौड़ी और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है। वहीं, अल्मोड़ा में पांच, बागेश्वर में दो, चमोली और टिहरी में एक-एक, देहरदून और रुद्रप्रयाग में सात-सात, हरिद्वार, नैनीताल और पिथौरागढ़ में तीन-तीन व ऊधमसिंह नगर में 11 संक्रमित मरीज मिले हैं।

प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 341874 हो गई है। इनमें से 327818 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7361 लोगों की जान जा चुकी है।

40 हजार को लगी कोरोना वैक्सीन

मंगलवार को प्रदेश में 40946 लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी गई। अब तक 42 लाख 44 हजार 474 लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है। 13 लख 64 हजार 367 को दूसरी डोज दी जा चुकी है। 18 से 44 आयु वर्ग में 46 हजार 740 को दोनों डोज दी जा चुकी है।

बच्चों को मिलेगा विटामिन का सुरक्षा कवच

उत्तरकाशी में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से लड़ने के लिए विटामिन और जिंक बच्चों की ताकत बढ़ाएगा। आशा और एएनएम कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों को विटामिन के साथ जिंक की गोलियां और सिरप देंगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने माइक्रो न्यूट्रिएंट्स वितरण की योजना तैयार की है।

कोरोना की दूसरी लहर मंद पड़ने के बाद तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक हो सकती है। जहां विभाग ने जनपद में बच्चों के लिए विशेष वार्ड तैयार करने के साथ उपकरण और दवाइयां जुटाना शुरू कर दिया है। वहीं बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए माइक्रो न्यूट्रिएंट्स वितरण की योजना तैयार की गई है।

इसके लिए जनपद में विटामिन व जिंक की गोलियों व सिरप का ऑर्डर दिया गया है। कोविड वॉर रूम में तैनात एसीएमओ डाक्टर. विपुल विश्वास ने बताया कि योजना के तहत प्रत्येक ब्लाक से दो-दो चिकित्सा अधिकारियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हो चुका है। जो अब अपने क्षेत्रों में आशा व एएनएम कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देंगे, जिसके बाद सप्ताहांत तक वितरण कार्यक्रम शुरू कर दिया जाएगा।

क्या है माइक्रो न्यूट्रिएंट्स

हमारे आहार में दो तरह के पोषक तत्व शामिल होते हैं मैक्रो न्यूट्रिएंट्स वे पोषक तत्व जिनकी हमें ज्यादा मात्रा में जरूरत होती है। जैसे कार्बोहाइड्रेट, वसा व प्रोटीन। दूसरे माइक्रो न्यूट्रिएंट्स जिनकी बहुत कम मात्रा में जरूरत होती है, लेकिन कम मात्रा में आवश्यक होने के बाद भी यह शरीर के विकास, स्वास्थ्य व रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, जिनमें विटामिन व मिनरल्स आते हैं।

अभी बच्चों व किशोरों के लिए कोविड टीका नहीं आया है। ऐसे में माइक्रो न्यूट्रिएंट्स वितरण की योजना महत्वपूर्ण है। जिन बच्चों को पूरा पोषण नहीं मिल पाता, उनमें इससे रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी।
-डाक्टर. केएस चौहान, सीएमओ उत्तरकाशी।

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