यूसीसी के विरुद्ध मूल निवास प्रमाण पत्र को लेकर निहित स्वार्थ फैला रहे अफवाहें: धामी
*यूसीसी लागू होने से प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के एक नये अध्याय की शुरूआत: मुख्यमंत्री*
*उच्च शिक्षा विभाग एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में समान नागरिक संहिता पर आयोजित हुई कार्यशाला।*
*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कार्यशाला में रहे मुख्य अतिथि *
हरिद्वार 03 मई 2025.उच्च शिक्षा विभाग और देव संस्कृति विश्वविद्यालय के आयोजित ‘‘समान नागरिक संहिता‘‘ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी के नेतृत्व में भारत वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड यूसीसी लागू करने वाला देश का पहला राज्य बना है। समान नागरिक संहिता किसी के खिलाफ नहीं है और न ही किसी को टारगेट किया गया है, बल्कि समाज की कुप्रथायें हटाकर सभी नागरिकों के लिए समानता और समरसता स्थापित करने का कानूनी प्रयास है।
देव संस्कृति विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यशाला में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यूसीसी लागू होने से राज्य के सभी नागरिकों के न्यायिक अधिकार समान हुए हैं और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक नए अध्याय की शुरुआत भी हुई है। अब कोई महिला उत्तराधिकार या संपत्ति के अधिकार में भेदभाव का शिकार नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यूसीसी में लिव-इन रिलेशनशिप के रजिस्ट्रेशन का प्राविधान भी किया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड ने समान नागरिक संहिता लागू कर देश के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। यूसीसी किसी धर्म या पंथ के खिलाफ नहीं हैै। उन्होंने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि यूसीसी में सभी पंजीकरण अवश्य करवाएं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कुछ लोग अफवाह फैला रहे है कि यूसीसी में रजिस्ट्रेशन करवाने पर बाहरी व्यक्तियों को उत्तराखंड का मूल निवास प्रमाण पत्र मिला जाएगा। इस तरह की बातें पूरी तरह से भ्रामक और असत्य हैं, यूसीसी में ऐसा कोई भी प्रावधान नहीं है।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत, दर्जाधारी राज्यमंत्री विनय रोहिला, प्रति कुलपति देव संस्कृति विश्व विद्यालय डॉक्टर चिन्मय पंड्या, दून विश्वविद्यालय की कुलपति डॉक्टर सुरेखा डंगवाल, उच्च शिक्षा सचिव रंजीत सिन्हा, सामाजिक कार्यकर्त्ता व यूसीसी नियमावली समिति सदस्य रहे श्री मन्नू गौड़, जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल, जिलाधिकारी हरिद्वार कर्मेन्द्र सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोभाल सहित अनेक जन-प्रतिनिधि एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे।