BJP राज्यसभा प्रत्याशियों में वाल्मीकि धाम के बालयोगी और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के दानी ढोलकिया

Umesh Nath Maharaj and govind dholakiya: आखिर कौन हैं बाल योगी संत उमेश नाथ महाराज और गोविंद ढोलकिया? जिन्हें राज्यसभा कैंडिडेट बनाकर BJP ने चौंकाया
हैरानी की बात यह है कि बाल योगी संत उमेश नाथ महाराज ने मीडिया से कहा, मुझे खुद आप लोगों से यह सूचना प्राप्त हुई है. मुझे पहले से इसके बारे में कुछ पता नहीं था. मैं अभी-अभी अपने दैनिक पूजन पाठ आदि कार्यों से निवृत्त हुआ हूं.जबकि गोविंद ढोलकिया का कहना था कि उन्होंने राज्यसभा तो क्या,कभी राजनीति के बारे में कुछ सोचा ही नहीं था।

बाल योगी संत उमेशनाथ महाराज और CM मोहन यादव
उज्जैन /सूरत,14 फरवरी 2024,भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को राज्यसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश से 4 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है. इन उम्मीदवारों में एक चौंकाने वाला नाम वाल्मिकी धाम आश्रम के प्रमुख पीठाधीश्वर बाल योगी संत उमेशनाथ जी महाराज का है. उज्जैन के वाल्मिकी धाम आश्रम के प्रमुख पीठाधीश्वर बाल योगी संत उमेश नाथ महाराज को भाजपा ने राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है.

हैरानी की बात यह है कि मीडिया के सवाल पर बाल योगी संत उमेश नाथ ने कहा,मुझे खुद आप सभी लोगों के माध्यम से यह सूचना प्राप्त हुई है.मुझे पहले से इसके बारे में कुछ पता नहीं था. उन्होंने यह भी कहा कि मैं अभी-अभी अपने दैनिक पूजन पाठ आदि कार्यों से निवृत्त हुआ हूं और आप सभी लोगों से मुझे अपने राज्यसभा सांसद पद के लिए प्रत्याशी सूचना प्राप्त हुई है.

बाल योगी संत ने कहा, जब भी महाकाल किसी को कोई जिम्मेदारी सौंपते हैं तो वे स्वयं उस कार्य को निभाते हैं.मेरे 60 वर्ष साधु और संन्यासी जीवन में बीत गए हैं और अब मुझे यह जब दायित्व मिला है तो मैं सत्य-निष्ठा,मन-वचन और कर्म से उसका निर्वहन करने का पूरा प्रयास करूंगा. देश के सभी साधु-संतो से आशीर्वाद प्राप्त करूंगा और इस क्षेत्र में कार्यरत लोगों से परामर्श लेकर मैं इसे अच्छे से निभाऊंगा.

अमित शाह भी मिलने आ चुके

राज्यसभा उम्मीदवार बने उमेश नाथ महाराज वाल्मीकि समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं और वह ऐसे व्यक्ति हैं जिनके पास संघ प्रमुख मोहन राव भागवत से लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मुख्यमंत्री और तमाम दिग्गज आशीर्वाद लेने आ चुके हैं. ऐसा भी सुनने में आया है कि पिछले सिंहस्थ कुंभ में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संत उमेश नाथ महाराज के साथ समरसता नहान भी किया था.

1964 से साधु

बाल योगी संत उमेश नाथ महाराज साल 1964 यानी बाल्यावस्था से साधु हैं.माता-पिता ने महायोगी श्री गोरक्षनाथ के धूनी पर जन्म लेने के बाद ही अपना बेटा वहीं सौंप दिया था, तब से आज तक वे संन्यासी जीवन जी रहे हैं.

8 राज्यों में राजकीय अतिथि रह चुके

योगी साल 1992 में 8 प्रांतों के राजकीय अतिथि रह चुके हैं. मध्य प्रदेश, राजस्थान में सबसे पहले राजकीय अतिथि का दर्जा प्राप्त हुआ है. ‘गौरव इंडिया अवॉर्ड’ से भी सम्मानित किया गया है.साथ ही तमाम अवॉर्ड प्राप्त हुए हैं. कर्मवीर अवॉर्ड, छत्तीसगढ़ अवॉर्ड, हरियाणा अवॉर्ड,समाज गौरव अवॉर्ड,राजस्थान अवॉर्ड उसी के साथ ‘अवध यूनिवर्सिटी समरसता अवॉर्ड से भी उन्हें सम्मानित किया गया है.वे देश विदेशों की यात्राएं भी करते हैं.आपका जीवन पूर्ण रूप से सादगी जीवन एवं सरल जीवन मधुर भाषी रहता है।
उज्जैन में कराया ‘श्री क्षेत्र वाल्मीकि धाम’ का निर्माण

अवंतिका पुरी उज्जैन में वाल्मीकि समाज के धर्म गुरु प्रातः स्मरणीय अनंत श्री विभूषित स्वामी सोहन दास जी महाराज की समाधि स्थल पर ‘श्री क्षेत्र वाल्मीकि धाम’ का निर्माण किया गया है.बाल योगी संत उमेश नाथ के आश्रम में खायियत है कि यहां गुरुकुल जैसी व्यवस्था है.पाश्चात्य सभ्यता का कहीं नामोनिशान नहीं मिलता है.इस स्थान को पावन पवित्र एवं मर्यादित सभ्यता में रखने के लिए बाल योगी उमेश नाथ जी का पूरा प्रयास रहता है.समाज के प्रत्येक अंग के लोग भी इनके विनम्र आदेश को स्वीकार करके आश्रम की व्यवस्था में संलग्न रहते हैं.इस आश्रम की आभा और चर्चा पूरे देश में फैल रही है।

इस स्थान पर महाराज के पहुंचने के 41 दिन बाद भूमि में से शिवलिंग प्रकट हुआ जिसका नामकरण संस्कार कर कमलेश्वर वाल्मीकेश्वर महादेव रखा गया है.निकट ही बरगद का पेड़ और गंगा जी प्रकट हुई है.आश्रम में लगभग 5 अखंड जोत जग रही है.अखंड धूनी,अखंड भंडारा, अखंड साधु संतों की सेवा चल रही है.अखंड आरती प्रार्थना पूजा निरंतर चालू रहता है.इसी के साथ इस स्थान पर देश की उच्च कोटि के संत शिरोमणि समाज सेवक,बड़े राजनेता प्रशासनिक अधिकारी सभी अपने स्तर पर संत बाल योगी उमेश नाथ से आशीर्वाद तथा मार्गदर्शन लेने आते रहते हैं.इस स्थान पर दलगत राजनीतिक से ऊंचे उठकर सभी का सम्मान होता रहा है.

सूरत के हीरा कारोबारी गोविंद ढोलकिया को राज्यसभा भेजेगी भाजपा, राम मंदिर में दान किए थे 11 करोड़ रुपये

डायमंड नगरी सूरत के डायमंड उद्योगपति गोविंद भाई ढोलकिया को भारतीय जनता पार्टी की तरफ से राज्यसभा को मनोनीत किया गया है. वह कई गुजराती सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हैं. 74 वर्षीय गोविंदभाई ढोलकिया की कुल संपत्ति करीब 4,800 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि मैंने कभी सपने में भी राजनीति का नहीं सोचा था.
कई गुजराती सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हैं गोविंद भाई ढोलकिया.
गुजरात का सूरत शहर डायमंड नगरी के नाम से देश और दुनिया में जाना जाता है. सूरत में तराशे जाने वाले डायमंड देश और दुनिया में अपनी चमक के लिए मशहूर हैं. इसी डायमंड नगरी सूरत के डायमंड उद्योगपति गोविंद भाई ढोलकिया को भारतीय जनता पार्टी की तरफ से राज्यसभा को मनोनीत किया गया है.
सूरत सहित कई गुजराती सामाजिक संस्थाओं से जुड़े गोविंद भाई ढोलकिया ने कहा कि उन्हें यह जानकारी गृहमंत्री अमित शाह ने सुबह 10 बजे दी थी. उन्होंने अयोध्या राम मंदिर निर्माण को 11 करोड़ रुपये दान दिया था। गोविंद भाई SRK यानि श्री राम कृष्ण एक्सपोर्ट के नाम से डायमंड का कारोबार करते हैं.

राजनीति में जाने का कभी नहीं सोचा

गोविंद भाई के अनुसार उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह राजनीति में जाएंगे या राज्यसभा में जाएंगे.अमित शाह ने कहा कि उन्होंने और नरेंद्र भाई मोदी ने उन्हें राज्य सभा भेजने का तय किया है.छठी कक्षा तक पढ़े गोविंद भाई ने कहा कि 15-16 साल की उम्र में पढ़ाई छोड़कर सूरत आ गया था.
4800 करोड़ रुपये है कुल संपत्ति

गोविंदभाई ढोलकिया की कंपनी अमेरिका, हांगकांग, थाईलैंड और जापान आदि देशों में हीरे निर्यात भी करती है. कंपनी का डी बियर्स, आर्कटिक कैनेडियन डायमंड कंपनी लिमिटेड और रियो टिंटो के साथ रफ डायमंड खरीद का सीधा अनुबंध है.

छह हजार लोग करते हैं फर्म में काम

इसके पास सालाना 7,20,000 कैरेट से अधिक रफ डायमंड संसाधित करने की क्षमता है. उनकी फर्म में अभी 6,000 लोग काम करते हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है. साल 2021-22 में कंपनी का टर्नओवर 16,000 करोड़ रुपये था. कंपनी के प्रमुख ग्राहकों में तनिष्क और डी बियर्स जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं.

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