अराजक किसान तय रूट छोड़ जा चढ़े लाल किले, इंडिया गेट,निहंगों का पुलिस पर हमला,एक किसान की मौत

ट्रैक्टर परेड में बवाल LIVE:बैरिकेड तोड़ लाल किले पहुंचे किसान, एक जत्था इंडिया गेट की तरफ बढ़ा; ITO पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया,डीडीयू रोड़ पर ट्रैक्टर पलटने से एक किसान की दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो चुकी है
नई दिल्ली 26 जनवरी ( राहुल कोटियाल, पूनम कौशल और तोशी शर्मा) कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान आज दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकाल रहे हैं। किसानों ने दावा तो यह किया था कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे, लेकिन पुलिस ने रोका तो भड़क गए। पहले बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ते रहे। फिर पुलिस ने जो रूट दिया उसे भी फॉलो नहीं किया। किसानों का एक जत्था लाल किले पहुंचा है। एक जत्था इंडिया गेट की तरफ भी बढ़ रहा है। उधर, ITO पर पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया। हंगामे को देखते हुए ITO मेट्रो स्टेशन के गेट बंद कर दिए गए हैं।

पुलिस का दावा- निहंगों ने तलवार से हमले की कोशिश की

इससे पहले गाजीपुर बॉर्डर से निकले किसानों को पुलिस ने नोएडा मोड़ पर रोक दिया और आंसू गैस के गोले छोड़े। किसानों ने भी पुलिस पर पथराव कर दिया और गाड़ियों में तोड़फोड़ की। पुलिस का दावा है कि किसानों ने पांडव नगर पुलिस पिकेट पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। पुलिस ने यह भी कहा कि निहंगों ने तलवार से पुलिसकर्मियों पर हमले की कोशिश की।
उधर, डीडीयू रोड़ पर ट्रैक्टर पलटने से एक किसान की दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो चुकी है

अपडेट्स

नांगलोई में किसानों को रोकने के लिए पुलिस सड़क पर बैठ गई। इनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
गाजीपुर बॉर्डर से निकले किसानों के काफिले की वजह से ITO पर भारी जाम लग गया। यहां प्रदर्शनकारियों ने वाहनों पर पथराव भी किया। सिंघु से निकले किसानों ने भी कई जगह पथराव किया।
मुकरबा चौक के पास किसान जब तय रूट से हटकर ISBT की तरफ बढ़ने लगे तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर रोकने की कोशिश की। लेकिन, किसान बैरिकेड तोड़ते हुए आगे बढ़ गए। किसानों ने पुलिस की गाड़ी समेत DTC की कई बसों के शीशे भी तोड़ दिए।
सिंघु बॉर्डर से निकली ट्रैक्टर परेड के आगे घोड़ों पर निहंग फौज चल रही है। किसानों के जत्थे पैदल भी आगे बढ़ रहे हैं।
रास्ते में लोग ट्रैक्टर परेड का स्वागत कर रहे हैं। स्वरूप नगर में लोगों ने किसानों पर फूल बरसाए। नांगलोई में लोग ढोल बजाते और नाचते हुए दिखे।
किसानों ने तय समय से पहले मार्च शुरू किया
पुलिस ने किसानों से कहा था कि गणतंत्र दिवस की परेड खत्म होने के बाद 12 बजे से ट्रैक्टर मार्च निकालें। लेकिन, किसानों ने रिपब्लिक डे की परेड शुरू होने से पहले ही ट्रैक्टर मार्च शुरू कर दिया। किसान बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ते गए और पुलिस ने जो रूट दिया अब उसे भी फॉलो नहीं कर रहे। पुलिस भी पीछे हट गई है।

ट्रैक्टर रैली में पहुंची निहंग फौज

ट्रैक्टर रैली में गूंजे देशभक्ति के गाने

पुलिस ने इन रूट्स पर परेड की मंजूरी दी थी

सिंघु बॉर्डर: संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, डीटीयू, शाहाबाद डेयरी, बरवाला, पूथ खुर्द, कंझावला, टी पॉइंट, बवाना टी पाइंट, कंझावला चौक, कुतुबगढ़, औचंदी बॉर्डर, खरखोदा टोल प्लाजा।
टीकरी बॉर्डर: नांगलोई, बपरोला, नजफगढ़, फिरनी रोड, झरोडा बॉर्डर, रोहतक बाइपास (बहादुरगढ़), असोदा टोल प्लाजा।
गाजीपुर बॉर्डर: अप्सरा बॉर्डर, हापुड़ रोड, भोपुर, आईएमएस कॉलेज, लालकुआं, गाजीपुर बॉर्डर।

Farmers Tractor Rally Live: लाल किले पर प्रदर्शन को योगेंद्र यादव ने बताया गलत, राहुल गांधी बोले- हिंसा हल नहीं

दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर मार्च में हंगामा शुरू हो गया है. शांतिपूर्ण प्रदर्शन का दावा करने वाले किसान कुछ जगहों पर उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने कहा था कि उनका ट्रैक्टर मार्च राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड खत्म होने के बाद 11 बजे शुरू होगा, लेकिन किसान पहले ही ट्रैक्टर मार्च निकालने पर अड़ गए, जिसके बाद स्थिति बिगड़ने लगी
लाल किले पर प्रदर्शन कर रहे किसान आंदोलनकारियों ने एबीपी न्यूज़ का माइक छीन कर भाग गए. इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने एबीपी न्यूज़ का कैमरा भी तोड़ दिया.
भारतीय किसान यूनियन के जालंधर के अध्यक्ष अमरीक सिंह ने कहा, ”किसानों से अपील और निवेदन करता हूं कि जो निर्धारित रूट हैं वहीं जाएं. मैं हाथ जोड़ कर निवेदन करता हूं ऐसा ना करें. अनुशासन बनाए रखें. सरकार की तरफ से हमें रूट मिला है, उस ही को फॉलो करें. कुछ शरारती तत्व उन्हे बरगला रहे हैं, जो चाहते हैं शांति भंग हो. संयुक्त मोर्चा का यही निर्देश था कि किसान निर्देशित रूट पर ही जाएं, हमारी तरफ से दिल्ली में अंदर जाने का कोई निर्देश नहीं था. अगर किसान गलती से उधर चले गए हैं, वो तुरंत वापस आएं.”
आंदोलन पर क्या बोले किसान नेता योगेंद्र यादव? एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा, ”यह बिना किसी संदेह के निंदनीय है और शर्मिंदगी का विषय है. यह गणतंत्र के लिए, देश के लिए शर्मिंदगी का विषय है. मैं किसान नेताओं और आंदोलन में शामिल लोगों से अपील करता हूं कि पुलिस के दिए रूट को ही मानें. जो लोग तय रूट से बाहर चले गए हैं उन्हें भी त रूट पर ही वापस आ जाना चाहिए. अभी मैं यह भी नहीं जानता कि यह हमारे संगठन के लोग हैं या कौन है? लेकिन ऐसा जो लोग भी कर रहे हैं वो निंदनीय है.मुझे अभी यह नहीं पता कि आगे क्या होगा,लेकिन मैं सिर्फ एक बार और अपील करना चाहता हूं कि इससे आंदोलन और किसान की छवि खराब हो रही है.ऐसा ना करें,पुलिस के रूट पर ही रहें.”

2:04 PM IST | 26 JAN 2021
लाल किला पर चढ़े प्रदर्शनकारी किसान

तय रास्ते से हटकर दिल्ली में दाखिल हुए प्रदर्शनकारी किसान अब लाल किला के ऊपर चढ़ चुके हैं. यहां सैकड़ों किसान अपने अपने संगठन का झंडा हाथ में लेकर खड़े हैं.

1:59 PM IST | 26 JAN 2021
आखिर किसान जाना कहां चाहते हैं?

एबीपी न्यूज ने जब प्रदर्शनकारी किसानों से पूछा कि आपको कहां जाना है तो उन्हें पता ही नहीं है कि जाना कहां है. कोई कह रहा है लाल किला जाना है, कोई कह रहा है इंडिया गेट जाना है, कोई कह रहा है कि जहां मोदी जी ले जाएंगे, तो कोई कह रहा है कि राकेश टिकेट जहां कहेंगे वहां चले जाएंगे. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी किसानों ने मीडियाकर्मी से सिर्फ उनकी बात करने के लिए भी जोर दिया.

1:40 PM IST | 26 JAN 2021

दिल्ली में सैकड़ों ट्रैक्टर घुस चुके हैं. ये सभी संयुक्त मोर्चा किसान संगठन से संबंधित बताए जा रहे हैं. किसान नेताओं का कहना है कि उनकी संयुक्त मोर्चा किसान संगठन से बात चल रही है. दिल्ली में घुसे किसानों को मुड़कर बाहर आने के लिए कहा जा रहा है.

1:34 PM IST | 26 JAN 2021
पुलिस पर ट्रैक्टर चलाने की कोशिश


दिल्ली के आईटीओ रेड लाइट पर किसानों का हुड़दंग जारी है. बीच चौराहे पर तेज रफ्तार से ट्रैक्टर चलाए जा रहे हैं. प्रदर्शकारियों ने पुलिस पर भी ट्रैक्टर चलाने की कोशिश की. कुछ प्रदर्शनकारी मुंह पर कपड़ा बांधकर पुलिस पर पथराव कर कर रहे हैं.

1:27 PM IST | 26 JAN 2021
लाल किला पहुंचे किसान

प्रदर्शनकारी किसान अब दिल्ली के लाल किले पहुंच चुके हैं. वहीं आईटीओ के पास पुलिस और किसान आमने सामने आ गए हैं. प्रदर्शनकारी किसान पुलिसकर्मियों पर पथराव कर रहे हैं. जवाब में पुलिस भी आंसू गैस के गोले छोड़ रहे हैं.

1:11 PM IST | 26 JAN 2021
यूपी में शांति, कहीं भी लाठी चार्ज नहीं

किसानों की ट्रैक्टर रैली पर यूपी के ADG (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, ‘अभी तक पूरे उत्तर प्रदेश में सब कुछ सकुशल चल रहा है. सभी लोग हमारे किसानों से लगातार वार्ता कर रहे हैं. अभी तक शांति है. उत्तर प्रदेश में कहीं भी लाठीचार्ज नहीं किया गया है.’

1:00 PM IST | 26 JAN 2021
कुछ मेट्रो स्टेशन के एंट्री-एग्जिट गेट बंद

ट्रैक्टर रैली के दौरान कुछ जगह पर हिंसा के चलते डीएमआरसी ने कुछ मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट दोनों गेट बंद किए. ये स्टेशन हैं- समयपुर बादली, रोहिणी सेक्टर 18/19, आजादपुर, आदर्श नगर, जीटीबी नगर, विश्वविद्यालय, विधानसभा, सिविल लाइन्स.

12:45 PM IST | 26 JAN 2021
किसान नेता राकेश टिकैट का बयान

किसान आंदोलन के नेतृत्व की कमान किसान नेता राकेश टिकैट के हाथों में है. ट्रैक्टर रैली के दौरान कुछ जगह पर हो रही हिंसा पर मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैट ने कहा, ‘ट्रैक्टर रैली शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है. मेरी जानकारी में ये नहीं है कि किसान हंगामा कर रहे हैं. मैं तो गाजीपुर बॉर्डर पर हूं. यहां ट्रैफिक कंट्रोल कर रहा हूं. तिरंगा हमारी आन-बान-शान है. हमारा आंदोलन जारी रहेगा. दिल्ली से किसान वापस लौट जाएंगे.’

12:40 PM IST | 26 JAN 2021
किसानों को रोकने की कोशिश जारी

पुलिस लगातार किसानों को समझा रही है कि अपने तय रूट पर मार्च निकाले, लेकिन किसान नहीं मान रहे हैं. किसान लगातार आगे दिल्ली की ओर बढ़ते ही जा रहे हैं. सीमेंट से बने ब्लॉक्स तक उन्होंने तोड़ दिए. कहीं कहीं पर पुलिस सड़क पर बैठ गई है और किसानों से कह दिया है कि अगर उन्हें आगे बढ़ना है तो उन्हें उनके ऊपर से होकर गुजरना होगा.

12:33 PM IST | 26 JAN 2021
किसानों ने अनुशासन तोड़ा, सुरक्षा घेरा भी टूटा

किसान पूरी तरह से निर्धारित रूट को तोड़कर दिल्ली में घुस चुके हैं. दिल्ली पुलिस और किसान संगठनों के बीच ट्रैक्टर रैली निकालने के लिए रूट निर्धारित किया गया था. लेकिन अब किसान अनुशासन तोड़ चुके हैं. सुरक्षा गहरा टूट चुका है. पुलिस रोड के साइड में खड़ी है. किसान लाल किले की ओर बढ़ रहे हैं.

12:15 PM IST | 26 JAN 2021
किसान नेता का बयान

किसान नेता कक्काजी ने कहा, “पुलिस को हमें तय रास्ते पर जाने देना चाहिए था,लेकिन पुलिस ने हमें रोके रखा. जब प्रशासन अपनी बात पर अडिग नहीं रही,तो किसानों को भी थोड़ा रास्ता बदलना पड़ा.प्रशासन हमें लाइनअप नहीं करने दे रहा था,तो किसानों को तय समय से पहले आगे बढ़ना पड़ा.हम स्थिति कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं.कोई वारदात नहीं होगी, सब कुछ काबू में है.”

12:12 PM IST | 26 JAN 2021
तय रास्ते से हटकर दिल्ली में घुसे किसान

ट्रैक्टर मार्च निकालने वाले किसान अब दिल्ली में दाखिल हो चुके हैं. किसान मजदूर संघर्ष कमिटी ने तय रूट का उल्लंघन करते हुए बैरिकेड तोड़ दिए और अब आउटर रिंग रोड होते हुए लाल किला की तरफ बढ़ रहे हैं. हालांकि बाकी संगठन निर्धारित रूट से ही जा रहे हैं. शांतिपूर्व प्रदर्शन का दावा करने वाले किसान हंगामा कर रहे हैं. उन्होंने अपना प्रदर्शन भी तय वक्त से पहले शुरू कर दिया.

12:01 PM IST | 26 JAN 2021
दिल्ली के सभी रास्तों पर पुलिस तैनाती बढ़ाई गई

रिंग रोड से कनॉट प्लेस और सेंट्रल दिल्ली की तरफ आने वाले सभी रास्तों पर पुलिस तैनाती बढ़ा दी गई है. मिंटो ब्रिज से वाहनों की आवाजाही बंद कर बैरिकेड लगा दिए गए हैं. रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्रियों को पैदल ही जाने को कहा जा रहा है. अग्रसेन ब्रिज पर भी रास्तों में बसें खड़ी कर पुलिस ने रास्ता ब्लॉक कर दिया है. आरएएफ की कंपनी भी तैनात की गई है.

11:59 AM IST | 26 JAN 2021

आंदोलनकारी किसान अक्षरधाम और इंद्रप्रस्थ पार्क के सामने से गुजर चुके हैं. अब प्रगति मैदान की ओर बढ़ गए हैं. वहीं अब प्रदर्शनकरी किसानों द्वारा मुकरबा चौक पर पुलिस बैरिकेडिंग को हटाने की खबर आई है.

11:49 AM IST | 26 JAN 2021
प्रदर्शनकारी किसानों के हंगामा जारी

कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसानों के हंगामा करने की अलग-अलग जगह से खबरें आ ही हैं. अब करनाल बाईपास पर दिल्ली के अंदर प्रवेश करने के लिए पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ दी है. वहीं दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर पांडव नगर के पास भी किसानों ने पुलिस बैरिकेडिंग हटाकर आगे बढ़ रहे हैं.
कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकाल रहे प्रदर्शनकारियों की भीड़ टिकरी बॉर्डर पर जमा हो गई है. वहीं किसान अक्षरधाम मंदिर को पार कर चुके हैं. ये किसान अब इंद्रप्रस्थ की ओर बढ़ रहे हैं. पुलिस प्रशासन ने भी रास्ता खुला छोड़ दिया है.

11:16 AM IST | 26 JAN 2021
रिंग रोड पर जाने की जिद पर अड़े किसान

सिंघु बॉर्डर से किसान मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा, ‘हम शांतिपूर्ण तरीके से जाएंगे और वापस आ जाएंगे. हमें रिंग रोड पर जाना है लेकिन पुलिस रोक रही है. लोग आ रहे हैं उसके बाद हम इस पर विचार करेंगे. 30-45 मिनट का समय दिया गया है तब तक हम यहीं बैठेंगे और फैसला करेंगे.’

11:02 AM IST | 26 JAN 2021
11 मेट्रो स्टेशन में अगले आदेश तक एंट्री बंद

किसान ट्रैक्टर रैली को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने ग्रीन लाइन पर कुछ मेट्रो स्टेशन पर एंट्री बंद करने की एडवाइजरी जारी की है. दोबारा एडवाइजरी जारी होने तक इन स्टेशनों पर एंट्री बंद रहेगी, हालांकि एग्जिट गेट खुला रहेगा. ये मेट्रो स्टेशन हैं- ब्रिगेडियर होशियार सिंह, बहादुरगढ़ सिटी, पंडित श्री राम शर्मा, टिकरी बॉर्डर, टिकरी कलान, घेरवा, मुंडका इंडस्ट्रीयल एरिया, मुंडका, राजधानी पार्क, नांगलोई रेलवे स्टेशन, नांगलोई.

10:59 AM IST | 26 JAN 2021

गाजीपुर बॉर्डर से भी किसानों की ट्रैक्टर रैली शुरू हो गई है. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया, “हमें एक रूट दिया गया है हम उसी रूट से जा रहे हैं. आंदोलन खत्म नहीं होगा. नियमों का पूरा पालन किया जाएगा.”

संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर पहुंची रैली

सिंघु बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर पहुंच चुकी है. रैली डीटीयू-शाहबाद-एसबी डेयरी-दरवाला- बवाना टी-पॉइंट- कंझावला चौक-खरखौदा टोल प्लाजा की ओर जाएगी.गाजीपुर पर भी किसान पुलिस बैरिकेडिंग मार्च आगे बढ़ चुके हैं.

9:18 AM IST | 26 JAN 2021
किसान मोर्चा की परेड 10 बजे ही शुरु होगी


सिंघु बॉर्डर और धंसा बॉर्डर से ट्रैक्टर परेड शुरू हो चुकी है. हालांकि आधिकारिक रुप से संयुक्त किसान मोर्चा की परेड 10 बजे ही शुरु होगी लेकिन पंढ़ेर ग्रुप ने 8 बजे ही अपनी परेड शुरु कर दी है. टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेट तोड़ कर पैदल मार्च शुरु किया. हालांकि ट्रैक्टर परेड अभी शुरु नहीं हुई है. पुलिस ने ये बैरिकेड इसलिए लगा रखा था ताकि समय आने पर खोलेंगे और ट्रैक्टर परेड शुरु कराएंगे.

9:04 AM IST | 26 JAN 2021
हंगामे के साथ ट्रैक्टर रैली शुरू

सिंघु बॉर्डर से किसानों ने ट्रैक्टर रैली शुरू कर दी है. ट्रैक्टर रैली कंझावला चौक-औचंदी बॉर्डर-केएमपी-जीटी रोड जंक्शन की ओर बढ़ रही है. वहीं कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की
नशे की मनाही, कोई भड़काऊ नारा नहीं

किसानों को परेड के लिए निर्देश दिए गए हैं- परेड में ट्रैक्टर और दूसरी गाड़ी चलेंगी, लेकिन ट्रॉली नहीं जाएगी. जिन ट्रालियों में विशेष झांकी बनी होगी उन्हें छूट दी जा सकती है. अपने साथ 24 घंटे का राशन पानी पैक करके चलें. हर ट्रैक्टर या गाड़ी पर किसान संगठन के झंडे के साथ-साथ राष्ट्रीय झंडा भी लगाया जाए. किसी भी पार्टी का झंडा नहीं लगेगा. अपने साथ किसी भी तरह का हथियार ना रखें, लाठी या जेली भी ना रखें. किसी भी भड़काऊ या नेगेटिव नारे वाले बैनर ना लगाएं.

दिल्ली-एनसीआर में कई रास्ते बंद

आज गणतंत्र दिवस और किसानों की ट्रैक्टर रैली के मद्देनजर कई रास्ते बंद किए गए हैं तो कई रूट डायवर्ट कर दिए गए हैं. सड़कों पर बड़े-बड़े कन्टेनर रखे गए हैं यानी गाड़ी क्या उन रास्तों से इंसान भी नहीं गुजर पाएगा. क्रेन से सीमेंट के बड़े बड़े टुकड़े बिछाए गए हैं. यानी कि यहां से हर कीमत पर जाना मना है. ट्रैक्टर मार्च के लिए जो रास्ते तय किए गए हैं सिर्फ वही रास्ता खोला गया है, बांकि रास्तों को पूरी तरह बंदकर दिया है

सुबह 10 बजे नौ जगहों से ट्रैक्टर परेड शुरू

किसान नेताओं ने आज सुबह 10 बजे नौ जगहों से ट्रैक्टर परेड शुरू करने की घोषणा की. ढांसा, चिल्ला, शाहजहांपुर , मसानी बराज, पलवल और सुनेढ़ा बॉर्डर से भी ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान किया गया. पुलिस से बातचीत होने के बाद भी 2 किसान संगठन नहीं मान रहे. रिंग रोड पर ट्रैक्टर मार्च निकालने की घोषणा की. वहीं गाजियाबाद लोनी बॉर्डर से बैरिकेडिंग तोड़कर किसान दिल्ली में घुस गए .

सिंघु बॉर्डर जाने वाले मुख्य रास्तों को बंद
किसानों के ट्रैक्टर मार्च को लेकर दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर जाने वाले मुख्य रास्तों को बंद कर दिया है. हालांकि परेड को आउटर रिंग रोड पर नहीं जाना था लेकिन एहतियातन आउटर रिंग रोड पर बड़ी संख्या में ट्रक खड़े कर दिए गए. साथ ही सिंघु बॉर्डर के आसपास भारी संख्या में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों की तैनाती की गई.

किसानों ने 9 जगहों से निकाली ट्रैक्टर परेड
कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलनरत किसान आज गणतंत्र दिवस के मौके पर नौ रूट से ट्रैक्टर परेड निकालेंगे. जबकि दिल्ली पुलिस ने 3 रुट फाइनल किए हैं, उनमें सिंघु रूट (63 किमी), टिकरी रूट(62.5 किमी) और गाजीपुर रूट (68 किमी) है. किसान संगठनों ने कहा है कि झांसा और चिल्ला बॉर्डर से भी होगी. इसके अलावा शाहजहाँपुर बॉर्डर, मसानी बराज, पलवल और नूह के सुनेढ़ा बॉर्डर से भी किसान परेड हुई.
कंटेनर से कई रास्ते ब्लॉक किए गए हैं. ट्रैक्टर परेड पर किसानों और दिल्ली पुलिस में मतभेद बने रहे. किसानों को सिर्फ तीन रूट पर पांच हजार ट्रैक्टर लेने जाने की इजाजत मिली. जबकि किसान नेता 9 रूट पर परेड निकालने की जिद करते रहे.

इस बीच, प्रदर्शकारी किसान संगठनों ने सोमवार को घोषणा की कि वे एक फरवरी को केंद्रीय वार्षिक बजट के दिन विभिन्न स्थानों से संसद की तरफ कूच करेंगे.

संसद की तरफ पैदल मार्च

क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता दर्शनपाल ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग पर अडिग हैं और मांगें पूरी होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा, “हम एक फरवरी को बजट के दिन विभिन्न स्थानों से संसद की तरफ पैदल मार्च करेंगे. ट्रैक्टर रैली से हमारी शक्ति प्रदर्शन है जिससे उसे पता चलेगा कि आंदोलन केवल हरियाणा या पंजाब तक सीमित नहीं है,बल्कि यह पूरे देश का आंदोलन है.”

राजपथ और दिल्ली के अन्य सीमा बिन्दुओं पर हजारों सशस्त्र कर्मी तैनात किए गए तथा गणतंत्र दिवस की परेड और किसानों की ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई .

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