राष्ट्रीय शिक्षा नीति निजी-सार्वजनिक सब स्कूलों पर,छह वर्ष के पहले कक्षा एक में प्रवेश नहीं

Uttarakhand: child will get admission in class one only after he is six years old
छह वर्ष आयु पर ही मिलेगा बच्चे को कक्षा एक में प्रवेश,  किसी को कोई छूट नहीं

राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के बाद उत्तराखंड में भी सरकारी और निजी, दोनों तरह के स्कूलों के लिए इसे अनिवार्य किया गया है।

शिक्षा मंत्री डाॅ.धन सिंह रावत

देहरादून 20 अप्रैल 2025 । शिक्षा मंत्री डाॅक्टर धन सिंह रावत ने कहा कि सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा एक में प्रवेश को बच्चे की उम्र छह वर्ष होनी जरूरी है। इससे कम उम्र के बच्चे को कक्षा एक में प्रवेश बिल्कुल नहीं दिया जाएगा। इसमें कई छूट नहीं मिलेगी।

शिक्षा मंत्री डाॅक्टर रावत ने कहा, कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के बाद उत्तराखंड में भी सरकारी और निजी, दोनों तरह के स्कूलों के लिए इसे अनिवार्य किया गया है। मंत्री के मुताबिक राष्ट्रीय शिक्षा नीति में पूरे देश में यही व्यवस्था लागू की जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में इसे लेकर हालांकि शुरुआत में कुछ दिक्कत आएगी, लेकिन इसमें कोई छूट नहीं मिलेगी। शिक्षा मंत्री डाॅक्टर रावत ने इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि निजी स्कूलों को भी इससे अवगत कराया जाए। इससे कम उम्र के बच्चों के लिए बालवाटिकाएं हैं।

*शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने किया ‘प्रवेशोत्सव’ शुभारम्भ*

*‘स्कूल चलो अभियान’ में प्रत्येक विद्यालय मनाया गया ‘प्रवेशोत्सव’*

*विद्यालयों में नये विद्यार्थियों क स्वागत, बंटी नई पाठ्यपुस्तकें*

स्कूल चलो अभियान में ‘प्रवेशोत्सव’ में सभी सरकारी विद्यालयों में नये बच्चों का दाखिला दिया जायेगा। इसके साथ ही स्कूलों में शत-प्रतिशत छात्र नामांकन एवं मौजूद बच्चों को ठहरने पर भी जोर दिया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों सहित शिक्षक विद्यालयों में बच्चों को प्रवेश दिलायेंगे इसके साथ ही वह स्थानीय लोगों एवं अभिभावकों को सरकारी स्कूलों में बच्चों के एडमिशन को लेकर प्रोत्साहित करेंगे।

यह बात विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने राजकीय इंटर कॉलेज रानीपोखरी में आयोजित प्रवेशोत्सव के शुभारम्भ अवसर पर कही। डाॅक्टर रावत ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में छात्र नामांकन बढ़ाने के प्रयास किये जायेंगे। इसके लिये स्कूल चलो अभियान में प्रत्येक राजकीय विद्यालयों में प्रवेशोत्सव अनिवार्य रूप मनाया जायेगा जिसमें विद्यालय में नये बच्चों को प्रवेश दिया जायेगा। डॉक्टर रावत ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा सरकारी विद्यालयों में बेहतरीन शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराना है इसके लिये प्रदेश में नई शिक्षा नीति-2020 लागू कर सरकारी स्कूलों को सुविधा सम्पन्न बनाया जा रहा है। सभी राजकीय विद्यालयों में बिजली, पानी, शौचालय, फर्नीचर एवं निः शुल्क पाठ्य पुस्तकें उपलब्धता कराई जा रही है। इसके अलावा सरकार एनईपी-2020 के प्रावधानों के अनुरूप स्कूलों के डिजिटलाइजेशन पर भी फोकस कर रही है। इसके लिये सभी विद्यालयों में स्मार्ट क्लास, वर्चुअल क्लास, अटल टिंकरिंग लैब, आधुनिक प्रयोगशालाएं आदि की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है, जिससे बच्चे ऑनलाइन माध्यम से भी अपनी पढ़ाई व प्रयोगात्मक कार्य कर सकेंगे। इसके अलावा विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर कर स्थाई शिक्षकों की भी नियुक्ति की जा रही है, ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। डाॅक्टर रावत ने बताया कि प्रवेशोत्सव सफल बनाने को सभी विभागीय अधिकारियों एवं शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस अवसर पर डॉक्टर रावत ने विद्यालय में 23 नव प्रवेशित बच्चों का फूलमालाओं से स्वागत कर उन्हें प्रवेश दिलाया, साथ ही नई पाठ्यपुस्तकें भी वितरित की जिसमें कक्षा-6 में 16 छात्र-छात्राएं, कक्षा-9 में 5 तथा कक्षा-12 में 02 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। इसके उपरांत डॉक्टर रावत ने पौड़ी जनपद में राजकीय इंटर कॉलेज सबदरखाल में आयोजित प्रवेशोत्सव में प्रतिभाग कर नवप्रवेशित बच्चों को प्रोत्साहित किया।

प्रवेशोत्सव के अवसर पर जिला पंचायत सदस्य रानीपोखरी सतीश सेमवाल, ग्राम प्रधान रानीपोखरी सुधीर रतूड़ी, ग्राम प्रधान रैनापुर अभिषेक कृषाली, ग्राम प्रधान मौजा राजपाल कृषाली, पीटीए अध्यक्ष चन्द्र सिंह रावत, खण्ड शिक्षा अधिकारी डोईवाला धनवीर सिंह बिष्ट, प्रधानाचार्य के. एस. गुसांई, प्राचार्य डायट देहरादून व राजकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष राम सिंह चौहान सहित अन्य क्षेत्रीय जनप्रतिनधि, विभागीय अधिकारी, शिक्षकगण व नवप्रवेशित बच्चे व उनके अभिभावक उपस्थित रहे।

*राजकीय विद्यालयों में 68 हजार छात्र-छात्राओं ने लिया प्रवेश*

विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेशभर के राजकीय विद्यालयों में 01 अप्रैल से लेकर 21 अप्रैल 2025 तक शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिये 68627 छात्र-छात्राओं का नामांकन हुआ, जोकि विद्यालयी शिक्षा विभाग के लिये बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि छात्र-छात्राओं का नामांकन कक्षा-01, कक्षा-06 और कक्षा-09 में हुआ है जिसमें अल्मोड़ा जनपद में 5736, पिथौरागढ़ 4946, बागेश्वर 2708, ऊधमसिंह नगर 2931, नैनीताल 5373, चम्पावत 3273, चमोली 4871, उत्तरकाशी 3949, रूद्रप्रयाग 3725, पौड़ी 5954, देहरादून 11281, हरिद्वार 6817 तथा टिहरी गढ़वाल में 7063 छात्र-छात्राओं का राजकीय विद्यालयों में नामांकन हुआ है। डाॅक्टर रावत ने बताया कि सरकारी विद्यालयों में छात्र नामांकन  बढ़ाने को आज से प्रवेशोत्सव मनाया जा रहा है, इस कार्यक्रम के साथ स्थानीय स्तर पर राजकीय विद्यालयों में नवप्रवेशित बच्चों को प्रवेश के साथ ही निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें भी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि राजकीय विद्यालयों में अधिकाधिक छात्र नामांकन को अधिकारियों एवं शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

 

 

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